सूरत
अंग्रेज़ी दवा में कोरोना का इलाज मिलना मुश्किल होता देख लोग अब कोरोना के इलाज के लिए आयुर्वेद और योग का सहारा ले रहे हैं। हालाँकि अभी तक आयुर्वेद में इसका इलाज है या नहीं यह पता नहीं चल पाया है, लेकिन लोग ऑनलाइन पूछताछ कर रहे हैं ।कई लोगों ने योग के अलग अलग आसन से रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ाने के लिए प्रयास भी शुरू कर दिया है ।देश भर में फैले कोरोना वायरस के आतंक ने बुरी तरह से लोगों को भयभीत कर दिया है। जिस तरह से कोरोना फैल रहा है। उससे, प्रतीत होता है कि कोरोना के लिए अभी तक अंग्रेज़ी दवाएँ ज़्यादा असर नही दिखा पाई है।कोरोना वायरस के कारण संक्रमित हुए लोगों में वृद्धों की संख्या ज़्यादा है। बताया जा रहा है कह रहा है की रोग प्रतिकारक शक्ति कम होने पर कोरोना जल्दी असर कर रहा है । इन परिस्थितियों को देखते हुए लोगों अब आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक दवाओं का सहारा ढूँढ रहे हैं। लोग आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक मेडिकल पर जाकर कोरोना से बचाव के लिए दवाएँ माँग रहे हैं । लोगों ने ऑनलाइन पर इन दवाओं को सर्च करने का प्रयास शुरू किया है कुछ लोगों ने रोग प्रतिकारक सकते बढ़ाने के लिए तुलसी के पत्ते चबाना शुरू किया है । कुछ ने अदरक खाना और अन्य न जाने कितने प्रयोग शुरू कर दिए हैं माना जाता है कि योग से रोग प्रतिकारक सख़्ती बढ़ती है। कोरोना ने लोगों को इस क़दर भयभीत कर दिया है कि लोग सुबह शाम TV चैनलों के आगे बढ़कर योग के प्रोग्राम देख रहे हैं। साथ ही ऑनलाइन भी योग के आसन करने का प्रयास कर रहे हैं ॉ हालाँकि अभी तक कोई प्रयास सार्थक नहीं देखे हैं लेकिन फिर भी लोगों की उम्मीद दिन पर टिकी हुई है। शायद योग आदि के प्रयोग से कुछ हासिल हो सके!