वित्तीय वर्ष समाप्त होने के पहले मनपा ने शुरू किया वसूली अभियान
वित्तीय वर्ष 2023-24 समाप्त होने में अभी दो महीने का समय बचा है।ऐसे मे सूरत महानगरपालिका ने आगामी बजट की तैयारी शुरू कर दी है।पालिका ने प्रॉपर्टी टैक्स तथा पेइड एफ़एसआई की जो रकम वसूलनी बाक़ी है उसकी रिकवरी तेज कर दी है। बीते तमाम वर्षों में सूरत महानगर पालिका को पेइड एफ़एसआई के तौर पर बिल्डर्स से मिले चेक मे लगभग 476 करोड रुपए के चेक बाउंस हुए थे जिसमें की पालिका ने अब तक 341 करोड रुपए की रिकवरी कर ली है। पालिका का मानना है कि फरवरी महीने के शुरुआती दिनों में बड़ी रकम की रिकवरी संभव हो जाएगी।
कोरोना के बाद रियल एस्टेट मे बेहतर परिस्थिति
सूरत महानगरपालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के बाद से रियल एस्टेट सेक्टर में अच्छा माहौल बना हुआ है। शहर के सभी क्षेत्रों में नए-नए प्रोजेक्ट बन रहे हैं और इंक्वायरी भी अच्छी है। बिल्डर का मानना है कि आने वाले दिनों में भी रियल एस्टेट सेक्टर में कारोबार अच्छा रहेगा। रेजिडेंशियल और कॉमर्शियल तथा इंडस्ट्रियल प्लॉट में भी लोग निवेश कर रहे हैं।शहर में व्यापार- उद्योग की गाड़ी जिस तेजी से बढ़ रही है उसी के साथ रियल एस्टेट सेक्टर भी ताल से ताल मिलाकर आगे बढ़ रहा है। सूरत महानगरपालिका मे बिल्डर की कई फ़ाइल मंजूरी के लिए वेटिंग में है। पालिका ने वित्तीय वर्ष 2016-17 से अब तक पेइड एफ़एसआई के तौर पर बिल्डर ने दिए गए चेक में से जो चेक रिजेक्ट या रिटर्न हुए हैं उनकी वसूली तेज कर दी है।
कोरोना के दिनों में बड़ी रक़म के चेक हुए रिजेक्ट
मिली जानकारी के अनुसार अब तक कुल 476 करोड रुपए के चेक रिजेक्ट हुए हैं।जिसमें की 12 जनवरी तक 341 करोड रुपए की रिकवरी की जा चुकी है।बताया जा रहा है कि ज्यादातर चेक कोरोना के समय में बाउंस हुए थे।कोरोना के दिनों में लॉकडाउन था।तब व्यापार उद्योग बंद होने के कारण लोगों के पास पेमेंट की तंगी हो गई थी जिसके चलते कई लोगों ने बिल्डर के रुपए नहीं दिए।इन तमाम कारणों से कोरोना के दिनों में बड़ी संख्या में बिल्डर के चेक बाउंस हुए। कई प्रोजेक्ट तो ऐसे हैं जो की कोरोना के दिनों में बंद होने के बाद अभी तक शुरू हो नहीं शुरू नहीं हो पाए और बिल्डर भी अभी तक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
राज्य मे अहमदाबाद के बाद सूरत दूसरे स्थान पर
सूरत का रियल एस्टेट सेक्टर राज्य में दूसरे स्थान पर आता है।अहमदाबाद के बाद सूरत में ही बड़ी संख्या में प्रोजेक्ट निर्माणाधीन है।इतना ही नहीं वाइब्रेंट गुजरात में भी सूरत तथा सूरत के आसपास के क्षेत्र में से बिल्डर ने 48000 करोड रुपए के अधिक के प्रोजेक्ट के लिए एमओयू किया है।बिल्डर का कहना है कि सूरत में डायमंड बुर्ज बन रहा है।इसके चलते सचिन तथा आसपास के क्षेत्र में भी रियल एस्टेट को गति मिली है।इसके अलावा भी जिस तरह से औद्योगिक क्षेत्र में सूरत तेजी से बढ़ रहा है इसका फायदा आने वाले दिनों में भी मिलेगा।
—-
बीते सालो में पेइड एफ़एसआई की आय
साल रकम (करोड मे)
2019-20 326
2020-21 182
2021-22 513
2022-23 625
2023-24। 838 ( 12 जनवरी तक)