सूरत
जीएसटी डिपार्टमेंट में बीते दिनों आइसक्रीम पार्लर और ज्यूस विक्रेताओं के यहाँ छापेमारी करने के बाद एक बार फिर से राज्यभर में रिसॉर्ट संचालकों के यहाँ छापे मारे शुरू की है। गुरुवार को दक्षिण गुजरात सहित राज्य भर में 7 स्थानों पर स्टेट जीएसटी डिपार्टमेंट ने कार्रवाई शुरू की है।सभी स्थानों पर रोकी गई कार्रवाई देर रात तक जारी रही।डिपार्टमेंट ने तमाम स्थानों पर से बड़े पैमाने पर दस्तावेज़ ज़ब्त किए।
मिली जानकारी के अनुसार जीएसटी डिपार्टमेंट इन दिनों सीज़न के अनुसार कार्रवाई का ढंग भी बदला है। गर्मी के दिनों में आइसक्रीम और ज्यूस की बिक्री बढ़ जाती है। इसे देखते डिपार्टमेंट ने बीते दिनों आइसक्रीम विक्रेता और ज्यूस पार्लर पर छापेमारी की थी।इसके अलावा रिसॉर्ट वॉटर पार्क आदि में भी वेकेशन के दौरान लोग बड़ी संख्या में घूमने फिरने जाते हैं जिसके चलते डिपार्टमेंट में अब रिसॉर्ट को लक्ष्य बनाया है।गुरुवार से ही दक्षिण गुजरात मे एक स्थान और राज्यभर में 7 जगह पर छापे मारे शुरू की गई है। डिपार्टमेंट को आशंका है कि रिसोर्ट संचालक नक़द में जो पेमेंट लेते हैं वह जानकारी डिपार्टमेंट को नहीं छुपा बताते है इसे जानकारी को खंगालने के लिए छापेमारी की गई है।
उल्लेखनीय है कि जीएसटी डिपार्टमेंट के पास जो सॉफ़्टवेयर उपलब्ध है।उससे भी बड़े पैमाने पर डिपार्टमेंट को टैक्स चोरी करने वालों की जानकारी हासिल हो जाती है।जीएसटी डिपार्टमेंट में सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके ज़्यादातर स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई करता है। जीएसटी डिपार्टमेंट पूरे देश में इस सॉफ़्टवेयर की मदद से अब तक बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी रोकने में सफल रहा है।
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आइस्क्रीम और ज्यूस पार्लर संचालक कर्मचारियों के बैंक अकाउंट का उपयोग
सूरत
जीएसटी डिपार्टमेंट ने बीते दिनों राज्यभर में आइस्क्रीम और ज्यूस विक्रेताओं के यहाँ छापा मारा था। जिनमें के सूरत में भी तीन आइसक्रीम विक्रेता तथा ज्यूस पार्लर के कुल 20 ठिकानों पर कार्रवाई की गई थी।डिपार्टमेंट ने तमाम स्थानों पर से ज़ब्त किए तीन साल के हिसाबी दस्तावेजों की जाँच शुरू की है। यह लोग नक़द पेमेन्ट के लिए अपने कर्मचारियों के बैंक अकाउन्ट के क्यूआर कोड का उपयोग करते थे।
मिली जानकारी के अनुसार गर्मी के दिनों में आइस्क्रीम और ज्यूस की बिक्री बढ़ जाती है।इस वर्ष बीते तमाम वर्षों की अपेक्षा गर्मी अधिक है। ऐसे में जीएसटी विभाग में आइस्क्रीम विक्रेताओं ज्यूस पार्लर पर टैक्स चोरी की आशंका से बड़े पैमाने पर कार्रवाई की थी। बिस्मिल्ला, महालक्ष्मी ज्यूस तथा 51 रेम्बो पर कार्रवाई में डिपार्टमेंट ने तमाम स्थानों से हिसाबी दस्तावेज़, बैंक बुक तथा मोबाइल और कंप्यूटर आदि ज़ब्त किए थे।जाँच में ख़ुलासा हुआ कि यह लोग ऑनलाइन जो पेमेंट आता था उसकी जानकारी नहीं देते थे। बल्कि ऑनलाइन पेमेंट के लिए इन्होंने जो QR कोड बना रखा था। वह इनके यहाँ काम करने वाले कर्मचारियों के बैंक का का होता है।
ऑनलाइन पेमेंट में उन्हें किया एकाउंट में आता था और बाद में यह पेमेंट कर्मचारियों से ले लेते थे।फ़िलहाल डिपार्टमेंट में टैक्स चोरी गिनने की कार्रवाई शुरू कर दिया है।तमाम स्थानों पर से बड़े पैमाने पर GST चोरी मिलने की आशंका व्यक्त की जा रही है।