अमरीका में 3.8 करोड लोग बेरोजगार हुए


सूरत

कोरोना वायरस के दुनिया के अर्थंतंत्र की हालत खराब कर दी है। दुनिया के सबसे शक्तिशाली माने जाने वाले अमरीका की भी हालत इन दिनो पतली हो गई है।

अमरीका मे कोरोना पीडितों की संख्या सबसे अधिक हो गई है। कोरोना के कारण व्यापार धंधा बंद होने से बेरोजगारी भत्था मांगने वालों की संख्या 3.8 करोड पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि यह लगातार नौवां महीना है जबकि लाखो लोगो बेरोजगारी भत्था मांग रहे हैं।

अमरीका ही नही दुनिया के कई देशो की आर्थिक व्यवस्था चरमरा गई है। कई देश आर्थित व्यस्था चरमरा जाने के डर से पहले से ही लॉकडाउन का विरोध कर रहे थे। अमरीका भी पहले लॉकडाउन के समर्थन में नहीं था। अमरीका के साथ कई छोटे देशो ने भी लॉकडाउन से अर्थ व्यवस्था बिगडने का भय व्यक्त किया था। पाकिस्तान जैसे देश में तो बहुत बाद में लॉकडाउन का अमल शुरू कराया गया। 

भारत में भी सरकार आर्थिक व्यवस्था को संभालने के प्रयास में जुटी है। कई छोटे छोटे देशों ने तो आर्थिक व्यवस्था की चिंता के चलते ल़ॉकडाउन भी खोल दिए हैं। भारत में भी जिन क्षेत्रों में रेडजॉन है उन्हें छोडकर कुछ शर्तो के साथ आर्थिक गतिविधियां शरू करने की छूट दी गई है।

कोरोना के आँकड़े तेज़ी से बढ़े
एक ओर देश में सरकार रेल और हवाई जहाज़ यात्रा बहाल करने पर सोच रही है वहीं दूसरी ओर कोरोना के कारण मरीज़ों की संख्या तेज़ी से बढ रही है। कुछ राज्यों में तो चिंताजनक स्तर पर कोरोना की संख्या तेज़ी से बढ़ी है।
मिली जानकारी के अनुसार देश में कोरोना के मरीजों की संख्या 1 लाख 18 हजार को पार कर गई है। इनमें से 3583 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। राहत की बात यह है कि कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब तक 48,534 लोग ठीक हो चुके हैं।
देश में कोरोना से रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है इसके बावजूद कोरोना के मरीज़ों की संख्या में बढ़ोतरी में प्रशासन की चिंता बढ गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों में 6088 नए मामले सामने आए हैं और 148 लोगों की मौत हुई है। पिछले कई दिनों से हर दिन मरीजों की संख्या 5,000 का आंकड़ा पार कर रही है। बुधवार को 5,611 नए मामले और गुरुवार को 5,609 नए मामले सामने आए। वर्तमान में देश में 66,330 सक्रिय मामले हैं।

प्लाज़्मा थैरेपी कोरोना के ईलाज में उम्मीद की किरण !!

सूरत
कोरोना के मरीजों के उपचार के लिए सूरत में उम्मीद की किरण जगी है ।दुनिया में कई देश कोरोना के उपचार के लिए प्लाज्मा थैरेपी का उपयोग कर रहे हैं ।
प्लाजमा थैरेपी से उपचार पर विचार

भारत में भी इस पद्धति से उपचार के लिए विचार चल रहा है । यदि सब ठीक रहा तो आगामी सप्ताह में सूरत में भी सिविल अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी से उपचार का आरंभ होगा ।सूरत में कोरोना के कारण 425 अधिक मरीज दर्ज हो चुके हैं ।सिविल हॉस्पिटल के और स्मीमेर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में कोरोना के सैम्पल की जाँच हो रही है ।सरकार कोरोना की रोकथाम के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है ।इसके बावजूद कोरोना बढ़ रहा है। अब दुनिया के कई देशों के साथ भारत में भी कोरोना के उपचार के लिए प्लाज़्मा थैरेपी का उपयोग किया जाएगा ।

