जमशेदपुर की 11 साल की गरीब बच्ची से 12 आम 1.20 लाख रूपए में लेकर एक देवदूत ने उसकी क़िस्मत बदल दी।


सड़क के किनारे आम बेचने वाली तुलसी कुमारी नाम की एक लड़की जमशेदपुर में आम बेच घर की मदद करती है। घर की आर्थिक हालत सही नहीं होने से पढ़ाई भी नहीं कर पा रही थी। कोरोना के कारण स्कूल तो बंद थे, पर ऑनलाइन पढ़ाई के लिए उसके पास मोबाइल फोन नहीं था।

सोशल मीडिया पर उसकी कहानी देखकर स्थानीय कंपनी में वाइस चेयरमैन के तौर पर काम करने वाले नरेंद्र हेटे और उनके पुत्र अमेय हेटे उसकी मदद की। दोनों तुलसी की आम की दुकान पर पहुंचे और उसके यहाँ से उन्होंने 12 आम खरीदे, जिसके लिए हर आम के उन्होंने 10 हजार रुपए दिये।

तुलसी के पिता श्रीमाल ने कहा कि कठिन परिस्थिति में नरेंद्र उनके लिए भगवान बनकर सामने आए है। उनकी इस सहायता से अब आगे पढ़ पाएगी।


इस बारे में बात करते हुये अमेय हेटे ने कहा कि तुलसी ने अपनी इस आर्थिक परिस्थिति के लिए तुलसी किसी को ज़िम्मेदार नहीं मानती है। वह परिस्थिति का सामना करने की कोशिश कर रही है। इसलिए उसकी मदद करने की सोची। पर वह उसकी मेहनत का अपमान नहीं करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने उसके आम खरीद लिए।