सूरत
दुनिया भर में हीरा उद्योग के तौर पर डंका बजाने वाले सूरत शहर में हीरा उद्योग से जुड़ी तमाम जानकारियो का डाटाबेज बनाने के लिए राज्य सरकार ने सर्वे करने का फ़ैसला किया है।सर्वे के माध्यम से राज्य सरकार हीरा उद्योग पर निर्भर लोग, उनकी आर्थिक परिस्थिति सहित कई जानकारियाँ एकत्रित करेगी और भविष्य में यदि किसी प्रकार की आवश्यकता उत्पन्न हुई को रिपोर्ट के आधार पर फ़ैसला लिए जाएगा। ऐसा माना जा रहा है।
हीरा उद्योग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत में नेचरल डायमंड और लैबग्रान डायमंड उद्योग दोनों ही बड़े पैमाने पर है। दोनों में कुल मिलाकर लगभग 7 लाख से अधिक लोगों को रोज़गार मिलता है। सूरत में तैयार होने वाले हीरे अमेरिका,यूरोप,जापान हांगकांग,चीन देशो मे निर्यात किए जाते हैं। सूरत मे नेचरल हीरो के साथ अब लैबग्रान हीरा उद्योग का भी कारोबार बढ़ा है। मंदी के दिनों में लैबग्रान हीरा उद्योग ने लाखों लोगों को रोज़ी रोटी दी थी। इतने बड़े पैमाने पर उद्योग फ़ैला होने के बाद वे भी राज्य सरकार के पास ठोस जानकारी नही थी।
राज्य सरकार की पॉलिसी बनाने में मिलेगी मदद
हीरा उद्योग से जुड़े श्रमिको के बारे मे जानकारी के अभाव में वर्ष 2008 में आर्थिक मंदी के समय वे यहाँ उद्योग से जुड़े लोगों को आर्थिक मदद करने मे बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था लेकिन अब राज्य सरकार हीरा उद्योग की जानकारी एकत्रित करना चाहती है जिसके चलते बीते दिनों राज्य सरकार के अधिकारी सूरत आए थे और 35 कंपनियों के एचआर डिपार्टमेंट के अधिकारी तथा डायमंड एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मीटिंग की। मीटिंग के दौरान उन्होंने प्राथमिक जानकारी एकत्रित करने का प्रयास किया।
आगामी दिनों में सर्वे शुरू होने की उम्मीद
सूरत में 3000 से अधिक छोटे बड़े हीरा के कारख़ाने हैं। राज्य सरकार हीरा उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या तथा उनकी जीवनशैली के बारे में अध्ययन करना चाहती है। इसे ध्यान में रखते हुए बीते दिनों में राज्य सरकार के अधिकारी डायमंड कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट के अधिकारियों से मिले थे आगामी दिनों में सर्वे शुरू होने की संभावना है।
जगदीश खूँट, प्रमुख, सूरत डायमंड एसोसिएशन
हीरा उद्यमियों के लिए शुरू करने चाहिए योजनाएँ
हीरा उद्योग का सर्वे करने के बाद राज्य सरकार को हीरा उद्योग में काम करने वाले श्रमिकों के विकास के लिए योजना शुरू करने चाहिए।हमने इस बारे में कई बार राज्य सरकार से गुहार लगायी है।जिसके चलते राज्य सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रही है।इस सर्वे से हीरा उद्योग के सभी लोगों को लाभ होगा।
भावेश टांक, प्रमुख, सूरत डायमंड वर्कर यूनियन