सूरत में अपन मावा खाना भी मुश्किल नजर आ रहा है। सूरत महानगर पालिका ने वराछा कतारगाम जोन में कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए पान की दुकान 7 दिनों तक बंद करने का निर्देश दिया है। पहले से ही मनपा लोगों से पानमसाला खाकर यहाँ वहा थूकने से मना कर रही थी।
उसी कड़ी में कपड़ा बाजार के व्यापारियों की संस्था फेडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने भी सभी कपड़ा मार्केट एसोसिएशन से पान गुटखा या बाहर से आनेवाली चीजों पर रोक लगाने को कहा है। साथ ही सीसीटीवी कैमरा में देख कर यदि कोई पान गुटखा मावा आदि खा रहा हो तो उन्हें दंडित करने के लिए भी कहा है। ऐसे में कोरोना के कारण पान मसाला खाना भी मुश्किल होता नजर आ रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत में कोरोना के मरीज रोज-रोज तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को सूरत में कुरौना के 248 मरीज दर्ज किए गए। जबकि मृतकों की संख्या भी अब तक कुल मिलाकर 200 के करीब पहुंच गई है। कतारगाम जोन में कोरोना के सबसे अधिक संक्रमण मिलने के कारण मनपा ने वहां पर हीरा के कारखाने बंद करा दिए हैं। इसी श्रृंखला में वहां पर पान मावा आदि की दुकानें भी 7 दिनों तक बंद रखने के लिए मनपा कमिश्नर ने निर्देश दिए हैं।
हीरा बाजार की तरह अब कपड़ा बाजार भी होने के कारण प्रशासन ने आज सूरत टेक्सटाइल मार्केट की 5 दुकानों को सील कर दिया। यहां पर से कोरोना के मरीज पाए गए थे। इस दौरान शाम को फेडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने सभी मार्केट एसोसिएशन को पत्र भेजकर बताया है कि मार्केट में आगामी सूचना तक मार्केट में कैन्टीन नहीं खोली जाएंगी।
पान गुटखा बाहरी खाद्य पदार्थों को लाने पर भी मनाई है। साथ ही मार्केट प्रबंधन को यह भी सूचित कर दिया है कि सीसीटीवी कैमरे से निगरानी कर मास्क नहीं पहनने वाले सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने वाले पान गुटखा- मावा खाकर थूक वालों को दंडित किया जाए।
लॉकडाउन के दौरान भी खाने वालों का साथ छूटा नहीं था। उन दिनों भी शहर में चोरी छुपे थे पान माओवादी ले जाने वाले कई लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर कार्यवाही की थी।
दरअसल लोग पान मावा आदि खाकर इधर उधर थूक देते हैं इससे संक्रमण का भय बढ़ जाता है ।इसलिए मनपा यह कदम उठा रही है।