सूरत
किसी भी समस्या को अवसर में बदल लेने की क्षमता वाले सूरत के कपड़ा उधमियों ने कोरोना की मुसीबत में भी व्यापार की संभावना ढूंढ निकाली है। सूरत के कपड़ा उधमी अब साड़ी और ड्रेस मटीरियल्स के मैचिंग का मास्क बना रहे है।
कपड़ा बाजार के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के कारण सूरत का कपड़ा उधोग दो महीने से बंद है। व्यापार उधोग बिल्कुल बंद होने से सूरत के कपड़ा उधमियों ने करोड़ो का नुकसान उठाया।
हमेंशा से कपड़े की दुनिया में क्रिएशन करने वाले सूरत के कपड़ा उधमियों ने अब कोरोना की चुनौती भी अवसर में बदल दिया है। एक ओर जहां सूरत के कपड़ा उधमियों ने पीपीई किट का उत्पादन शुरू कर दिया है वहीं अब वह साड़ी और ड्रेस मटीरियल्स की मैचिंग का मास्क बना रहे है।
कपड़ा उधमियों का कहना है कि जिस तरह से कोरोना फैल रहा है वह आने वाले दिनों में भी नजदीकी भविष्य में हमारे बीच से जाए ऐसा नहीं लगता। इसलिए मास्क जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन गया है। ऐसे में महिलाओं के लिए यदि साड़ी, ड्रेस के मैचिंग का मास्क बनाया जाए तो फैशन भी बना रहेगा और जरूरत भी पूरी होगी। यह सोचकर उत्पादन करने की दिशा में कदम रखा है।
कपड़ा उद्यमी विकास पचेरीवाल ने बताया कि वालों ने बताया कि उन्होंने कुर्ती और ड्रेस तथा साड़ी के मैचिंग के अनुसार मास्क का उत्पादन शुरू किया है। उन्होंने बताया कि कोरोना के ख़िलाफ़ हमें लड़ाई जारी रखनी होगी। कोरोना हमारे बीच आ चुका हैँ इसलिए अपनी जरुरूतें पूरी करने के साथ इससे बचते रहना भी आवश्यक है।
कोरोना हमारे बीच इस तरह जुड़ गया है कि यह कब जाएगा कोई नहीं बता पा रहा। ऐसे में लोगों को इसके साथ जीने की आदत डालनी पड़ेगी परिस्थिति को देखते हुए हमने आप कुर्ती, ड्रेस, साड़ी के मैचिंग के अनुसार ही मांस भी बनाना शुरू किया है।
यह मास्क कॉटन कपड़ों के बने हैं इसके अलावा पहनने में भी कंफर्टेबल है, धोने योग्य है, चमड़ी को नुक़सान नहीं करे ऐसा है, श्वास लेने मे भी सुलभ है। इसमें सभी लोगों को कंफर्टेबल हो इसका इसका ख्याल रखा गया है। आने वाले दिनों में मैचिंग वाले मांस कुर्ती तथा ड्रेस शादी की अच्छी डिमांड रहने की उम्मीद है उन्होंने कहा कि उनके प्रोडक्ट पर उपलब्ध है। उनकी प्रोडक्टWWW.RAISINGLOBAL.COM पर उपलब्ध है।