अब तक आपने सास और बहू के बीच शायद ही मधुर संबंध की बातें सुनी हो। टीवी सीरियल से लेकर असली जिंदगी तक सासु और बहू के बीच खटपट तो चलते ही रहती है लेकिन ऐसी भी जानकारी सामने आई है जिसमें की बहू अपने सासु को देवी मानते हुए पूजा करती हैं।

सासु की मौत के बाद बहुएं उनकी प्रतिमा बनाकर पूजा करती है। हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की जिसमें की के सासु की मौत के बाद बहुएं उनकी प्रतिमा स्थापित करके भजन कीर्तन करती हैं। यह गांव बिलासपुर से 25 किलोमीटर दूरी पर रतनपुर तंबोली में सासु की मौत के बाद में उनकी बहुओं ने उनकी याद में मंदिर बनवाया। उनकी सासु का नाम गीता देवी बताया जा रहा है।

बिलासपुर में महामाया देवी का भी प्रसिद्ध मंदिर है। यह परिवार पूरे गांव में आदर्श परिवार के तौर पर माना जाता है। इस संयुक्त परिवार में 39 सदस्य हैं और 11 बहुए हैं। वह एक दूसरे के साथ बहुत प्रेम से रहती हैं। गीता देवी का निधन साल 2010 में हो गया था।

सासु ने बहुओ को सभी प्रकार की आजादी दी थी। सासु की मौत के बाद बहुओं को जब उनकी याद आती थी। वह दुखी हो जाती थी इसलिए उन्होंने उनकी याद में मंदिर ही बना दिया। इस परिवार की सभी बहुएं पढ़ी-लिखी हैं।

अपने पतियों को भी व्यापार में मदद करती हैं। इस परिवार में सबसे बुजुर्ग शिवप्रसाद है। वह पहले शिक्षक थे और अब छोटी सी दुकान में रिटेल व्यापार करते हैं। इस परिवार के होटल, किराना स्टोर और साबून की फैक्ट्रियां है।इनके पास 20 एकड़ जमीन है यह लोग खेतीकाम भी करते हैं।