कई देशों में प्लाज़्मा थैरेपी से उपचार का प्रयोग
बताया जा रहा है कि कई देशों में प्लाजमा थैरेपी का प्रयोग शुरू किया गया है ।इस पद्धति के बारे में उच्च अधिकारियों ने बताया कि सूरत में इस पद्धति से उपयोग के लिए आईसीएमआर को दरखास्त भेज दी गई है ।यह मंजूर हो जाने के बाद सूरत में इस पद्धति से उपचार शुरू हो जाएगा ।

क्या है प्लाज़्मा थैरेपी

इस पद्धति में कोरोना से ठीक हो चुके मरीज के खून में से प्लाज़्मा अलग कर नए मरीज को चढ़ाया जाता है।कई मामलों में यह सफल रहा है इसलिए सूरत सिविल अस्पताल में भी इस पद्धति से उपचार करने की दिशा में प्रयास चल रहा है।

सूरत के कोरोना के आँकड़ों से चिंतित केंद्र सरकार
केंद्र सरकार गुजरात के सूरत और अहमदाबाद में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना के पीड़ितों की संख्या को देखते हुए चिंतित केंद्र सरकार के 5 सदस्यों की टीम शनिवार को सूरत के दौरे पर थी ।टीम ने सूरत में कोरोनी को रोकने के लिए प्रशासन किस तरह काम कर रहा है उसकी समीक्षा की ।

सूरत में 15 लोगों की मौत

सूरत में अब तक कोरोना के कारण 425 से अधिक मरीज दर्ज हुए हैं ,जिनमें कि 15 लोगों की मौत हो चुकी है ।मृतकों में 50 वर्ष से अधिक के 12 लोग हैं ।कोरोना के कारण सूरत महानगर पालिका ने शहर के 18 क्षेत्रों के कुछ हिस्सों को रेड जोन के तौर पर घोषित किया है।

क्लीनिक मॉल और दुकानों में सैनिटाइजर अनिवार्य नहीं तो 25,000 का दंड

सूरत
कोरोना के तेजी से बढ़ते आंकड़ों ने प्रशासन के हाथ-पांव फुला दिए हैं ।गंभीरता को समझते हुए प्रशासन अब किसी भी प्रकार की कोताही चला लेने के मूड में नहीं है ।मंगलवार से शहर में कार्यरत क्लीनिक, मॉल ,जनरल स्टोर ,किराने की दुकान आदि सभी जगह संचालकों को ग्राहकों के लिए सैनिटाइजर रखना अनिवार्य है ।नहीं तो ₹25000 का दंड दिया जाएगा ।

एपेडेमिक डीसिज एक्ट के तहत होगी कार्रवाई

मिली जानकारी के अनुसार सूरत मुंसिपल कमिश्नर ने सोमवार की शाम को सैनेटाइजर अनिवार्य होने की घोषणा की । कोरोना के कारण अब तक शहर में मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी था ।मंगलवार से मॉल , जनरल स्टोर , आदि में भी सैनिटाइजर रखने की सूचना दी गई है ।जो लोग इसका उल्लंघन करेंगे उन्हें एपिडेमिक डिसिज एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा ।साथ ही ₹25000 भी देना पड़ेगा ।

शहर में तीन स्थान रेड ज़ोन घोषित

शहर में तीन स्थानों को रेड ज़ोन घोषित किया गया है जिसमें रांदेर, बेगमपुरा हॉस्पिटल और लोखात होस्पिटल शामिल है ।सूरत में कल कोरोना के नौ पॉजिटिव मामले एक साथ सामने आने पर प्रशासन चिंता दोगुनी हो गई है ।

कम्युनिटी टेस्ट के कारण बढ़े पॉज़िटिव मामले

शहर में मनपा ने कोरोना को फैलते रोकने के लिए कम्युनिटी टेस्टिंग शुरू की है ।इसके चलते कोरोना पॉज़िटिव की संख्या बढ़ रही |है अब तक एक साथ इतनी बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव सामने नहीं आए थे ।सूरत में अब कोरोना पॉजिटिव की संख्या 40 के करीब पहुंच गई है ।इन सभी बातों को देखते हुए मनपा ने शहर में तमाम सुपर स्टोर जनरल स्टोर दुकान क्लीनिक आदि पर भी सावधानी के लिए सैनिटाइजर के निर्देश दिए हैं ।


