सूरत की सांसद के एक फ़ोन से लंदन में बीमार को मिली मदद

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सूरत:

देशभर मे कोरोना का हाहाकार फैला है। लोग अपनी अपनी जान बचा रहे हैं। ऐसे समय भी कई लोगों की मानवता के कारण ज़रूरतमंदों को ज़रूरी सेवा मिल रही है। ऐसी ही घटना हाल में ही सामने आई। जब मूल सूरत के और लंदन में रहने वाले युवक ने अपनी तबियत ख़राब होने की जानकारी सूरत में दी। तब उसके परिवारजनों ने यहाँ मदद की गुहार लगाई और सूरत की सांसद ने मानवता का उदाहरण दिया।

मूल रूप से लंदन में रहने वाले सूरत के एक युवक का इलाज सांसद दर्शन जरदोश के प्रयासों से संभव हुआ । प्राप्त जानकारी के अनुसार, सूरत में रहने वाले बृजेश वढेरा की तबीयत लंदन में रहती है, जिनकी तबीयत करीब 10 से 12 दिन पहले खराब हो गई थी। उन्होंने ब्रिटेन की स्वास्थ्य सेवा से संपर्क किया और मदद मांगी।

बृजेशभाई कुछ दिन पहले से घर में क्वारंटाइन किए गए थे।उन्हें स्वास्थ्य विभाग ने समय समय पर दवा लेने की सलाह दी गई थी, इस दौरान उनकी तबियत बिगड़ने पर उन्होने स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी लेकिन स्वास्थ्य विभाग से जवाब मिला कि उन्हें सांस लेने में कठिनाई न हो तब तक कोई गंभीर तकलीफ़ नहीं होने से कोई मदद नहीं मिलने की बात कही गई।


 इससे घबराए बृजेशभाई ने सूरत में रहने वाले अपने परिवार के सदस्यों को उसकी स्थिति के बारे में जानकारी दी। जिसके बारे में उनके परिवार के सदस्यों ने कोर्पोरेटर पीयूष शिवशक्तिवाला से संपर्क किया और उनसे सांसद दर्शन जरदोश की मदद लेने का आग्रह किया। जब दर्शनाबेन को पूरी घटना के बारे में पता चला, तो उन्होंने लंदन के बीजेपी से जुड़े ओवरसीज़ फ्रेंड्स ऑफ़ स्कॉटलैंड में रहने वाले एक भाजपा कार्यकर्ता आशीष ब्रह्मभट्ट से संपर्क किया।

आशीष भाई ने लंदन में भारतीय दूतावास से संपर्क किया और राजनयिक और चिकित्सा स्तरों पर प्रयास शुरू किए। आखिरकार, आशीषभाई के व्यक्तिगत प्रयासों से बृजेशभाई को नैतिक और चिकित्सकीय सहायता मिली।

उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण अब तक सबसे ज़्यादा जानहानि अमरीका में हुई है। वहाँ पर मृतकों की संख्या भी सबसे ज़्यादा है। भारत में अब तक महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक है। भारत में लॉकडाउन-४ की घोषणा की जा चुकी है।