देशभर में कृषि विधेयक को लेकर चल रहे किसानों के विरोध के कारण सूरत के कपड़ा बाजार को भी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र सरकार की ओर से हाल में ही बनाए गए कृषि कानून के विरोध में कुछ राज्यों में किसानों ने हाईवे भी जाम कर दिया है।

प्रदर्शनकारियों द्वारा नेशनल हाईवे नंबर 8 पर उत्पात और पथराव किए जाने के कारण भय का माहौल फैल गया है। कुछ स्थानों पर तो हाईवे की होटल और दुकानों में तोड़फोड़ भी की गई। जिसके चलते हाईवे पर से गुजरने वाले मालवाहक वाहन भी रास्ते में ही खड़े हो गए हैं। सूरत से दिल्ली राजस्थान और पंजाब की ओर जाने वाले ट्रांसपोर्ट गुड्स की डिलीवरी प्रभावित हुई है।

आगामी दिनों में दिवाली और लग्नसरा होने के कारण सूरत से बड़े पैमाने पर कपड़ा पार्सल दिल्ली राजस्थान और पंजाब के लिए भेजे गए हैं। लेकिन अचानक हाईवे पर किसानों की ओर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो जाने के कारण ट्रक चालकों ने अपने ट्रक रास्ते में ही रोक दिए हैं। कुछ लोगों ने हाईवे पर रोक दिए हैं तो कुछ लोग सुरक्षित स्थान देखकर ट्रकों को खड़ी कर दिए हैं।

जिसके चलत़े कपड़ों का पार्सल अभी तक अपने निश्चित स्थान तक नहीं पहुंच सका है। इस कारण सूरत और दूसरे राज्य के व्यापारी यदि विरोध लंबा चलता है तो कपडा व्यापारियों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है। कोरोना के कारण जैसे तैसे व्यापार की गाड़ी पटरी पर चल रही है। ऐसे में इस तरह के आंदोलन के कारण व्यापार के लिए मुसीबत हो गई।

सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष युवराज देसले का कहना है कि हाईवे पर विरोध प्रदर्शन देखते हुए कई गाड़ियां जहां थी वहीं खड़ी हो गई है।फिलहाल सिर्फ़ ह गुजरात और आसपास के क्षेत्रों के आर्डर लिए जा रहे हैं।