सूरत
सूरत में लगातार पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं। सूरत में गुरुवार को 40 अधिक कोरोना के मामले सामने आए और सूरत शहर क्षेत्र में अब तक कुल 782 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें 300 से अधिक मामले लिंबायत से आए हैं। इस क्षेत्र में कोरोना रोकथाम अब APX प्रणाली को लागू किया जाएगा। शहर में पहली बार लिंबायत में इस सिस्टम से काम होगा।
APX सिस्टम क्या है?
यह पहली बार है जब सूरत में इस तरह की व्यवस्था लागू की जाएगी। लंबे समय में कोरोना के अधिक मामले सामने आ रहे हैं। APX प्रणाली में, जिस घर में ARI यानी सर्दी, खांसी, दस्त या बुखार के मामले हैं, घर के बाहर मानपा द्वारा ‘ए’ लिखा जाएगा।
साथ ही, जिस घर में बुजुर्ग हो और उन्हें डायबिटीज, गले का दर्द आदि है, यानी कोमर्बिड स्थिति के मामले हो वहा P लिखा जाएगा। साथ ही जिनके घर में किसी भी प्रकार के एआरआई के मामले नहीं हैं और बुजुर्ग लोग नहीं होंगे, यानी, घर के बाहर कोर्मोबिड स्थिति का कोई मामला नहीं होगा, ‘X’ लिखा जाएगा। ताकि लोग भी सावधान रहें और सिस्टम को भी इसकी जानकारी हो।
सूरत में अब तक कुल 14,387 परीक्षण किए गए हैं। दस लाख की आबादी में, कुल परीक्षण 3500 से 3600 तक हो रहा है। सूरत में निजी क्लीनिकों से कई मामले सामने आ रहे हैं। कम्यूनिटी टेस्ट के माध्यम से भी मामले भी दर्ज किए जा रहे हैं। इसके अलावा स्लम क्षेत्रों में 26 फीवर क्लीनिक शुरू किए गए है।
लिंबायत क्षेत्र को टापू जैसा अलग किया जाएगा लिंबायत क्षेत्र में कोरोना के सबसे अधिक मामले सामने आने के बाद प्रशासन उसे टापू जैसा बनाकर वहां कोरोना की रोकथाम करना चाहता है। दूसरे क्षेत्रों से आने वालों पर प्रतिबंध के लिए भी व्यवस्था की जा रही है।