खेल खेल में पाँच बच्चों की मौत, रो पड़े गाँव के लोग

राजस्थान के बिकानेर से एक बडी ही दर्दनाक घटना की जानकारी सामने आ रही है। बिकानेर के नजदीक हिंमतसर गाँव के रहने वाले कुछ बालक घर में छिपाछिपी खेल रहे थे। खेलते खेलते पाँच बालक धान भरने की एक बड़ी सी कोठी में छिपने गए। जैसे ही बालक कोठी के अंदर घुसे कोठी का ढक्कन बाहर से बंद हो गया और पांचों बालकों की दम घुटने से मौत हो गई थी। पूरे गांव में इस घटना के कारण सन्नाटा फैल गया है। 


मिली जानकारी के अनुसार हिंमतसर गांव में आसपास में रहनेवालों के बच्चे आपस में लुकाछिपी खेल रहे थे। इस दौरान वह धान की कोठरी में घुस गु।खेलते खेलते सभी बालक जब काफी देर तक नहीं मिले, तो परिवार के सदस्यों ने उनकी खोज शुरू की।

काफी देर तक भी बालकों के ना मिलने पर उन्होंने धान भरने की कोठियों को चेक करना शुरू किया। जब कोठी को खोला गया, तब उसमें से सभी बालक बेहोशी की हालत में मिले। परिवार ने तुरंत ही उन्हें अस्पताल पहुंचाया, पर वहाँ मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। 


मृतक सभी बच्चे 4 से 8 साल की उम्र के है। जिसमें सबसे छोटे सेवाराम, फिर रवीना और राधा और सबसे बड़ी पूनम है। चारों किसान भयाराम के पुत्र है। पांचवे पुत्र की पहचान माली के तौर पर की गई है, जो भयाराम की भतीजी थी। जब घटना बनी तब घर में कोई नहीं थी। पुलिस ने इस केस में फोरेंसिक टीम की भी मदद ली थी। 

दो मासूम बच्चों की टंकी में गिरने से मौत, माँ ने बचाने के लिए लगा दी जान की बाज़ी

राजस्थान के बीकानेर में नोखा में एक बहुत ही दुखद घटना सामने आ रही है। आरके पुरम कॉलोनी में दो सगे छोटे भाई खेलते पानी की टंकी में डूब गए। उनको बचाने के लिए मा भी पानी की टंकी में कूद कूद गई लेकिन, अपने मासूम बच्चों को बचाने में असफल रही। पड़ोसियों ने माता को बड़ी मुश्किल से पानी की टंकी से निकाला।


मिली जानकारी के अनुसार आरके पुरम में रहने वाले बेबी नाम की विवाहिता के पति जरूरी काम से पुणे गए हैं। जिससे कि विवाहिता बेबी रात के समय अपने दोनों बच्चों 5 वर्षीय रौनक और 3 वर्षीय देवकिशन को लेकर ननद के घर सोन जाती थी। नन्द का घर उस से 300 मीटर की दूरी पर है।

शनिवार सबेरे जब बेबी और उसकी ननद घर के बाहर बैठी थी तब दोनों बच्चे खेल रहे थे टंकी का ढक्कन खुला था और बच्चे खेलते खेलते टंकी के पास आ गए। अचानक देवकिशन और उसके बाद रोनक टंकी में गिर पड़े।

बच्चों की मां भी वही बैठी थी जैसे ही बच्चों को टंकी में गिरते देखा वह भी चिल्लाते हुए टंकी में कूद गई। टंकी का ढक्कन बहुत ही छोटा था और टंकी 10 फीट गहरी थी। माँ दोनों मासूमों को बचाने के लिए जान की बाजी लगा दी लेकिन एक बच्चे को भी नहीं बचा सके बच्चों की जान चली गई।घटना स्थल पर पहुँची पुलिस ने जाँच शुरू की है।