शहर में कोरोना के मरीज जिस तरह तेजी से बढ़ रहे हैं।उसे देखते हुए प्रशासन ने शहर में हर क्षेत्र में आए कम्युनिटी हॉल को कोरोना हॉस्पिटल के तौर पर बनाने का विचार कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत में प्रतिदिन 200 के करीब कोरोना के मरीज दर्ज हो रहे हैं। अनलॉक में व्यापार उद्योग खुलने के बाद कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
इसके कारण सूरत महानगर पालिका ने सरकारी सिविल अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों में भी कोरोना के मरीजों को इलाज करने की छूट दे दी है।
साथ ही सरसाणा में चेंबर ऑफ कॉमर्स में एग्जीबिशन हॉल को भी कोरोना हॉस्पिटल के लिए तय करने के बाद अब प्रशासन की नजर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में कम्युनिटी हॉल को भी कोरोना हॉस्पिटल बनाने की दिशा में विचार करना शुरू किया है।
सूरत महानगर पालिका की ओर से कोरोना को लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है। पालिका ने कोरोना की रोकथाम के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। ऐसे में शहर में बढ़ते हुए कोरोना की संख्या को देखते हुए प्रशासन कम्यूनिटी हॉल को भी कोरोना की अस्पताल के तौर पर उपयोग करने का विचार कर रहा है।
हालांकि अभी इस पर कोई फैसला नहीं आया है। जल्दी ही इस पर मनपा प्रशासन फैसला ले सकता है। सूरत में लगातार कोरोना के बढते केस को देखते हुए राज्य सरकार की पूरी नज़र सूरत मे कोरोना और इसके लिए हो रहे इंतज़ाम पर है।