लोगों को ट्रेन या बस में कई बार बहुत सारी चीजें भूल जाने की घटना आपने सुनी होगी लेकिन इस घटना में भूलने वाले इंसान ने सारे रिकॉर्ड तोड दिए। यह घटना स्वीटर्जलेन्ड की है। यहां कोई यात्री ट्रेन में तीन किलो सोना भूल गया है। जिसकी कीमत 2.78 लाख यानि की दो करोड से भी अधिक है।
स्वीटर्जलेन्ड रेलवे के अधिकारी अब यात्री को ढूंढ रहे हैं। यह सोना बीते वर्ष अक्टूबर में मिला था। रेलवे अधिकारियों ने सीसीटीवी, टिकिट नंबर तथा यात्रियों से पूछताछ कर कई ढंग से इसके मालिक तक पहुंचने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे।
अब तक जांच में पचा चला है कि सेंट गालेन से लुर्सेन के बीच किसी यात्री का यह सोना है। यह सफर तय करने में दो से ढाई घंटे का समय लगता है।
नियम के अनुसार सोने का मालिक पांच साल तक अपना दावा कर सकता है। हालाकि इस दौरान चिंता का विषय यह है कि इस जानकारी के बाद कई लोग इस पर दावा कर सकते हैं। यह चिंता अधिकारियों को परेशान कर रही है। विभाग ने अब इसके मालिक की खोज और तीव्र कर दी है।
किराया माफ़ी पर फ़ैसला नहीं, पर कोरोना का रिस्क ले रहे व्यापारी!
कपड़ा बाजार में बीते 10 दिन से किराए माफी को लेकर चल रहे मुद्दे पर मिलेनियम मार्केट में आज किराएदार लगभग 400 से अधिक व्यापारियों की मीटिंग हुई।
मीटिंग में व्यापारियों ने अपना दर्द व्यक्त किया। अपनी मांगे पेश की लेकिन कोई निर्णय नहीं निकल सका। दरअसल व्यापारी लॉकडाउन के तीन महीनों का वेतन माफ करने की मांग कर रहे हैं।व्यापारियों का कहना है कि बीते 3 महीने से कपड़ा बाजार में कोई कमाई नहीं हुई है। लॉकडाउन के चलते बाजार बंद होने से व्यापारियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
आने वाले दिनों में भी बाजार कब नियमित गति से चलेगा यह तय नहीं है। ऐसे में दुकान के मालिकों को खुद ही व्यापारियों की मजबूरी समझते हुए किराया माफ कर देना चाहिए।
बीते कई दिनों से पूरा बाजार में इसे लेकर मुहिम चल रही है।क्षेत्रों में भी इसी तरह से विरोध चल रहा है।
व्यापारियों की आज दोपहर 12:00 बजे के करीब मीटिंग हुई। मीटिंग में सब ने एकमत से यही तय किया कि 3 महीने का किराया माफ होना चाहिए। हालांकि अभी तक इस मुद्दे पर कोई निर्णय नहीं आ सका है। कपड़ा व्यापारी उत्तम बंसल ने बताया कि गुरुवार को आयोजित मीटिंग में व्यापारियों का कहना था कि लोक डाउन के दौरान व्यापार नहीं होने से व्यापारी परेशान हैं उनके पास कार्यशील पूंजी का अभाव है।
आने वाले दिनों में भी व्यापार शुरू होने में वक्त लगेगा इसलिए 3 महीने का किराया माफ होना चाहिए।
कल राधा कृष्णा टेक्सटाइल मार्केट में भी किराए की माफी को लेकर व्यापारियों ने मार्केट के बाहर खड़े होकर नारेबाजी की थी।
उल्लेखनीय है कि आज जिस तरह से बड़ी संख्या में व्यापारी बिना सोशल डिस्टैंस के खड़े थे उससे कोरोना का भय बढ जाता है।