राजकोट की घटना के बाद प्रशासन ने कड़ा रवैया अपनाया है। सूरत सहित तमाम स्थानों पर फ़ायर एनओसी और बीयूसी बिना चल रहे तमाम संस्थाओं पर सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है। दो सप्ताह से सूरत में भी कई कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स, कपड़ा मार्केट,मॉल होटल आदि को सील कर दिया गया है।ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों का व्यापार धंधा छीन गया है।कई लोग बेरोज़गार हो गए हैं।
शुक्रवार को कपड़ा मार्केट में लेकर इसे लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुआ था।कपड़ा व्यापारियों का कहना था कि वह एनओसी लेने के लिए तैयार है लेकिन आगे की कार्रवाई किस तरह की जाए इस बारे में कोई बता नहीं रहा है। विरोध प्रदर्शन के बाद शनिवार को इस इस बारे में मनपा की ओर से गाइडलाइंस बनायी है। जिसमें बताया गया है कि जिन लोगों के पास बीयूसी और फ़ायर एनओसी पहले से था लेकिन अभी रिन्युअल नहीं हो सका था।उन लोगों को दस दिन का मौक़ा मिलेगा लेकिन जिन लोगों के पास फ़ायर एनओसी और बीयूसी नहीं है।उन्हें इसमें कोई छूट नहीं दी जाएगी यह छूट सिर्फ़ उन लोगों के लिए है जिनके पास मार्केट एनओसी पहले से था और बीयूसी भी थी लेकिन व फ़ायर एनओसी और रिन्युएल नहीं करा सके थे। इसके लिए उन्हे एफिडेविट देना होगा।
उल्लेखनीय है कि सूरत में बड़े पैमाने पर मार्केट और कॉमर्शियल शॉपिंग मॉल आदि सील किए गए हैं।यदि मनपा की ओर से उन्हें थोड़ी सी राहत मिलती है तो फ़ायर एनओसी लेने में सुलभता होगी साथ ही व्यापार उद्योग फिर से एक बार पटरी पर चढ़ जाएगा।