सर्वे के दौरान ज़्यादातर कपड़ा उद्यमियों ने कहा फिर से शुरू हो टफ योजना
सूरत सूरत सहित देशभर के कपड़ा उद्यमियों के लिए आशीर्वाद के समान माने जाने वाली टैक्सटाइल अपग्रेडेशन फंड( टफ) योजना लगभग बीते दो साल से बंद है। यह योजना शुरू करने के लिए सूरत सहित देश भर के कपड़ा उद्यमी लंबे समय से माँग कर रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार इस बारे में चुप है।
सूरत के उद्यमियों का कहना है कि टेक्सटाइल अपग्रेडेशन फंड योजना बंद होने के बाद से कपड़ा उद्योग का नवीनीकरण बाधित हो रहा है। इसलिए यह योजना शुरू होनी चाहिए। हाल में ही योजना के बंद होने से क्या असर पड़ रहा है।इसका अभ्यास करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से एक टीम बनायी गई है। जो कि कपड़ा उद्यमियों से मिलकर उनका प्रतिभाव जानने का प्रयास कर रही है। ज़्यादातर कपड़ा उद्यमियों का कहना था कि यदि कपड़ा उद्योग में नई टेक्नोलॉजी वाली मशीने बढ़ानी है और सूरत से कपड़े का एक्सपोर्ट बढ़ सके यह प्रयास करना हो तो इसके लिए विवर्त को आर्थिक सहायता के तौर पर टैक्सटाइल अपग्रेडेशन फंड जैसी योजना की मदद की जानी चाहिए। हालाँकि टफ योजना बंद होने के बाद सरकार की ओर से कपड़ा उद्यमियों के लिए अन्य योजना शुरू की गई है लेकिन उद्यमियों का कहना है कि इन योजनाओं का लाभ बड़े उद्यमी ही ले पा रहे हैं।छोटे उद्यमी अभी भी इससे वंचित है।इसलिए तो इस योजना का टापू योजना लागू करनी चाहिए। रिंगरोड ही मंत्रा में सर्वे करने वाली एजेंसी के सदस्य कपड़ा उद्यमियों से मिले थे।
प्रोत्साहक योजना शुरू की जानी चाहिए कपड़ा उद्यमी मयूर गोलवाला ने बताया की ज़्यादातर उद्यमियों का मत पावर टेक योजना शुरू करने और टफ योजना को फिर से बहाल किए जाने का था। कुछ वीवर ने टफ योजना की पेंडिंग सब्सिडी को भी जल्द से जल्द रिलीज़ करने की माँग की।कई उद्यमियों ने प्रोडक्ट लिंक स्कीम लाभ लेने के लिए के वीवर्स के लिए 100 करोड़ रूपए की सीमा से कम करने की माँग की।
ए-टफ योजना के लिए 675 करोड की घोषणा हाल में ही वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में ए-टफ योजना के लिए पेन्डिंग फाइलों की सब्सिडी रिलीज़ करने के लिए 675 करोड़ रुपया की घोषणा की है।इसके चलते उद्यमियों में ख़ुशी है।सूरत मे कुल साढ़े छह लाख से ज्याद लूम्स मशीने है। इनमें कई अत्याधुनिक है।ब