अहमदाबाद में केमिकल फैक्ट्री में लगी आग का असर सूरत में देखा जा रहा है। सूरत महानगर पालिका के फायर विभाग ने केमिकल फैक्टरी और ट्रान्सपोर्ट पर जांच और कार्रवाई करने के बाद नोटिस जारी की है। बीते दिनों अहमदाबाद में केमिकल फैक्टरी में आग लगने के कारण कई बहुत नुकसान हुआ था। इसके बाद सूरत सहित राज्यभर में इस तरह से कार्रवाई शुरू की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद केमिकल फैक्ट्री में आग लगने की घटना के बाद सूरत में अंधेरा देखा जा रहा है। सूरत का सिस्टम गतिरोध में आ गया है। सूरत के सभी क्षेत्रों में, नगर पालिका के अग्निशमन विभाग ने रासायनिक कारखानों सहित परिवहन गोदामों पर निरीक्षण और सर्वेक्षण कार्य किया है जिसमें ऊन क्षेत्र में परिवहन गोदामों में संग्रहीत रसायनों की मात्रा की जांच की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले अहमदाबाद के पिराना-पीपलाज रोड पर एक केमिकल के गोडाउन में आग लगने के बाद 12 लोगों की मौत हो गई और 9 लोग झुलस गए थे। इस घटना के बाद राज्य सरकारी की नींद खुल गई है।
राज्य सरकार ने सभी जिलों में केमिकल के गोडाउन की जांच के निर्देश दिए हैं। इसके बाद सूरत में भी जांच शुरू की गई है। इसमें शहर के सचिन, उन और पांडेसरा क्षेत्र में केमिकल के गोडाउन पर जांच शुरू की गई। जांच में पता चला कि
100 टन केमिकल स्टोर के बावजूद, अग्निशमन विभाग से कोई परमीशन नहीं ली गई है। 20 से अधिक ट्रान्सपोर्ट गोदाम मालिकों को नोटिस जारी किए गए हैं। अग्निशमन विभाग रासायनिक कारखानों में सुविधाओं के प्रकार, एनओसी, वेंटिलेशन सहित जांच कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि यदि पहले से ही इन सब चींजो पर ध्यान दी जाए तो घटनाएँ बनने से रोकी जा सकती है और लोगों की जान जाने से बचाया जा सकता है।