सूरत
देश में गंभीर ढंग से बढ रहे कोरोना के मरीज़ों की संख्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 17 मई तक बढ़ाने का फ़ैसला किया है| ऐसे में उद्यमियों ने राज्य सरकार से बिजली का बिल बढ़ाने के समय एक माह और बढ़ा देने की माँग की है।
मिली जानकारी के अनुसार ऊर्जा पेट्रोकेमिकल विभाग ने 27 मार्च को बिजली बिल के बारे में एक बारी पत्र जारी किया था। इस परिपत्र में बताया गया था कि मार्च और अप्रैल महीने के बिजली के बिल हो भरने की अंतिम तारीख़ 15 मई होगी। 15 मई तक बिजली बिल भरने वालों से कोई विलंब फीस नहीं लिया जाएगा। जिन लोगों के बिजली बिल भरने की अंतिम तिथि अप्रेल की होगी उन्हें सिर्फ़ जितनी बिजली उपयोग की हो उतनी ही बिल लिया जाएगा। उनसे कोई न्यूनतम चार्ज नहीं लिया जाएगा। यदि कोई बिल नही भर सके तो उसका बिजली कनेक्शन नही काटा जाएगा।
यह नियम बिजली वितरण करने वाली सभी कंपनियों को लागू था। यह परिपत्र तब आया था जब लॉकडाउन 14 अप्रेल तक के लिए था, लेकिन अब लॉकडाउन बढ़ाकर 17 मई कर दिया गया है। इसलिए बिजली बिल भरने की अंतिम तिथि भी एक महीने और बढ़ा देने की माँग कपड़ा उधमियों ने की है।
कपड़ा उधमी मयूर गोलवाला ने बताया कि जब लॉकडाउन 14 अप्रेल तक था तब बिजली बिल भरने की तिथि बढ़ाई गई थी। अब लॉकडाउन 17 मई तक कर देने से परिस्थिति वही है। कारख़ाने नहीं शुरू हुए और लोगों का व्यापार धंधा भी बंद है। ऐसे में यदि सरकार वास्तव में लोगों की मदद करना चाहती है तो बिजली बिल भरने की अंतिम तिथि एक माह और बढ़ा देना चाहिए। इस बारे में राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल को पत्र लिखकर गुहार लगाई है।