सूरतः आयुर्वेदिक उपचार के बहाने ठगी करने वाला गिरोह पकडाया

सूरत में गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को निशाना बनाकर आयुर्वेदिक दवा से ठीक करने का झांसा देकर लाखों रुपये ऐंठने वाले कर्नाटक कदांची गैंग के सागरित को सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 66 हजार रुपये का कीमती सामान बरामद किया है. साथ ही कतारगाम पुलिस स्टेशन में दर्ज अपराध को भी सुलझा लिया गया है.

कतारगाम इलाके में रहने वाले अशोकभाई मोहनभाई पारधी की दोनों किडनी खराब है, जब वह डायलिसिस के लिए अस्पताल जा रहे थे तो अज्ञात लोगों ने इतनी गंभीर बीमारी को आयुर्वेदिक दवा से ठीक करने का लालच देकर उनसे 1.40 लाख रुपये ऐंठ लिए। इस मामले में कतारगाम पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी.इस घटना में सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी दिलीप कटप्पा शास्त्री (शिर्के) को अठवागेट जैन मंदिर के पास से पकड़ा। पुलिस को इनके पास से 50 हजार रुपये नकद, विभिन्न बैंकों के 3 एटीएम कार्ड, 6 चेक बुक, 2 मोबाइल फोन आदि कुल 66 हजार रुपये जब्त किये गये.

जाँच में पता चला कि आरोपी और उसके 3 साथियों ने गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्यों में, जहां अपराध को अंजाम देना था, वहाँ अस्पताल के बाहर आयुर्वेदिक दुकान और मकान किराए पर लेने के लिए अपने एजेंट रखे थे। आसपास के क्षेत्र और गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आए मरीजों का इलाज करने का लक्ष्य रख रहे थे। जो मिलता उसे कहते की आयुर्वेदिक दवा से वह ठीक हो जाएंगे और मेरे रिश्तेदार भी ठीक हो गए हैं, अब उन्होंने भी दवा लेना बंद कर दिया है, वह अपने नक़ली रिश्तेदार को दिखाते थे और उनसे आमने-सामने मुलाकात करवाते थे और बाद में कहते की गंभीर बीमारी के लिए इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली आयुर्वेद दवा सोने, चांदी और विभिन्न जड़ी बूटी से बनाई जाती है जो बहुत महंगी दवा है। लेकिन उस दवा से 1 महीने के बाद 100% बीमारी ठीक हो जाती है। योजना के अनुसार पीड़ित को विश्वास में लेकर आयुर्वेद दवा लेकर उसके नाम पर लाखों रुपये लेकर एक माह के अंदर दुकान बंद कर शहर से भाग जाता है।


इसके अलावा यह गिरोह पहले भी महाराष्ट्र के पुणे, पिंपरी चिचोड़ और अहमदाबाद में एक महीने तक आयुर्वेद की दुकानें खोलकर गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को ठग चुका है. इस मामले में सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच की है.