सूरत
सूरत में कोरोना के बढ़ते आँकड़े और पडोंसी राज्य महाराष्ट्र में जिस तरह कोरोना तेज़ी से फैला है इसके कारण प्रशासन की चिंता बढ गई है। प्रशासन ने इसे लेकर शहरीजनों को सतर्क रहने का आग्रह किया है।
सूरत महानगर पालिका आयुक्त बंछानिधि पाणि ने सूरत में अन्य राज्यों से पिछने एक महीने में आनेवाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है।उन्होंने कहा कि लोगों को स्वास्थ्य के प्रति ख़्याल रखना चाहिए यदि किसी भी बीमारी का पहला लक्षण दिखते ही अस्पताल में संपर्क करने के आग्रह किया है।
आप को बता दें कि सूरत में रविवार को एक साथ तीन मरीजों के कोरोना पॉजिटिव आने और एक कोरोना पॉज़िटिव महिला की मौत के बाद से मनपा प्रशासन और चौकन्ना हो गया है। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में जिस तरह से कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं, सूरत समेत गुजरातभर के लिए यह चिंता का विषय है।
सूरत में बड़ी संख्या में मराठी परिवार रहते है। सूरत इससे सबसे पहले प्रभावित हो सकता है। मराठी लोगों का वहा आना-जाना लगा रहता है। लॉकडाउन के कारण दोनों राज्यों की सीमाएं बंद तरसती गई है आने जाने पर रोक लगी है, लेकिन लोग गाँवों में से गुजरने वाले रास्तों से महाराष्ट्र से गुजरात में प्रवेश कर जाते हैं। इसे देखते हुए मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने महाराष्ट्र या सूरत से सटे पड़ोसी जिलों से आए लोगों को सजगता बरतने की हिदायत दी है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि जो लोग बीते एक माह में महाराष्ट्र व अन्य प्रदेशों या राज्य के ही अन्य जिलों की यात्रा करके सूरत लौटे हैं, वे हाई रिस्क पर हैं। ऐसे में उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। आयुक्त ने कहा कि कोरोना अदृश्य शत्रु है, जिससे हमें मिलकर लडऩा है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, बुखार या डायरिया जैसे लक्षण दिखते हैं तो उन्हें सबसे पहले सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों से संपर्क करना होगा। उन्होंने कहा कोरोना का इन दिनों जो चरण शुरू हुआ है, उसमें सावधानी ही बचाव है।
उल्लेखनीय है कि अब तक कोई ऊना पॉज़िटिव के मामले में गुजरात में अहमदाबाद में 53 मामले सामने आने के बाद वह राज्य में प्रथम स्थान पर है और सूरत में अब तक कोरोना पॉज़िटिव के 14 मामले सामने आ चुके हैं सूरत राज्य में दूसरे स्थान पर है राज्य प्रशासन और स्थानीय प्रशासन ने कोरोना की रोकथाम के लिए कड़े क़दम उठाए हैं सूरत में अब तक कोरोना के कारण 2 मौत हो चुकी है