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रेलवे प्रशासन अब लॉकडाउन के दौरान धीर धीरे अपनी गतिविधियों तेज कर रहा है। रेलवे प्रशासन की ओर से अब तक लॉकडाउन के कारण कई नियम बना गए थे। अब उनमें परिवर्तन किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के बीच रेलवे ने 12 मई से 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेने शुरू की है। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए इन ट्रेनों के नियमों में बदलाव करने का फैसला किया है। अब इन ट्रेनों की रिज़र्वेशन का समय 7 दिन से बढ़ाकर 30 दिन कर दिया गया है।
साथ ही इन ट्रेनों में तत्काल आरक्षण की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। इन ट्रेनों के आरएसी और वेटिंग टिकटों की घोषणा की जाएगी। हालांकि, ट्रेन में वेटिंग यात्रियों को अनुमति नहीं दी जाएगी।
रेलवे के नए नियमों के मुताबिक, ट्रेन से निकलने के 4 घंटे पहले पहले चार्ट की घोषणा की जाएगी। दूसरे चार्ट की घोषणा 2 घंटे पहले की जाएगी। पहले और दूसरे चार्ट के बीच वर्तमान बुकिंग के तहत टिकट भी बुक किए जा सकते हैं।
इसके अलावा, अब इन ट्रेनों को आरक्षण काउंटरों, डाकघरों, अधिकृत एजेंटों और कॉमन सर्विस सेंटरों पर ऑनलाइन बुक किया जा सकता है। यह नियम 24 मई से लागू होगा और यह आरक्षण 31 मई से चलने वाली ट्रेनों के लिए लागू होगा।
उल्लेखनीय है कि रेलवे की ओर से इतने जल्दी जल्दी नियम बदले जा रहे है कि लोग भी नहीं समक्ष पा रहे।
मुंबई से पहुँचे लोगों के कारण यूपी में बढ़ा कोरोना का ख़तरा!!
लॉकडाउन-4 मे छूटछाट मिलने के बाद अन्य राज्यों के श्रमिक अब गांव वापस लौटने लगे हैं। ऐसे में गांव में कोरोना की संख्या बढ़ने लगी है। ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं जिसमें की शहर से जाने के बाद गांव में लोगों का कोरोना का रिपोर्ट पॉजिटिव आ रहा है।
गुजरात की बात करें तो बीते दिनों सूरत से उड़ीसा गए कई लोगों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद मुंबई से यूपी जाने वाले कई लोगों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। इससे वहां हड़कंप मच गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मुंबई से बस और ट्रक आदि साधनों से यूपी गए पॉजिटिव आया है मिली जानकारी के अनुसार बरेली में बाराबंकी में 14 जौनपुर में 15 बरेली में 18 बनारस में चार और सिद्धार्थ नगर में 8 को रोना के रिपोर्ट पॉजिटिव आए हैं मुंबई में से जाने वाले लोग यूपी बिहार पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के कई शहरों में गए हैं इसलिए उन राज्यों में भी कोरोना की संख्या बढ़ने की आशंका है बताया जा रहा है कि इन श्रमिकों को जांच के बाद उनके वतन भेजा गया था इसके बाद भी गांव पहुंचने के बाद इनका रिपोर्ट को रोना पॉजिटिव आ रहा है इससे कई तरह के तर्क वितर्क होने लगे हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि इन्हें गांव आते समय ट्रेन बसिया अन्य स्थानों पर करुणा का चेक लगा होगा गांव के लोगों को अब चिंता होने लगी है कि कुरौना के कारण पहले शहर में केस बढ़ रहे थे लेकिन अब जब शहर के लोग गांव में आना शुरू हो गए हैं तो गांव में भी कोरोना की संख्या बढ़ गई है शहरों की अपेक्षा गांव में कम सुविधाएं होने के कारण भी गांव के लोगों की चिंता और बढ़ गई है