सेंट्रल बोर्ड आफ इनडायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम ने बोगस बिलिंग कर सरकार को चपत लगाने वाले सूरत के 200 से अधिक एक्सपोर्टर की सूची तैयार की है। जल्दी ही गड्स एंड सर्विस टैक्स डिपार्टमेन्ट इन सभी फर्जीवाड़ा करने वाले एक्सपोर्टर के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्यवाही कर सकता है।
जीएसटी विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जीएसटी का नियम लागू होने के बाद देश भर में बड़े पैमाने पर बोगस आईटीसी का घोटाला पकड़ा जा रहा है। कई लोग बिना किसी प्रकार की खरीद- बिक्री किए बिल की बेचते हैं। इसके अवेज में उन्हें एक या दो प्रतिशत कमिशन मिलता है। जिसके आधार पर बिल लेने वाले सरकार में इनपुट टैक्स क्रेडिट के लिए दावा कर सरकार से करोड़ों रुपए की आईटीसी हासिल कर लेते हैं।
बीते 1 साल में सूरत में 1000 करोड़ से अधिक का बोगस आईटीसी घोटाला पकड़ाया है। यह देखकरसरकार की आंखें खुली रह गई है। सरकार ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि सूरत में ऐसे दो सौ से अधिक लोग है जिन पर की सरकार को शक है।
इन लोगों के पिछले आर्थिक व्यवहारों और इन्होंने जो इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम किया है वह संदेहजनक दिखने के कारण सरकार ने गुप्त तरीके से इन सब के खिलाफ जांच करना शुरू कर दिया है। इनमें से कुछ फर्जी एक्सपोर्टर के रिफंड भी सरकार ने रोक दिए हैं।
बताया जा रहा है कि इनमें से ज्यादातर कपड़ा और रेडीमेड गारमेंट का एक्सपोर्ट करते हैं। सूरत ही नहीं बल्कि इस प्रकार का पूरे देश में फैला है। सूरत में 200 से अधिक और दिल्ली में लगभग 1500 से अधिक एक्सपोर्टर की जांच की सूची को बोर्ड की ओर से दी गई है।
आने वाले दिनों में इस तरह से सरकार को चपत लगाने वाले एक्सपोर्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकता है। बताया जा रहा है कि इस तरह से लेने वाले आईटीसी की ज्यादातर जीएसटी में समायोजित कर देते हैं।