कोरोना सभी व्यापार उद्योग की कमर तोड़ दी है। लॉकडाउन डाउन के बाद धीरे-धीरे व्यापार उद्योग तो शुरू हो रहे हैं लेकिन, उद्योगों के लिए आगे की डगर बड़ी कठिन है। हीरा उद्योग में कारखाने शुरू तो कर दिए गए हैं लेकिन, विदेशों में भी कोरोना का कहर इतना है कि वहां से डिमांड नहीं मिलने के कारण व्यापार बंद सा है।
जहां एक और कारोबार बहुत धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर पिछले दिनों के पेमेंट नहीं मिलने से हीरा उद्यमियों की हालत खराब है। ऐसे समय में व्यापारियों को कारोबार चलाना मुश्किल हो रहा है। सूरत के कपड़ा उद्योग हीरा उद्यमी ने मुंबई के बीकेसी में से 8 मंजिल से छलांग लगाकर मंगलवार को जान दे दी।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत वराछा रोड पर रहने वाले जय लाठिया नाम के हीरा के कारोबारी ने आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर ली।
बताया जा रहा है कि इस घटना के वीडियो और फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। यह घटना बता रही है कि कितना बड़ा संकट चल रहा है। हीरा उद्योग को बैंकों की ओर से भी बंद कर दिया गया है।
ऐसे में बड़े उद्यमियों की हालत भी पतली हो गई हौ। लेकिन बड़े उद्यमी तो जैसे तैसे अपना काम चला रहे हैं पर छोटे और मध्यम हीरा उद्यमियों के लिए अस्तित्व का संघर्ष आ गया है। बीते दिनों ऊंची कीमत पर खरीदने के बाद हीरा उसे बेच रहे हैं तो बाजार में डिमांड नहीं होने के कारण कम कीमत पर बेचने की नौबत आई है।
2 दिन पहले ही सूरत और मुंबई के एक आंगडिया पेठा वाले ने 400 करोड़ रूपए में पलायन होने की जानकारी सामने आई थी। हीरा उद्योग के लिए आगे की राह कांटों से भरा नजर आ रहा है।