ठीक होने के बाद फिर से हो रहा कोरोना!

डेस्क
कोरोना को लेकर एक चिंताजनक समाचार सामने आ रहा है ।नोएडा के गौतम बुद्ध नगर जिला में दो जनों का उपचार से ठीक हो जाने के बाद फिर से उनका कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है ।इस रिपोर्ट के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं ।फिर से उनकी जांच कराई जा रही है ।

दोनों मरीजों को फिलहाल दाखिल करके उनका उपचार किया जा रहा है ।उनके संपर्क में आने वाले तमाम लोगों को क्वॉरेंटाइन किया है ।नोएडा के सेक्टर 137 में 21 वर्षीय युवती और सेक्टर 128 में एक युवक का कोरोना रिपोर्ट एक बार नेगेटिव हो चुका था ।इसके बाद फिर से जांच के दौरान उनका को रोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है ।दोनों को 3 दिन पहले उपचार के बाद घर भेज दिया गया था ।बताया जा रहा है कि जो मरीज ठीक हो जाते हैं उन्हें घर भेजने के पहले तीसरा रिपोर्ट लिया जाता है ।


जिनका तीसरा रिपोर्ट भी नेगेटिव आ जाता है उन्हें 14 दिनों तक घर में रहना चाहिए ।इन दोनों मामले में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें फिर से अस्पताल में दाखिल करके उपचार किया जा रहा है ।इन दोनों का चौथा रिपोर्ट लैब में भेजा गया है ।


उल्लेखनीय है कि इस तरह की रिपोर्ट ने प्रशासन के लिए चिंता बढ़ा दी है ।क्योंकि एक और जब कोरोना के रिपोर्ट पहले से ही तेजी से बढ़ रहे हैं ।ऐसे में जिन मरीजों का को कोरोना ठीक हो चुका है वह फिर से बीमार हो रहे हैं तो प्रशासन की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है।

दूसरी ओर केंद्र सरकार 14 अप्रैल को कोरोना के लॉकडाउन के बारे में घोषणा करने वाली है।कई राज्य सरकारों ने तो पहले ही लॉकडाउन बढ़ाने की डिमांड की है ।परिस्थिति को देखते हुए यह कयास लगाया जा रहा है कि देश भर में लोग डाउन संभवत बढ़ जाएगा।

यूपी से मरकज़ में पहुँचे थे 155 लोग, 90 प्रतिशत से अधिक ट्रेस

सूरत
दिल्ली के निज़ामुद्दीन में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में देशभर से लोग पहुँचे थे। मध्य प्रदेश से 107, हैदराबाद के 186 तथा यूपी से मरकज जाने वाले 157 लोग शामिल हुए थे। उनमें से 95% को ट्रेस कर लिया गया है।
सभी राज्यों ने दिल्ली प्रशासन से उनके राज्यों से कितने लोग गए थे इसकी जानकारी माँगी है।राजस्थान ने भी उन लोगों की लिस्ट मंगवाई है, जो मरकज में शामिल हुए थे। हालांकि, राज्य सरकार के पास अभी यह जानकारी नहीं है कि कितने लोग यहां से मरकज में गए थे।

बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस के चलते देश भर में लगाए गए लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए धार्मिक सम्मेलन आयोजित किये जाने पर आयोजनकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वहीं, मरकज को सील कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
सरकार का कहना है कि 21 मार्च तक हजरत निजामुद्दीन मरकज में करीब 1 हजार 746 लोग ठहरे हुए थे। इनमें 216 विदेशी और 1530 भारतीय थे।
मरकज के कार्यक्रम के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में 824 विदेशी 21 मार्च तक तब्लीगी की गतिविधियों में शामिल थे। राज्यों की पुलिस को देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद 824 विदेशियों की जानकारी दे दी गई थी, ताकि उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग और क्वारैंटाइन के इंतजाम किए जा सकें।

इसके बाद 28 मार्च को सभी राज्यों को भारतीय तब्लीगी जमात के लोगों की जानकारी इकठ्ठा करने की सलाह दी गई थी, ताकि उन्हें जांच के बाद क्वारैंटाइन किया जाए।
मरकज में शामिल होने के लिए करीब 2100 विदेशी पहुंचे। इनमें श्रीलंका, बांग्लादेश इंडोनेशिया, मलेशिया, थाइलैंड, नेपाल, म्यांमार, और किर्गिस्तान के लोग शामिल हैं।

अब तक मरकज में शामिल होने वाले लगभग 2100लोगों की मेडिकल जांच की जा चुकी है। 1340 लोगों को में क्वारैंटाइन किया गया है। लगभग 280 में कोरोना के लक्षण पाए गए थे, जिन्हें दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में दाखिल कराया है। उल्लेखनीय है कि यहाँ पर कई राज्यों के लोग होने के कारण कई राज्यों पर कोरोना का ख़तरा मंडराने लगा है।
अब तक मरकज से 1500 लोगों को निकाला जा चुका है।

तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल 10 की कोरोना से मौत, कइयों में जाँच जारी

डेस्क
कोरोना का संक्रमण गंभीर ढंग से पूरे देश में फैला है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार लोगों से सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील कर रहे हैं ।इसके बावजूद दिल्ली के पास निजामुद्दीन में तबलीगी जमात की ओर से आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में शामिल लोगों में से 10 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है ।मृतकों में सबसे अधिक तेलंगाना के लोग हैं ।

बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में लगभग 2500 लोग शामिल थे| इनमें से 20 विदेश से भी आए थे। एक की मौत की जानकारी सामने आ रही है। कार्यक्रम का आयोजन 13 से 15 मार्च के दौरान किया गया था |बताया जा रहा है कि इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल 20 से अधिक लोगों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव भी है। अभी इन सब का उपचार चल रहा है । आशंका है कि 200 लोगों को कोरोना का संक्रमण हो कहा है। इस आयोजन में युपी से भी कई लोग आए थे। इसलिए युपी प्रशासन भी सतर्क हो गया है।

यह कार्यक्रम जिस जगह हुआ था वहाँ भी प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है। इसके अलावा कई लोगों की जांच की जा रही है कि उनमें कोरोना का संक्रमण है या नहीं ।उल्लेखनीय है कि भारत में कोरोना को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही बड़े चिंतित हैं लोगों तक करो ना नहीं पहुंचे इसके लिए सारी सावधानियां बरती जा रही हैं लेकिन शायद लोगों की गलती के कारण ही करो ना अभी तक आगे बढ़ता जा रहा है ।

लॉकडाउन के दौरान भी कई शहरों में लोग बाहर निकलते हैं और पुलिस से विवाद करके नियम कानून का उल्लंघन कर रहे हैं।सरकार अभी भी परिस्थिति को नियंत्रण में लाने में सक्षम है ।सरकार ने सभी राज्य सरकारों को निर्देश दे दिए हैं राज्य सरकारों ने भी सभी सरकारी अस्पतालों और कई प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना पीड़ितों के लिए आवश्यक तमाम उपचार की तैयारी पूरी करने का है ।

सरकारी महकमा इन दिनों कोरोना की परिस्थिति पर नजर बिछाए बैठा है ।फिलहाल अभी तक कोरोना से ज्यादा प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र केरल आदि राज्यों का नाम आता है धीरे धीरे कई अन्य राज्यों में भी कोरोना के मरीजों की संख्या अपेक्षा से ज्यादा तेजी से बढ़ रही है।