कोरोना के कारण सूरत में परिस्थिति गंभीर हो गई है। शनिवार को सूरत में कोरोना के नए केस की संख्या 309 पर पर पहुँच गई। अब तक सूरत में 521लोगों की मौत हो चुकी है।

इसमें कई सरकारी कर्मचारी और व्यवसायिक भी शामिल हैं। सूरत के करोड़पति और समाजसेवी संस्था से जुड़े बिज़नेस मेन के तीन भाइयों की भी कोरोना से मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार सूरत के सिविल हॉस्पिटल में सेवाभावी संस्था चलाने वाले और मरीजों को कम कीमत पर दवाइयां देने वाली संस्था छात्रों के भरत भाई साहब के तीन भाइयों की कोरोना में मौत हो गई। छायडों संस्था के भरत शाह के बड़े भाई हरेश चंद्र वजेह चंद्र शाह 78 साल के थे। वह 10- 12 दिन से बीमार थे सर्दी खांसी और तार के कारण उन्हें अमरोली की जीवन ज्योत हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था।

कोरोना के कारण शुक्रवार की दोपहर के समय उनकी मौत हो गई। उनकी मौत के कारण पूरा परिवार शोक में डूब गया है उल्लेखनीय है कि 7 दिन में भरत भाई के दो भाइयों की भी मौत हो चुकी है कुरौना के कारण तीन भाइयों की करुणा से मौत हो जाने से पूरा परिवार दुख में डूब गया है।

63 साल के वृध्द ने हराया कोरोना को
कोरोनावायरस में जहां एक तरफ अच्छे-अच्छे को हिला कर रख दिया है वहीं, सूरत के स्मीमेर हॉस्पिटल में 10 दिन तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद 63 वर्षीय वृद्ध ने कोरोना को हरा दिया।


मिली जानकारी के अनुसार वेडरोड क्षेत्र में प्रभु नगर में रहने वाले 63 वर्षीय जेठाभाई गुजरिया को 10 तारीख के रोज हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था। उन्हें सांस में तकलीफ लेने के कारण सीवी स्टॉक की जरूरत पड़ी थी।

शुरू में 7 दिन तक उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। उस समय उनकी किडनी और लीवर में सूजन आ गई थी लेकिन, दवाओं की मदद और से वेंटिलेटर की मदद नियंत्रित कर दिया गया। इसके बाद धीरे-धीरे ऑक्सीजन मास्क पर लाया गया। इसके पश्चात क्रमश: उनके स्वास्थ्य में परिवर्तन आने लगा।

जेठाभाई संपूर्ण रूप से ठीक हो चुके हैं। मात्र 10 दिन में ही जेठा भाई ठीक हो गए। जेठा भाई के पुत्र अनिल भाई ने बताया कि 10 तारीख को उनके पिता जब हॉस्पिटल में दाखिल हुए थे तो परिवार जनों को बहुत चिंता हो गई थी। उन्हें पहले से सांस लेने की तकलीफ थी। इसलिए वेंटिलेटर पर रखा गया था।

जब उन्हें यहां लाया गया तो वह बहुत गंभीर हालत में थे आखिर हमने डॉक्टरों पर विश्वास रखा कि वह हमारे पिताजी को ठीक कर देंगे।आज मेरे पिताजी ठीक हो गए हैं। उन्होंने डॉक्टरों का आभार व्यक्त किया। अनिल भाई ने कहा कि यहां के डॉक्टर घर जितना ही ख्याल रखते थे मैं सदा इनका ऋणी रहूंगा।


उल्लेखनीय है कि सूरत में रहने वाले लोगों को निशुल्क ऑक्सीजन देने के लिए क्षेत्र के लोगों ने शुरुआत की है। लाल दरवाजा गुंदी शेरी के रहने वाले मरीजों को निशुल्क ऑक्सीजन देने की सुविधा शुरू की है। कई लोग इसका लाभ ले चुके हैं।

यह लोगों से यह लोग सिर्फ किट का चार्ज लेते हैं।2 सिलेंडर से शुरू किया गया सेवा कार्य 70 पर पहुंच गया है एकता सोशल ग्रुप के तेजस चौकसी ने बताया कि लाल दरवाजा गुंदी शेरी के साथ सेवकों ने यह सामाजिक कार्य को उठाया है और हम हमेशा सामाजिक कार्य में जुड़े रहते हैं।