बड़ौदा में कोरोना ने कहर बरसाना शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार यहां प्रतिदिन बिन अधिकृत तौर पर 10 से 15 लोगों की मौत हो रही है जबकि प्रशासन यहां पर सिर्फ दो या तीन मौत होने की जानकारी बता रहा है।
लोगों का कहना है कि प्रशासन मृतको की संख्या प्रशासन गलत बता रहा है। क्योंकि श्मशान घाट पर कुछ और ही परिस्थिति नजर आ रही है। बड़ौदा में मृतक के अंतिम संस्कार के लिए लोगों को घंटों भर वेटिंग करना पड़ रहा है।
बड़ौदा में रोज कई मरीज मर रहे हैं। यहां पर औसतन 120 से अधिक में केस आ रहे हैं। अब तक यहां पर अंदाजन 8249 कोरोनावायरस के हैं। जबकि आधिकारिक तौर पर 146 लोगों की मौत हो चुकी है। परंतु अनाधिकृत तौर पर मौत की संख्या बड़ी हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यहां पर लोगों को स्मशान घाट पर मृतक की अंतिम विधि के लिए पांच से आठ घंटे का वेइिटिंग है। यही नहीं बहुचरा और गौत्री कोविड-19 स्मशान घाट पर मृतकों की संख्या के कारण गैस का मशीन बिगड़ गया है। जिसके चलते अंतिम संस्कार में विलंब हो रहा है।
बड़ौदा के सामाजिक कार्यकर्ता और मृतक के संबंधी अतुल गामेची ने आरोप लगाया कि प्रशासन मौत के आंकड़े छुपा रहा है। लोगों को घंटों भर इंतजार करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए लंबा वेटिंग हो रहा है। यह बात डिप्टी कमिश्नर सुधीर पटेल भी मान रहे हैं। जल्दी ही व्यवस्था सुधार ली जाएगी इसका भी आश्वासन दिया।