युवक कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता शान खान ने कहा कि कोरोना काल में अनियोजित लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन के कारण अनेक युवाओं ने अपनी नौकरी गंवाई । अब जबकि देशव्यापी लॉकडाउन खुल गया है और आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ की जा चुकी है ।

ऐसे में देशभर में जिम और व्यायामशालाओं को बंद रखा जाना समझ से परे है । भारतीय युवा कांग्रेस के श्रीनिवास बी वी ने केंद्र सरकार से मांग की है कि जिम और व्यायामशालाओं को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए ।

शान खान ने कहा कि जिम और व्यायामशालाओं को खोलने की जरूरत है । इससे जहां , देश के लोगों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी वहीं लाखौं युवा जो लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हो गए थे उन्हें पुनः रोजगार से जोड़ने में मदद मिलेगी । हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि जब लॉकडाउन हटा दिया गया है और अन्य आर्थिक गतिविधियां सामान्य रूप चल रही हैं तो जिम और व्यायामशालाओं को बंद रखना समझ से परे है ।

केंद्र सरकार सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन के साथ व्यायामशालाओं और जिम के संचालन की अनुमति दे । उन्होंने कहा , ' खेल की तैयारी करने , स्वस्थ रहने , प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने के लिए जिम और व्यायामशाला का संचालन जरूरी है यह युवाओं को रोजगार से जोड़ने में भी सहायक साबित होगा । ' कोरोना संकट को देखते हुए केंद्र सरकार ने 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लगाया था।

इससे पूरे देश में जरूरी सेवाओं के अलावा सभी आर्थिक व सामाजिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई।उस समय जिम और व्यायामशालाएं भी बंद कर दी गई थी।इससे देश में बड़े पैमाने पर लोग बेरोजगार हुए हैं।

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनोमी ( सीएमआईई ) की मई की रिपोर्ट में बताया गया है कि अप्रैल महीने में पहले लॉकडाउन के दौरान 20 से 30 साल के 2 करोड़ 70 लाख युवाओं की नौकरी चली गई । अब जबकि पूरे देश में लॉकडाउन खत्म हो गया है, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी प्रकार की आर्थिक गतिविधियां चलाई जा रही है तो व्यायामशाला और जिम पर लगी रोक अन्यायपूर्ण है और इसे हटाना चाहिए।

खेल की तैयारी करना , स्वस्थ रहना और प्रतिरोधक क्षमता का विकास करना यह सब नागरिकों के मूल अधिकार का अंग है अतः हम सरकार से मांग करते हैं कि भारत की बड़ी युवा आबादी को देखते हुए जिम और व्यायाम शालाओं के संचालन पर लगी रोक अविलंब हटाई जाए ।

राज्य सरकार की ओर से टैक्स मे दो रुपए बढा देने के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढोतरी हुई है। कांग्रेस ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान वहां पहुंची पुलिस ने कांग्रेस के कई नेताओ सहित कुल 60 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।


कांग्रेस के नेता बाबुभाई रायका ने मीडिया को बताया कि कोरोना के कारण व्यापार धंधा बंद होने के कारण लोग पहले से ही परेशान हैं ऐसे में भाजपा सरकार पेट्रोल और डीज़ल की कीमत में रोज-रोज ईजाफा कर लोगों की समस्या को बढ़ा रही है। 

इसके विरोध में सूरत शहर जिला कांग्रेस समिति की ओर से चौक में गांधीजी की प्रतिमा के पास धरना और विरोध प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

अठवा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर कार्यवाही करते हुए सुरत शहर कांग्रेस प्रमुख बाबु रायका तथा पालिका के विपक्ष के नेता प्रफुल्ल भाई तोगडिया सहित 60 से अधिक कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।