जारी किया परिपत्र

इस सिलसिले में एक पत्र भी जारी कर दिया गया है ।सोमवार को सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं करने वाले 153 लोगों से ₹31000 और मास्क नहीं पहनने वाले पाँच लोगों से ₹25000 का दंड वसूला गया ।इसके अलावा शहर में निजी वाहनों पर प्रतिबंध है ।निजी वाहन लेकर घूमने वाले 3 लोगों से 15 सो रुपए का दंड लिया गया।

भेस्तान में सब्ज़ी की क़ीमत को लेकर भड़के लोग,

सूरत
रविवार की दोपहर भेस्तान क्षेत्र में बवाल होने की जानकारी सामने आ रही है।भेस्तान में साग भाजी की कीमत ज्यादा लिए जाने पर लोगों ने जमकर हंगामा मचाया।घटना स्थल पर पुलिस में पहुँच कर परिस्थिति पर क़ाबू पाया।

मिली जानकारी के अनुसार भेस्तान में शाकभाजी की कीमत ज्यादा वसूले जाने के आरोप के साथ लोगों ने जमकर बवाल मचाया । लारियाँ तोड़ डाली। जानकारी मिलने पर पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस बल बुला कर बवाल करने वाले लोगों को पकड़ने की कार्यवाही शुरू की है

देखते देखते परिस्थिति गंभीर हो गई । जानकारी मिलते ही पुलिस के जवान पहुंचे और परिस्थिति पर काबू पाने का प्रयास किया ।लगभग 2 घंटे तक चले इस मामले के दौरान पूरे क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए थे। हालाँकि अभी तक पूरी जानकारी सामने नही आई है।


उल्लेखनीय है कि लोग को समाप्त होने में 2 दिन बचे हैं, लेकिन लोगों का नियंत्रण खोता जा रहा है ।अभी तो लॉकडाउन और बढ़ने की चर्चा चल रही है ।यदि लॉकडाउन बढ़ता है तो प्रशासन को इन क्षेत्रों में काबू पाने के लिए और प्रयास करने पड़ेंगे ।कोरोना की बात करें तो सूरत शहर और जिले में अभी तक करुणा के कुल 28 मरीज है इनमें से 4 की मौत हो चुकी है और 5 ठीक हो चुके हैं।

मास्क अनिवार्य हुआ

अहमदाबाद में अब से मास्क पहनना अनिवार्य हो गया है। अहमदाबाद में कोरोना के कारण बढ़ते मरीज़ों की संख्या को देखते हुए हैं प्रशासन ने अब से वहाँ पर बाहर निकलने वालों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया है नही तो पाँच हज़ार दंड या तीन हज़ार रूपए का प्रावधान है।

पंजाब में लॉकडाउन के दौरान रोकने पर पुलिस अधिकारी की कलाई काटी

जहां एक और केंद्र सरकार से कई राज्यों ने लोकडाउन बढ़ाने की मांग की है वहीं पंजाब में आज सुबह लोक डाउन के दौरान निकले कुछ लोगों ने लॉकडाउन को दौरान निकलने पर पास मांगने पर पुलिस पर हमला बोल दिया ।इस दौरान एक पुलिस अधिकारी की कलाई काट कर अलग हो गई और अन्य दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए ।
सभी को अस्पताल ले जाया गया है |

बिना लक्षण वाले भी हो सकते हैं कोरोना से संक्रमित!!!

