हीरा उद्यमियों और हीरा श्रमिकों के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार ने 10 तारीख से हीरा बाजार और 14 तारीख से हीरा के कारखाने चालू करने का फैसला किया है। इस फैसले के कारण हीरा उद्यमियों और हीरा श्रमिकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
मिली जानकारी के अनुसार हीरा बाजार में से बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिलने के कारण मनपा प्रशासन ने हीरा के कारखाने और हीरा बाजार बंद करा दिए थे। इसके चलते लाखों हीरा श्रमिक बेरोजगार हो गए थे। बड़ी संख्या में हीरा श्रमिक उत्तर गुजरात की ओर पलायन करने लगे थे।
हीरा उद्यमियों को लगा कि एक बार तो जैसे तैसे हीरा उद्योग खुला उसमें फिर से बाजार जाने के कारण अगर श्रमिक लौट जाए तो शायद हीरा कारखाने कब खुलेंगे इसको चलते प्रेमियों ने प्रशासन और राज्य सरकार से गुहार लगाई थी।
हीरा उद्यमियों की समस्या को समझते हुए राज्य सरकार ने हीरा उद्यमियों से बातचीत करना शुरू की । शनिवार के रोज राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी सूरत के दौरे पर थे। इसके बाद रविवार को स्वास्थ्य मंत्री कुमार कानाणी, मेयर, मनपा के अधिकारी, सूरत डायमंड एसोसिएशन के पदाधिकारी सहित कई उद्यमियों के साथ मीटिंग की गई।
मीटिंग में हीरा उद्यमियों ने अपना पक्ष रखा। इसके बाद सोमवार को राज्य सरकार ने हीरा उद्यमियों को बताया कि 10 जुलाई से हीरा बाजार खुले रह सकते हैं और 14 जुलाई से हीरा के कारखाने खुले रह सकते हैं। हालांकि इस दौरान नियमों का पालन करना पड़ेगा राज्य सरकार की ओर से नई गाइडलाइन जल्दी ही भेजी जाएगी।
भले राज्य सरकार ने हीरा उद्यमियों की बात मान ली है लेकिन जिस तरह से कोरोना के मरीज बढ रहे है उसे नकारा नहीं जा सकता। प्रशासन को इस पर ध्यान देना ही पड़ेगा।