सूरत:
सूरत में देश में कोरोना रोगियों के ठीक होने का सबसे अच्छा रिकॉर्ड है। यहाँ पर अब तक कोरोना से बीमार कुल 65.08 प्रतिशत कोरोना रोगियों को सूरत में घर भेजा गया है।
नगर आयुक्त के अनुसार, सूरत में सोमवार को कोरोना के 28 नए मामले सामने आए, जबकि दो लोगों की मौत हो गई और 55 लोगों को छुट्टी दे दी गई। सूरत में कोरोना के लिए अब तक 17000 परीक्षण किए जा चुके हैं। जिनमें से 991 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।जिसमें से 46 लोगों की मौत हो गई है।जबकि 652 लोगों को छुट्टी दे दी गई है और अन्य लोगों का इलाज चल रहा है।
नगर आयुक्त ने यह भी दावा किया कि सूरत में कोरोना रोगियों की वसूली दर 65.08 है।जो देश में सबसे अच्छा है। सूरत में मृत्यु दर 4.6 प्रतिशत है। सूरत में आज कुल 28 नए मरीज दर्ज किए गए हैं। कमिश्नर ने कहा कि सूरत में डोर टु डोर सर्वेक्षण में एआरआई के मामलों का पता लगाने से केस मिल रहे है उनका जल्दी उपचार शुरू होने से रिकवरी दर अच्छा बना है।एआरआई इसलिए किया जा रहा है ताकि संदिग्ध मामलों की जल्द पहचान की जा सके और इलाज शुरू किया जा सके।
डोर टू डोर सर्वे के साथ-साथ सूरत के स्लम इलाकों में सामुदायिक नमूने लेना शुरू कर दिया गया है, जिसके कारण नगरपालिका कोरोना के पॉज़िटिव मामलों का पता लगाने में सफल रही है। उन्होंने आगे कहा कि जो मरीज जल्द इलाज के लिए आते हैं उनके ठीक होने की संभावना अधिक होती है।मनपा की ओर से स्लम क्षेत्रों में आयुर्वेदिक और होमियोपैथी दवाओं का वितरण भी किया जा रहा है।इसके अलावा कई क्षेत्रों में जनजागृती के प्रयास भी किए जा रहा है।