पति रहता था गुजरात, पत्नी से लड़ गई बुढे ससुर की नज़र, पति की हत्या

बिहार की राजधानी पटना के मूल निवासी और इन दिनों गुजरात में रहने वाले सचिन ने अपने पिता को इन्कार किया। इससे नाराज पिता मिथिलेश ने अपने ही पुत्र की हत्या कर दी। पुलिस की जांच के दौरान सचिन के पिता की हैवानियत को पुलिस ने खोज निकाला था। जिसके चलते पुलिस ने मिथिलेश को हिरासत में लेकर जेल भेजा था। घटना के चलते आसपास के इलाकों में काफी हलचल मच गई है।


पुत्र को मारने के बाद पिता ने उसकी लाश को भी ठिकाने लगा दिया। जांच में सामने आया कि पिता का अपने ही पुत्र की पत्नी के साथ नाजायज संबंध थे। हालांकि हत्या करने के बाद उसने खुद ही अपने पुत्र की हत्या की शिकायत पुलिस में की थी, जहां जांच के दौरान उसके और उसकी बहू के बीच के नाजायज होने की जानकारी मिली थी।


विस्तृत जानकारी के अनुसार, हत्या के आरोपी का 22 साल का पुत्र गुजरात में रहकर नौकरी करता था। इस दौरान मिथिलेश को अपनी बहू के साथ प्यार हो गया था। हालांकि इस बात की जानकारी उसके पुत्र को लग गई थी। जिसके चलते पुत्र सचिन ने अचानक 7 जुलाई को अपने घर आया था। हालांकि 2 दिनों के बाद पुलिस को गाँव के बाहर से उनकी लाश मिली थी। जिसके चलते सचिन के पिता मिथिलेश ने अपने ही गाँव के 5 लोगों के सामने 12 जुलाई को पिता की हत्या की शिकायत दर्ज कारवाई थी।


पुलिस ने जानकारी हासिल करने के प्रयास किए। जांच में पुलिस को पूरी हकीकत का पता चला। घटना के बारे में बात करते हुये डीएसपी राजीव सिंह ने बताया कि मृतक सचिन जब वापिस घर आया तो उसका उसके पिता के साथ झगड़ा हुआ था।

ससुराल से भागी विवाहिता, चलती ट्रेन में टॉयलेट के आगे शादी!!

बिहार के सुलतानगंज के भीरखुर्द में रहने वाले प्रेमी और विवाहिता प्रेमिका ने चलती ट्रेन में शादी कर ली। यह घटना सोशल मीडीया पर खुब वायरल हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार मे सुलतानगंज के उधाडीह गांव का आशु कुमार नाम का युवक गांव की लड़की अनु कुमारी से प्रेम करता था।

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Marriage.

इसकी जानकारी परिवार वालों को चल गई तो उन्होंने उन दोनों को एक-दूसरे से मिलने से पाबंदी लगवा दी । पाबंदियों के बीच लड़की वालों ने अपनी बेटी अनु कुमारी को डरा धमका कर उसकी शादी करवा दी। दुखी दिल के साथ अनु कुमारी ससुराल चली गई, लेकिन उसका ससुराल में मन नहीं लगा। जिसके चलते अनु कुमारी ने मौका देखकर अपने ससुराल से भागने का मन बना लिया।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार एक दिन अनु कुमारी पूर्व आयोजन के अनुसार अपने ससुराल से भाग कर सीधे गोपालगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई। वहां उसका पूर्व प्रेमी आशु कुमार भी पहुंच गया था। रेलवे स्टेशन पर उन्होंने देखा कि बैंग्लुरू की तरफ एक ट्रेन रवाना हो रही है। वे दोनों ट्रेन में चढ़ गये। युगल ट्रेन में चढ़ा ही था ‌कि विवाहिता अनु कुमारी ने अपने प्रेमी से शादी करने का दबाव बना दिया।

अपनी प्रेमिका की जिद्द के आगे झुकर कर दोनों ने चलती ट्रेन में ही शादी करने की ठान ली। बोगी के दरवाजे के पास ठीक ट्रेन के टॉयलेट के बाहर दोनों ने शादी की रस्में अदा कर दीं। प्रेमी ने अपनी प्रेमिका की मांग में सिंदुर भर दिया और उसके गले में मंगलसुत्र पहना दिया।

प्रेमिकाने भी अपने नये पति के पैर छुकर उसका आशीर्वाद लिया।
इस पूरे वाकये को दोनों ने कैमरे में कैद करवा लिया। अब ट्रेन के टॉयलेट के सामने हुई शादी की इस रस्म अदायगी के फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

दुल्हा- दुल्हन ने डंडी से एक दूसरे को पहनाई वरमाला!

कोरोना ने सामाजिक और धार्मिक तौर तरीक़े भी बदल कर रख दिए है। एक समय था कि जब शादी ब्याह जैसे आयोजन में हज़ारों लोग इकट्ठा होते थे, लेकिन अब तो मुठ्ठी भर लोगों को इकट्ठा करने से पहले प्रशासन की ईजाजत लेनी पड़ती है। इतना ही नहीं वर वधु और बारातियों को भी शादी ब्याह के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का ख़्याल रखना होता है। लेकिन हाल में ही बिहार में हुई एक शादी लोगों में चर्चा का विषय बनी है।


बेगुसराय में हुई इस शादी में गिरिधारीलाल सुल्तानिया के पुत्र कृतेश कुमार की शादी बेगुसराय की ज्योति कुमारी के साथ हुई थी। कोरोना काल में सोशल डिस्टेन्सिंग और मास्क पहनने की जो गाईडलाइन दी गई थी उसका पालन करते हुये इस शादी में 50 से भी कम लोग हाजिर रहे थे। इसके अलावा शादी के दौरान वरमाला पहनाने के लिए भी डंडे का सहारा लिया गया था। स्थानीय लोगों ने भी इस शादी को अनोखा बताते हुये कहा की इस शादी के द्वारा समाज को कोरोना के गाईडलाइन का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया।


कोरोना के कारण ही शादियों के नियमों में काफी बदलाव आ गए है। शादी में मेहमानों का फूल की जगह मास्क और सैनीटाइजर से स्वागत किया जा रहा है। इसके अलावा कई लोग तो मात्र वीडियो कॉल से ही शादी के समारोह में शामिल हो रहे है। हाल में ही रात्रि कर्फ़्यू के दौरान शादी के आयोजन में पहुँचे एक डी एम ने सब को अपमानित किया था। हालाँकि बाद में उसने माफ़ी माँग ली