कपड़ा व्यापारियों के लिए यह साल अभी तक अच्छा नहीं बीता है। रमजान और लग्नसरा की खरीदी कमजोर रहने के बाद दक्षिण भारत में ऑडी की सीजन भी व्यापारियों का साथ नहीं दे रही है।सामान्य तौर पर जून- जुलाई महीने में दक्षिण भारत में साड़ी सेल के लिए बड़े पैमाने पर सूरत के व्यापारियों को आर्डर मिलते थे लेकिन इस बार ऑडी मास की ग्राहकी हुई कमजोर रहे थोड़े बहुत आर्डर मिले थे। जो ऑर्डर मिले वह भी दक्षिण के राज्यों मे फिर से बंद के कारण रद्द हो गए।
दक्षिण भारत के तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में फिर से लॉकडाउन घोषित कर दिए जाने के कारण वह भी रद्द हो गए।व्यापारियों को इस बार बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है।कपड़ा व्यापारियों का कहना है कि हर साल कम से कम आडी मासम के दौरान सात सौ करोड़ का व्यापार होता था लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ।
सूरत के कपड़ा व्यापारियों को दक्षिण भारत में होने वाली आड़ी के उम्मीद रहती थी। जुन-जुलाई इन दिनों बड़ी संख्या में दक्षिण भारत के व्यापारी आते और लोट में प्लेन फैब्रिक आदि की खरीदी करते थे।
हालाँकि व्यापार बहुत ज्यादा नहीं होता था लेकिन व्यापारियों के लिए अच्छा रहता था लेकिन इस बार को रोना के कारण बीते 6 महीने व्यापार के लिए बेहद चिंताजनक रहे। जहां लग्नासरा, रमजान की खरीदी से निराशा मिली। वही आडी के मौसम ने भी अब व्यापारियों को निराश कर दिया है।
कपड़ा व्यापारियो का बताते है कि आड़ी सेल के दौरान बड़े पैमाने पर पुराना स्टॉक क्लियर हो जाता था लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सकता है। ज़्यादातर व्यापारियों कि शिकायत है कि सूरत का बाजार अभी तक अच्छे से नहीं खुल सका है।
श्रमिकों की कमी है। कटिंग पैकिंग से लेकर ट्रांसपोर्ट तक मार पहुंचाने वाले श्रमिक नहीं मिल रहे। इसके चलते भी व्यापारियों का माल समय पर नहीं पहुंच सका। इस दौरान दुबारा लोग डाउन लग जाने के कारण और व्यापारियों को ऑर्डर कैंसिल करने पड़ रहे हैं।