डेस्क
देशभर में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए राज्य सरकारें चिंतित हो गई है। कई राज्यों में कोरोना के रोज़ बड़ी संख्या में आंकड़े आ रहे हैं। इससे घबराकर कोरोना कहीं आफ़त न फैला दे इसलिए राज्य सरकारों ने केन्द्र सरकार से कोरोना के लिए लॉकडाउन और लंबा कर देने की माँग की है ।
फ़िलहाल अभी फ़ैसला नहीं किया गया है ।केंद्र सरकार अभी राज्य सरकारों से उनके अभिप्राय माँग रही है ।जिन राज्यों ने लॉकडाउन बढ़ाने की माँग की है उसमें महाराष्ट्र. मध्य प्रदेश, हरियाणा, तेलंगाना, राजस्थान, केरल आदि शामिल हैं।
देश में अब तक कोरोन के 5172 के सामने आ चुके हैं।बताया जा रहा है कि 21 दिन का लॉक डाउन होने के कारण व्यापार धंधे बंद हैं ।लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं ।कई लोग बेरोज़गार हो गए हैं ।इन सब कारणों से अर्थतंत्र को प्रतिदिन 9, लाख करोड़ रुपया का नुक़सान हो रहा है ।इसके बावजूद राज्य सरकारें कोरोना से लोगों की जान नए जाए इसलिए लॉकडाउन बढ़ाने की हिमायत कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन बढ़ाने की माँग की ।तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने भी सरकार से लॉकडाउन बढ़ाने की गुहार लगायी। उन्होंने कहा कि अर्थतंत्र तो फिर से स्टेबल हो जाएगा, लेकिन लोगों की जान बचाना भी प्राथमिकता है ।
हरियाणा के मुख्यमंत्रीलाल खट्टर पहले से ही लॉकडाउन बढ़ाने के समर्थन में है। के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने भी सरकार से लॉकडाउन की गुहार लगायी। इसी तरह अन्य कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी केंद्र से लॉक डाउन के लिए कहा है।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के कारण जिस तरह से बेहतर को नुक़सान हो रहा है वह देखते हुए राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों की चिंता बढ़ गई है लेकिन कोरोना के आंकड़ों ने इससे ज़्यादा चिंता बढ़ायी है ।अब केंद्र सरकार पर स्थिति पर नज़र रखे हैं आर लगातार राज्य सरकारों और उच्चाधिकारियों से लॉकडाउन पर समीक्षा कर रही है ।
हालाँकि देश में जिस तरह कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। उसे देखते हुए 14 अप्रैल को लॉकडाउन खुलेगा या बढ़ेगा यह कह पाना मुश्किल हो रहा है।फ़िलहाल केन्द्र सरकार ने राज्य सरकारों आर उच्चाधिकारियों से अभिप्राय जुटाना शुरू कर दिया है