कपड़ा मार्केट में मंदी के कारण इस तरह व्यापारी परेशान हो गए हैं। कई मार्केट के व्यापारी अब दुकानें बंद कर रहे है या दुकानें कम कर रहे है। व्यापारी इस कदर व्याकुल हो गए है कि वह दुकान मालिक को बताए बिना ही दुकानें ख़ाली कर दे रहे है। बीते दिनों कई मामलों में दुकानदारों ने अपनी दुकानें ख़ालीकर चाबी पड़ोसी को सौंप दी। बाद में दुकान के मालिक को फोनकर दुकान ख़ाली करने की जानकारी दे दी।
दरअसल बात ऐसी है कि कोरोना के कारण लॉकडाउन होने से बीते दिनों व्यापार बिल्कुल ठप्प रहा। एक ओर जहां व्यापारियों के पास रमज़ान ईद और लग्नसरा का माल स्टॉक हो गया है। वहीं दूसरी ओर अन्य राज्यों में बेचे माल का पेमेन्ट नहीं आ रहा। तीन महीने से आवक नहीं हो रही लेकिन अपार खर्च लगें है। अब जब दुकानें खुल गई है तब व्यापारियों को पेमेन्ट के लिए फ़ोन आने शुरू हो गए है।
बड़े व्यापारी तो जैसे तैसे पूँजी जमा कर लेंगे लेकिन छोटे व्यापारी ज़्यादा परेशान है। कई किराएदार व्यापारियों ने दुकानों का किराया माफ करने की माँग की है। लेकिन आगे की राह मुश्किल देखते हुए कई व्यापारी दुकान ख़ाली कर रहे है और कुछ व्यापारी दुकानें कम कर रहे है।
कई व्यापारियों ने तो दुकान के मालिकों को बताए बिना ही दुकानें ख़ाली कर दी है ।कुछ दुकानदारों ने दुकानें ख़ाली कर पड़ोसियों का चाबी सौंप दी और दुकान के मालिक को फ़ोन कर दिया।
फोस्टा के रंगनाथ शारडा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण व्यापार नहीं चलने से व्यापारियों की समस्या बढ गई है। कई व्यापारियों ने तो दुकानों की संख्या कम करने का फ़ैसला कर लिया है। कुछ व्यापारी पाँच की जगह दो दुकान तक सिमित हो गए है और दो दुकान वालों ने एक दुकान कर दी है।