पता नहीं कैसा समय आया है कि घर के बच्चों को अगर कुछ ऊंची आवाज मे बोलना भी अपराध सा बन गया है। माता-पिता या घर के मुखिया बच्चों को कुछ समझाने के लिए फटकार लगा दे तो भी बच्चे कोई भी बड़ा कदम उठा लेते हैं। ऐसा ही एक वाकिया अमरेली के लाठी में हुआ। लाठी में महावीर नगर में अपनी दो नाबालिग बेटियों को खाना बनाने के लिए फटकार लगाने के बाद दो नाबालिग बहनों ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
घटना लाठी के महावीरनगर के मोती चौक इलाके में कल सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे के बीच हुई। राजूभाई दिनेशभाई बोरीचा की 15 साल की बेटी पायल और 14 साल की बेटी करीना ने अपने घर में ही गला घोंटकर हत्या कर दी।
दोपहर में जब राजूभाई के परिजन घर आए तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। राजूभाई बोरिचा ने इस बारे में लाठी पुलिस को सूचित किया और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों मृतक सगीरा के शवों को पीएम के लिए लाठी डिस्पेंसरी में भेज दिया. राजूभाई बारीचा ने लाठी पुलिस को बताया कि उन्होंने दोनों बेटियों को खाना बनाने के मामले में फटकार लगाई थी. इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया है। हेड कांस्टेबल अशोक सिंह वाघेला घटना की आगे की जांच कर रहे हैं। एक ही समय में दोनों बहनों की मौत का कारण पिता द्वारा दी गई फटकार या फिर किसी अन्य गंभीर कारण से फांसी लगाई यह जांच की जा रही है।
कोरोना के कारण पूरे देश में हाहाकार मचा है। किसी ने अपने पिता किसी ने माता और किसी ने अपने भाई, बहन को गंवा दिया। स्मशान घाट पर अग्निदाह के लिए घंटो भर इंतजार करना पड़ा। हर ओर दुख और निराशा फैली है। ऐसी ही एक जानकारी सामने आ रही है जिसमें कि कोरोना के कारण एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।
प अमरेली के राजुला स्थित श्रीजीनगर सोसाइटी में रहने वाले महेशभाई उनके पिता भूपतभाई और माता विमलाबेन कोरोना संक्रमित हुये थे। परिवार के सभी सदस्य को राजुला की निजी अस्पताल में दाखिल किया गया । इन्हीं दिनों तूफान के कारण राजुला में बिजली चली गई और सभी को भावनगर के अस्पताल में ले जाया गया। उपचार के दौरान वह निराश हो गए थे और डॉक्टरों को वह नहीं जी पाएंगे इस तरह की बात कर रहे थे।
हालांकि डॉक्टरों ने भी उनको हिम्मत देने का प्रयास किया पर महेशभाई कोरोना के कारण अत्याधिक डर गए थे। महेशभाई ने कोरोना के डर के कारण अपने सभी मित्रों को बाय का मेसेज भी कर दिया था और अंत में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। महेशभाई की कोरोना रिपोर्ट भी नेगेटिव आई थी। 25 मई को महेशभाई की मौत होने के बाद जैसे ही यह बात पिता को पता चली, वह भी अपने पुत्र की मृत्यु का सदमा नहीं सहन कर सके।
अंत में पाँच दिन के बाद माता ने अपने पुत्र और पति की तरह चल बसी। कोरोना संक्रमित होने के बावजूद तीनों में से किसी की कोरोना के कारण नही पर कोरोना के डर और उसके चलते अपने परिजनों को खोने के आघात के कारण हुई। मात्र 6 दिनों के अंतर में परिवार के तीन सदस्यों के खोने के बाद परिवार के अन्य सदस्यों को गहरा सदमा लगा है। महेशभाई की पत्नी और उनके दो संतान अब महेशभाई के नहीं रहने से लाचार हो गए है।
अमरेली के युवक के साथ शादी का नाटक करने के बाद उससे 190000 ठगने के बाद लूटेरी दुल्हन शादी के कुछ दिनों में ही फ़रार हो गई। ठगे गए दुल्हे ने दुल्हन भाग जाने के पश्चात,जूनागढ़ के डूंगरपुर गांव के निवासी माता बेटी और बिचौलिए 4 लोग के ख़िलाफ़ अमरेली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
मिली जानकारी के अनुसार अमरेली में रहने वाले और कुरियर के डिलीवरी ब्वॉय का काम करने वाले चिराग भूपत भाई गोहिल ने शिकायत दर्ज करवाई है कि वहीं पर रहने वाले शैलेश भाई ने उनका परिचय जीतू भाई नाम के शख्स से करवाया था और उसे जूनागढ़ के चोक में मिलने के लिए बुलाया था बाद में उन्होंने एक लड़की दिखाने के बहाने डूंगरपुर चलने को कहा। वहां जाने पर डुंगरपुर के निवासी मधुबन और उनकी बेटी राधिका के साथ मुलाकात करवाई और शादी तय की गई।
इसके लिए 190000 भी लिए।इसके बाद दोनों की शादी हो गई कुछ दिन ठीक रहा वह सब बात मानती थी लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही एक दिन अचानक दुल्हन फरार हो गई। बहुत ढूंढने के बाद जब दुल्हन नहीं मिली तो चिराग ने बिचौलिया और दुल्हन की माता का संपर्क करने का प्रयास किया।
तब उन्होंने कहा कि राधिका अब कभी नहीं आएगी और चिराग के साथ गाली-गलौज भी किया साथ ही यह भी कह दिया कि अब उसे दोबारा लेने मत आना। जिससे कि ठगी का शिकार हुए चिराग ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है।
अमरेली के एक युवक को सुंदर दुल्हन का ख्वाब देखना महंगा पड़ गया। सुंदर दुल्हन दिलाने के नाम पर उससे एक महिला सहित चार बिचौलियों ने 1.90 लाख रूपए ठग लिए। घटना के सिलसिले में ठगे गए युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने मामले की शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अमरेली के जयसिंह परा क्षेत्र में रहने वाले और कुरियर के डिलीवरी ब्वॉय का काम करने वाले 29 साल के युवक चिराग भूपत भाई गोहिल ने शिकायत दर्ज करवाई है कि वहीं पर रहने वाले शैलेश भाई ने उनका परिचय जीतू भाई नाम के शख्स से करवाया था और उसे जूनागढ़ के चोक में मिलने के लिए बुलाया था बाद में उन्होंने एक लड़की दिखाने के बहाने डूंगरपुर चलने को कहा। वहां जाने पर डुंगरपुर के निवासी मधुबन और उनकी बेटी राधिका के साथ मुलाकात करवाई और शादी तय की गई।
इसके लिए 190000 भी लिए। बाद में जूनागढ़ में शादी के बारे में लिखित में भी कागज तैयार करवाए। इसके बाद दोनों की शादी हो गई लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही दुल्हन फरार हो गई। बहुत ढूंढने के बाद जब दुल्हन नहीं मिली तो चिराग ने बिचौलिया और दुल्हन की माता का संपर्क करने का प्रयास किया। तब उन्होंने कहा कि राधिका अब कभी नहीं आएगी और चिराग के साथ गाली-गलौज भी किया साथ ही यह भी कह दिया कि अब उसे दोबारा लेने मत आना। जिससे कि ठगी का शिकार हुए चिराग ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने मामले की शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।