डेस्क
कोरोना का क़हर देशभर में फैला है। देशभर में लॉकडाउन है ऐसे में सिर्फ़ सावधानी ही हमारा हथियार बन सकता है। क्योंकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कोरोना वायरस के फैल रहे संक्रमण को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। देश में अब बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित भी मिल रहे हैं। यह चिंता की बात है। ऐसे मरीजों में पहले से कोई लक्षण नहीं दिखता है। चूंकि, यह स्वस्थ दिखते हैं लेकिन इनसे संक्रमण के फैलने का खतरा रहता है। क्योंकि इन्हें खुद भी नही पता है कि वह कोरोना से संक्रमित हैं। अनजाने में वह कोई लोगों को संक्रमित लेकर सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि ऐसे मामले सिर्फ़ भारत में हैं बल्कि अब तक दुनियाभर में 30% से ज्यादा संक्रमित मिले हैं, जिनमें पहले से कोई लक्षण नहीं थे।

लोगों से सेल्फ़ डिस्टैंस पालन और मास्क पहनने की अपील
कोरोना से बचने के लिए सूरत में प्रशासन की ओर से लोगों को बारंबार सेल्फ डिस्टैंस पालन और मास्क पहनने के लिए कहा जा रहा है।इसके बावजूद कई लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।कई लोगों के ख़िलाफ़ प्रशासनिक कार्रवाई की शुरुआत की है। सूरत महानगर पालिका ने सेल्फ़ डिस्टेंस का पालन नहीं करने और मास्क नहीं पहनने वालों से दंड लेने की शुरुआत की है। बीते 3 दिन से पालिका उन्हें आर्थिक दंड दे रही है ।पहले दिन ही द247 लोगों को 24,700 रूपये का दंड किया गया था|

बुधवार को एक मामला, कुल 21
शहर में बुधवार को और एक कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आने के साथ में शहर में कोरोना पॉजिटिव के कुल 21मामले हो चुके हैं| सौदागर वाड क्षेत्र के 70 वर्षीय महिला का कोरोना का रिपोर्ट आज पॉजिटिव आया।उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है ।स्वास्थ्य विभाग ने वृद्ध महिला से जो मिले थे उनकी जांच करना शुरू की है दूसरी ओर देर रात एक कोरोना कि शंकास्पद मरीज की मौत हो गई। हालांकि अभी तक रिपोर्ट नहीं आने से मृतक को कोरोना था या नहीं यह स्पष्ट नहीं हो सका है,लेकिन प्रशासन सतर्क हो गया है। प्रशासन ने मृतक के परिवारजनों को कोरोना की गाइडलाइन के अनुसार ही अंतिम विधि करने की सूचना दी थी
बीते 3 दिनों में लगातार कोरोना के तीन मरीज आने के कारण प्रशासन पहले से ही चौकन्ना हो चुका है आपको बता दें कि शहर में रांदेर क्षेत्र में कोरोना के अधिक पॉजिटिव मामले सामने आने के कारण प्रशासन ने रांदेर क्षेत्र को मांस क्वॉरेंटाइन क्षेत्र के तौर पर घोषित किया है। इसके अलावा बेगमपुरा को भी मास क्वॉरेंटाइन घोषित किया गया है। आज इन दोनों क्षंत्रो में सेनेटाइजेशन की कार्रवाई की।

अब तक कुल 248 लोगों की जाँच की
पालिका कमिश्नर बंछानिधी पाणी ने बताया कि अब तक कुल 248 केस की जाँच की। इसमें से 211 के रिपोर्ट नेगेटिव है। 21 के रिपोर्ट पोजिटिव है और 16 का रिपोर्ट पेन्डिंग है।

गुजरात में कोरोना से 14 महीने के बच्चे की मौत

डेस्क
कोरोना के चलते राज्य में मंगलवार को एक चौदह महीने के बच्चे की मौत हो गई । राज्य में ये किसी बच्चे की मौत का पहला मामला है। अब तक गुजरात में कोरोना के कारण 16 मरीज़ों की मौत हो चुकी है|आज जिस बच्चे की मौत हुई वह कुछ दिनों पहले ही अस्पताल में दाख़िल हुआ था|
जाँच के दौरान उसका कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आया था। डॉक्टरों ने उसे बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन असफल रहे ।उसके किडनी और दिल में भी असर होने के कारण डाक्टर्स बचा नहीं पाए।
गुजरात में कुल 16 लोगों की जान कोरोना से जा चुकी है।अहमदाबाद मे 83 कोरोना पॉज़िटिव के मामलों में से पाँच की मौत हो चुकी है। सूरत सिटी में 20 मे से चार की मौत हो चुकी है।
भावनगर में भी 12 में से दो मरीज़ों की मौत हो चुकी है और बड़ोदरा में भी अब तक दो मरीज़ों की मौत हो चुकी है ।सूरत प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए लोगों से तरफ़ सोश्यल डिस्टेंस का पालन करने और मास्क पहनने के लिए रिक्वेस्ट की है ।जो लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं उन्हें दंड दिया जा रहा है ।

