एक ओर जहां लोग कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन होने से शहर सहित देशभर में व्यापार उद्योग ठप होने से और कई लोग बेरोजगार हो जाने से परेशान हैं। उन्हें आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उनके जीवन व्यापन में भी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं दूसरी ओर विद्या के भवन में भी फीस के दबाव के कारण उनकी हालत पतली हो गई है। सूरत शहर सहित राज्य भर में कई स्कूलों की ओर से अभिभावकों की ओर विद्यार्थियों पर रोज फीस भरने के लिए दबाव डाला जा रहा है

र्थियों ने गुरूवार को स्कूल के बाहर फीस के सिलसिले में विरोध व्यक्त किया था। दूसरी ओर अग्रवाल विद्या विहार के अभिभावकों ने भी जिला शिक्षण अधिकारी के कार्यालय के बाहर धरना दिया था। अग्रवाल विद्या विहार के अभिभावकों का आरोप है कि फीस के लिए दबाव डाला जा रहा है।

उन्होंने डीइओ अधिकारी से फीस के लिए दबाव नहीं डाले जाने की मांग की है। अभिभावको का कहना था कि बीते 6 महीने में व्यापार उद्योग बंद है। लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे में अभिभावको पर फीस के लिए दबाव डालना उचित नहीं है।

जिला के शिक्षणाधिकारी को ज्ञापन देकर उन्होंने उचित निर्णय करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि 2 दिन पहले ही वेसू की एक स्कूल ऑनलाइन एज्युकेशन बंद कर देने के कारण अभिभावको ने जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत की है।

उल्लेखनीय है कि व्यापार उद्योग बीते तीन महीने बंद रहने के कारण सभी परेशान है, जिसके चलते कई लोगों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। व्यापार उद्योग में जुड़े लोगों को पेमेन्ट नहीं मल रहा, जबकि नौकरी पेशे से जुड़े लोगों को भी पेमेन्ट आदि में दिक़्क़त का सामना करना पड़ रहा है।