सूरत: सूरत से मोरेशियस हनीमून के लिये गया कपल लॉकडाउन के कारण वहीं फंस गया है। इस कपल ने वहां से बाहर लाने के लिए सरकार से मदद मांगी है। उन्होंने ट्वीट किया कि उन्हें खाने और पीने में समस्या हो रही है। इस बारे में उन्होंने वीडियों भी बनाया है
वराछा इलाके में रहने वाले विक्की मकवाना की 12 मार्च को हुई थी। विक्की और उसकी पत्नी हनीमून के लिए 17 तारीख को मॉरिशस गए थे। जहां 18 मार्च से 24 मार्च तक होटल बुक किया गया था। जब दंपति भारत आने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि भारत में लॉकडाउन शुरू हो गया था और उड़ान रद्द कर दी गई थी। कपल ने परिस्थिति को देखते हुए रूम किराए पर ले लिया और वहीं रह रहे हैं, लेकिन डेढ महीने के बाद अब उनके पास पैसे समाप्त हो गए हैं।
पिछले डेढ़ महीने से मोरेशियस से बाहर निकलने के लिए कपल ने हर स्तर पर मदद मांग रहे हैं, लेकिन कोई मदद नहीं कर रहा है। अब उनके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं और पैसे खत्म हो गए हैं। इस जोड़े ने अब एक वीडियो बनाया है और सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार से मदद मांगी है।
कोरोना को लेकर WHO ने किया बड़ा खुलासा, बढ़ी चिंता
कोरोना को लेकर वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट में दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। रिपोर्ट मे कोरोना शायद कभी समाप्त नहीं हो ऐसा बताया गया है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक डॉ माइकल जे रिया ने संभावना जताई है कि दुनिया में कोरोना वायरस कभी खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह बीमारी शायद हमारे बीच ही रहेगी।
कोरोना वायरस ने दुनिया के लगभग सभी देशो मे बड़ी संख्या मे लोगों को को संक्रमित किया है कई लोगों की जान जा चुकी है। अभी भी संक्रमण बढ़ता जा कहा हैऔर इस घातक वायरस का कोई इलाज या टीका अभी तक नहीं मिला है।
दुनिया में बड़ी संख्या में लोग कोरोना से पीड़ित है कई लोग कोरोना से मारे जा चुके है। दुनिया के आधे से अधिक देश वर्तमान में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन की स्थिति में हैं, और लाखों लोग अपने घरों में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि कोरोनोवायरस वैक्सीन जल्द से जल्द मिल जाएगी ताकि वे सामान्य जीवन में लौट सकें। ऐसे समय में जब दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना के लिए एक वैक्सीन खोजने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।कुछ देशों को इस दिशा में सफलता मिलने की उम्मीद है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना था कि जिस तरह से एचआईवी वायरस जिस तरह से एक बार आने के बाद कभी नहीं मिट सकता है, वैसे ही कोरोना वायरस कभी नहीं मिट सकता है। अब तक की जाँच में ऐसा माना जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि चूंकि कोरोना मामलों की संख्या अभी भी बढ़ रही है, इसलिए वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों को हटाना उचित नहीं है। यदि इन प्रतिबंधों को हटा दिया जाता है, तो लॉकडाउन को और विस्तारित किए जाने की संभावना है क्योंकि बड़ी संख्या में वायरस फैल जाएंगे।