सूरत: सूरत नगर निगम ने कुछ क्षेत्रों में सोशल डिस्टैंस का पालन नही करने पर चिंता व्यक्त की है, और लोगों को सोशल डिस्टैंस का अनुपालन न करने पर गंभीर परिणाम की आशंका व्यक्त की है।
कोरोना पॉज़िटिव केस लिंबायत में ज़्यादा
सूरत के नगर आयुक्त बंछानिधि पाणि ने शुक्रवार को शहर में कोरोना की स्थिति का वर्णन करते हुए कहा कि लिंबायत क्षेत्र में सबसे अधिक 192 कोरोना पॉज़िटिव मामले पाए गए। कोरोना संक्रमण के लगभग 37 प्रतिशत मामले मान दरवाज़ा , मीठीखाडी में पाए गए। आजकल लिम्बायत, सेंट्रल ज़ोन और वराछा ज़ोन के स्लम इलाकों से कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं।
स्लम क्षेत्रों से मिले रहे कोरोना पॉज़िटिव
शहर में कुल 351 स्लम एरिया हैं, जिनमें से 51 में से कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और मनपा ने इस पॉकेट पर ध्यान देना शुरू किया है। वहां बुखार के क्लीनिक शुरू किए गए हैं। आयुक्त ने इस तथ्य पर चिंता व्यक्त की कि स्लम क्षेत्रों में जनसंख्या ज़्यादा होने के कारण सोशल डिस्टैंस में मुश्किल नजर आ रही है। यदि लोग सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं करते हैं, तो चिंताजनक परिणाम हो सकते हैं।
गणितीय समीकरण के अनुसार जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना बढ रहा है, उसे देखते हुए यदि कोरोना के केस 10 दिनों में दोगुना हो जाते है, तो 31 मई तक 32 हजार मामले आ सकते है, अगर यह सात दिनों में दो गुना होते है, 64 हजार, अगर यह पांच दिनों में दो गुना होते है तो 80 हजार मामले तथा तीन दिनों में दो गुना होते हैं तो 1.64 लाख करोड़ पॉजिटिव मामले सामने आ सकते हैं। और अगर यह स्थिति पैदा होती है, तो यह शहर के लिए चिंताजनक है, लेकिन साथ ही यह स्वास्थ्य विभाग पर दबाव बढ़ाएगा। इसलिए सोशल डिस्टैंस का पालन करना लोगों और शहर के हित में है।
सूरत में दो और क्षेत्रों को क्लस्टर क्वारन्टाइन किया
सूरत: सूरत नगर निगम ने आज लिम्बायत और रांदेर क्षेत्र के कुछ क्षेत्रो रोको क्लस्टर क्वारन्न्टाइन घोषित किया है, जिसमें लिम्बायत के संजयनगर इलाके में 3516 घरों में रहने वाले 17580 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। रांदेर झोन में हनीपार्क रोड पर आवास में 320 फ्लैटों में रहने वाले कुल 1280 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। इस प्रकार 3816 घरों के कुल 18860 लोगों को घर से बाहर कर दिया गया है।
मानदरवाजा का उदाहरण दिया
कमिश्नर ने उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले दिनों मान दरवाजा में जिस तरह से मामले सामने आए वह सबके सामने है। बीती 21, 22 और 23 अप्रेल को इस क्षेत्र से मिलने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा रही।