सूरत
सूरत शहर ने एक बार फिर से सफ़ाई के क्षेत्र में डंका बजाया है। भारत सरकार द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण और परिणाम घोषित किया गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण में सूरत नगर निगम को फ़ाइव स्टार कैटेगरी में स्थान मिला है। भारत। फ़ाइव स्टार कैटेगरी में गुजरात के सूरत और राजकोट शामिल हैं।
सूरत शहर में कचरा हटाने के नई पध्धति का उपयोग करने के लिए लोगों से बार बार अपील की जाती रही है। भूतकाल में सूरत में सभी क्षेत्रों में कचरा के कन्टेनर थे। जो कि अब हटा दिए गए। सूरत नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण के क्षेत्र में कचरा मुक्त शहर बन गया है। बीते दिनों में सूरत नगर निगम क्षेत्र में एक हजार से अधिक कंटेनर निकाले गए थे।
सूरत महानगर पालिका की ओर से कचरा हटाने के लिए सतत नए प्रयोग किए जाते है। सूरत महानगर पालिका में लंबे समय से डोर-टु-डोर कचरा संग्रहण किया जा रहा है।
सूरत नगर निगम ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण को और तेज करके सूरत को कचरा मुक्त शहर बना दिया। सूरत नगर निगम ने भी सेवन स्टार श्रेणी के लिए भी प्रयास किया था, लेकिन सूरत नगर निगम को टीम में जगह नहीं मिली।
सरकार द्वारा जारी की गई सूची में गुजरात के केवल दो शहरों को सूरत सहित पांच सितारा श्रेणी दी गई है। उल्लेखनीय है कि सूरत मे सफ़ाई कार्रवाई को लेकर मनपा ने लोगों को जागृत करने के साथ ही लोगों को सूखे कचरे के लिए अलग और गीले कचरे के लिए अलग व्यवस्था भी बना रखी है।
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यूपी के लाचार श्रमिकों को ठग रहे दो पकड़ाए!!!
यूपी जाने के लिए विवश श्रमिकों से टिकट की कीमत का दो से तीन गुना वसूल करने वाले दो जनों को पांडेसरा महादेव नगर में पकड़कर को सौंप पुलिस को दे दिया गया। पांडेसरा पुलिस ने दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जाँच शुरू की है।
देशभर में तालाबंदी का तीसरा चरण पूरा हो चुका है और चौथा चरण कल से शुरू हो चुका है।रोजगार के लिए सूरत आने वाले कर्मचारी उद्योग और व्यवसाय बंद होने के कारण अपने गाँव जाने के लिए तैयार हैं, कुछ ठग श्रमिकों को खुलेआम लूट रहे हैं। सोमवार को आधी रात के बाद ऐसा एक और मामला प्रकाश में आया है।
पांडेसरा के महादेव नगर बोर्ड क्षेत्र का मकान नं 486 में रहने वाले दीनानाथ मौर्य और विनय मौर्य ने यूपी जाने की इच्छा रखने वालों को टिकिट देने का भरोसा दिलाकर रूपए वसूलना शुरू कर दिया और कहा कि उन्हें जितना टिकट चाहिए उतना टिकिट मिलेगा। लेकिन तीन गुना किराया चुकाना पड़ेगा।जिसमें अजय राजदेव मौर्य से 2 टिकट रु का 5600, विशाल अमरनाथ सरोज से 6 टिकट का 16,800, सरताज मुनीर अली इदरीस से 2 टिकट रु का 5600, चंदनकुमार सुरेशकुमार से 3 टिकट के रु 7800, गंगेला जोखेराम निषाद के पास 3 टिकट के 8400 वसूल किए थे।
अनुमानित 150 लोगों ने टिकट के लिए लाइन लगाई थी। लेकिन ठग दीनानाथ और विनय का काला बाजार कुछ ही घंटों में उजागर हो गया। जिन्होंने पहले से टिकट के लिए भुगतान किया और टिकट की प्रतीक्षा कर रहे थे वह टिकट की मांग करने लगे।इस दौरान धमाल मच गई। जिसमें दीनानाथ और विनय को टिकट देने वाले लोगों ने पीटा और पुलिस कंट्रोल रूम को मामले की सूचना दी। पीएसआई एन.जे पंचाल ने टीम के साथ जाकर दीनानाथ और विनय को हिरासत में लिया और उनके कोरोना पर एक मेडिकल परीक्षण से गुजरने की पेशकश की।