बिहार में जहरीली शराब ने एक बार फिर कहर बरपाया है। सूत्रों से बताया जा रहा है कि सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा बढ़कर 21 पहुंच चुका है। इसमें सबसे अधिक मसरख के 10 लोगों की मौत हुई है। जबकि अमनौर के तीन एवं मढ़ौरा के एक व्यक्ति शामिल है। वहीं, बीमार पड़े कई लोगों ने आंखों की रोशनी घटने की शिकायत भी की है। एक अन्य रिपोर्ट में मृतकों की संख्या 23 बताई गई है।
16 मृतकों के पोस्टमार्टम करने तथा 13 बीमार लोगों के सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किये जाने की सूचना है। घटना के विरोध में मशरक बाजार में आक्रोशित लोगों ने लगभग चार घंटे तक दोनों स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। जिसे बाद में प्रशासन ने पहुंच कर समझा-बुझा कर खत्म कराया।
मृतकों के परिजनों ने सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान बताया कि मंगलवार की देर रात ही तबीयत बिगड़ने लगी थी। जिसके बाद एक-एक कर पीड़ितों को छपरा सदर अस्पताल लाया गया। हालांकि पुलिस ने अब तक जहरीली शराब बेचने वालों को गिरफ्तारी नहीं किया है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। मरने वाले लोगों में अधिकतर युवा वर्ग के हैं।
सारण में संदिग्ध रूप से मौत का सिलसिला अगस्त से ही चला आ रहा है। अगस्त माह में तीन बड़ी घटना हुई थी, जिसमें पानापुर में एक अगस्त को दो लोगों की मौत संदिग्ध रूप से हुई।
वहीं चार अगस्त को मकेर के सोनहो भाथा गांव में 13 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 12 अगस्त को मढ़ौरा के भुआलपुर में सात लोगों की जान गई थी। वहीं 23 अगस्त को भी मढ़ौरा में एक संदिग्ध मौत हुई थी। वहीं इस बार एक ही दिन में 23 लोगों की जान चली गयी. प्रशासन के द्वारा मशरक, इसुआपुर में लोगों से पूछताछ कर तथा परिजनों से जानकारी लेने के बाद घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है।