सूरत
सूरत सहित राज्य के कई शहरों में अन्य राज्यों के श्रमिकों ने अपने गाँव जाने के लिए बबाल करना शुरू कर दिया है। ऐसे में डीजीपी शिवानंद झा ने अन्य राज्यों के लोगों से कानून नहीं तोड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यदि अन्य राज्यों के लोग प्रशासन का साथ नहीं देंगे और कानून तोड़ेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
गुजरात के डीजीपी शिवानंद झा ने कहा कि अन्य राज्यों से आए लोगों से संयम की उम्मीद है। प्रशासन की ओर से अन्य राज्यों के लोगों को ट्रेन या सड़क के माध्यम से वतन ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में लोगों को धीरज रखना चाहिए।
डीजीपी ने कहा कि कोरोना रोग नहीं फैले इसलिए केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार राज्यों ने लॉकडाउन डाउन थ्री में अलग प्रकार की व्यवस्था बना रखी हैं। जिसमें की रेड जॉन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। रेड जॉन के बाहर लोगों का आवागमन ना हो सके इसलिए कड़ी व्यवस्था बनाई गई है। वीडियो ग्राफी और सीसीटीवी आदि से भी मॉनिटरिंग की जा रही है। कोरोना की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसलिए प्रशासन इतने सख्त कदम उठा रहा है।
रेड जोन के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी लोग लॉकडाउन को हल्के में ना लें। यदि दुकानें खुली पाई गई तो सख्त कार्यवाही की जा सकती है। ग्रीन जोन में भी लोगों को सोशल डिस्टेंस पालन करने की अपील की।
डीजापी शिवानंद झा ने बताया कि राज्य में सीसीटीवी कैमरे के आधार पर कई सोसायटीयों की चेकिंग करने पर 33 अपराध में 33 लोगों की धरपकड़ की गई है। अब तक 526 अपराधों में 800 लोगों की धरपकड़ की गई है।
राज्य में रविवार को ड्रोन के माध्यम से 86 अपराध दर्ज किए गए है। अब तक कुल 11064 मामलों में 20965 लोगों की धरपकड़ की जा चुकी है। एनएनपीआर सॉफ्टवेयर के माध्यम से कुछ दिनों में 69 अपराध और अब तक कुल 1024 अपराध दर्ज किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनके 40 दिनों में लॉकडाउन भंग करने तथा अन्य अपराध मिलकर कुल 127000 अपराध दर्ज हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते पन्द्रह दिनों में शहर के पांडेसरा, कापोद्रा, सचिन, वेडरोड, पालनपुर जकातनका सहित कई क्षेत्रों में अन्य राज्यों के श्रमिकों ने वतन जाने की माँग के चलते बबाल कर चुके हैं।