सूरत
सूरत के लोगों के लिए खुशखबरी है। सूरत में, कोरोना से ठीक होने वाले रोगियों की संख्या पचास प्रतिशत तक पहुंच गई है। सूरत में अब तक कुल 808 कोरो मरीज हैं। जिसमें से कुल 400 मरीज रिकवर हुए हैं। सोमवार को सूरत में कुल 26 नए मरीज पहुंचे और 40 मरीजों को छुट्टी दे दी गई।
सूरत के नगर आयुक्त बंचनिधि पाणि ने कहा कि शुक्रवार को सूरत में 26 कोरोना रोगियों में से एक की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि अकेले कोरोना से मरने वाले रोगियों की संख्या बहुत कम है। कोरोना से मरने वाले रोगियों को मधुमेह या रक्तचाप जैसे कोरोना के अलावा अन्य बीमारियाँ भी होती हैं। शुक्रवार को मरने वालों को भी मधुमेह था। सूरत में, रिकवरी दर शुरुआत में बहुत कम थी, लेकिन तब से नगर निगम और भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के कारण वसूली दर लगातार बढ़ रही है। सूरत में अब तक कुल 808 कोरो मरीज हैं। जिसमें से कुल 400 मरीज रिकवर हुए हैं। जो कि 49.5 प्रतिशत है।
नगर निगम आयुष मंत्रालय द्वारा स्लम क्षेत्रों में दिए गए निर्देशों के अनुसार दवाओं का वितरण भी कर रहा है। आयुक्त ने आगे कहा कि अगर लोग ध्यान दें तो कोरोना को हराया जा सकता है। कोई भी सर्दी, खांसी या बुखार या दस्त के साथ तुरंत अस्पताल में जांच की जानी चाहिए। जितनी जल्दी मामला समझ में आ जाए। उतना बेहतर उपचार हो सकेगा।
स्लम क्षेत्रों में केसो की संख्या बढने के कारण फीवर क्लीनिक की संख्या बढाई गइ है। साथ ही वहां सर्वे की टीम भी बढा दी गई है। लिंबायत क्षेत्र को टापू जैसा बनाकर वहां पर बाहर से आने जाने वालों पर नियंत्रण के प्रयास जारी है।