सेन्ट्रल जीएसटी विभाग की ओर से गत दिनों एक त्यक्ता को डेढ़ करोड़ रूपए का टैक्स चुकाने का नोटिस दिए जाने के बाद अब कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी को नौ करोड़ रूपए का टैक्स चुकाने का नोटिस दिया गया है। इसके चलते डरा विद्यार्थी मदद के लिए इधर से उधर दौड़ रहा है।


मिली जानकारी के अनुसार सीजीएसटी विभाग की ओर से भावेश गणेश पंचाल नाम के शख़्स को गत दिनों सेन्ट्रल जीएसटी विभाग की ओर से जीएसटी का बकाया नौ करोड़ रुपए का टैक्स चुकाने के लिए डिपार्टमेंट से नोटिस मिला। शुरू में तो वह स्मझ नहीं सका कि उसे नोटिस किस का मिला है लेकिन बात में जब उसे पता चला कि जीएसटी डिपार्टमेंट ने उसे नौ करोड़ चुकाने का नोटिस दिया है तो उसके पैरो से ज़मीन सरक गई।

भावेश ने मीडिया को बताया कि कुछ महीनों पहले उसने घर के पास एक शख़्स को अपना आधार कार्ड, पैनकार्ड सहित अन्य पहचान पत्र दिए थे। यह सब उसने नौकरी के लिए दिया था। उसे तो पता भी नहीं था कि उसके नाम पर फर्जीवाडा कर गोलमाल किया जाएगा। अब इस युवक ने जानकारों से संपर्क कर मामले को किस तरह निपटाया जाए इसका प्रयास करना शुरू कर दिया है।

बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट के मामले में इस युवक से पहचान पत्र लेकर किसी ने फ़र्म बनाकर सरकार से ग़लत ढंग से क्रेडिट ले लिया हो ऐसी आशंका बताई जा रही है। कुछ दिनों पहले भेस्तान में रहने वाली श्रमजीवी महिला को भी इसी तरह से डेढ़ करोड़ रूपए चुकाने के लिए सीजीएसटी का नोटिस आया था। जिसमें कि महिला का कहना था कि उसे नहीं पता कि किस चीज़ का नोटिस है। उसने कोई व्यापार नहीं किया।