कल देश भर में पहली बार एपेडेमिक डीसिज एक्ट के अंतर्गत सूरत में 247 लोगों से 24,700 रूपये वसूल किए गए। बताया जा रहा है कि कोरोना से मृतकों के मामले में अहमदाबाद सबसे ऊपर है और सूरत दूसरे स्थान पर है।देश भर में महाराष्ट्र में करोना संक्रमितों की संख्या बडी तेज़ी से बढ़ रही है।

कोरोना के अलावा केरला आदि राज्यों में भी कोरोना के आंकड़े तेज़ी से बढ़ने के कारण केंद्र सरकार की चिंता बढ़ गई है ।केंद्र सरकार ने इन दिनों सभी राज्यों में २१ दिन का लॉक डाउन करने की घोषणा की है ।अब लॉकडाउन का समय धीरे धीरे समाप्त हो रहा है और सरकार इसे आगे बढ़ाएं या समाप्त कर दें इस सिलसिले पर विचार कर रही है।

कोरोना का झटका लगा आयकर विभाग को! टार्गेट अधूरा

सूरत

जीएसटी के कारण सूरत का कपड़ा उद्योग और रियल एस्टेट पहले से ही मंदी के दौर से गुजर रहे थे। इस दौरान बीते दो महीने से कोरोना के कारण रहा-सहा व्यापार भी चौपट हो जाने के कारण व्यापार को तगड़ा झटका लगा है। इसके चलते सूरत आयकर विभाग अपना लक्ष्य हासिल करने से चूक गया।

सूरत कमिश्नरेट को बीते वित्तीय वर्ष में 4707 करोड रुपए का लक्ष्य दिया गया था ।इसके मुकाबले आयकर विभाग 3346 करोड़ ही हासिल कर पाया ।मतलब की आयकर विभाग 71 प्रतिशत की वसूली ही कर पाया । सुरत ही नहीं बल्कि गुजरात में भी यही हालात रहे ।टीडीएस के साथ गुजरात जॉन को 60407 करोड रुपए का टार्गेट दिया गया था। इसके मुक़ाबले विभाग ने 50189 करोड रुपए हासिल किए।

सूरत की बात करें तो पिछले वित्तीय वर्ष में सूरत कमिश्नरेट को 4665 करोड रुपए का टार्गेट दिया गया था ।इसके मुकाबले विभाग ने 3737 करोड़ की वसूली की थी । बताया जा रहा है कि जीएसटी के कारण पहले से ही व्यापार कमजोर चल रहा था ऐसे में 1 महीने से कोरोना के कारण और व्यापार चौपट कर हो गया। सूरत की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले कपड़ा उधोग की हालत पतली हो गई है।

कोरोना के भय से दूसरे राज्यों में रिटेल मार्केट दो महीने से बिल्कुल ठप हो गया था ।शादी विवाह आदि के फंक्शन पर सवालिया चिन्ह लग जाने से लोगों ने खरीदी बंद कर दी थी ।इसका सीधा असर आयकर विभाग के कलेक्शन पर पड़ा है ।सूरत, गुजरात ही नहीं बल्कि कई देश राज्यों में आयकर विभाग अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाया है ।

सूरत में सीआईटी- 1 को 1756 करोड़ का टारगेट दिया गया था, जिसके सामने 1361 करो रुपए की वसूली हुई ।सीआईटी-2 को 914 करोड रुपए का टारगेट दिया गया था इसके सामने 557 करोड़ की वसूली हुई सीआईटी-3 को 540 करोड रुपए का टारगेट था ।इसके सामने 283 करोड की वसूली हुई ।वहीं वलसाड सीआईटी को 1497 करोड रुपए का टारगेट दिया गया था ।इसके मुकाबले 247 करोड रूपए की वसूली की।

बुधवार को हनुमान जी के जन्म दिन पर करें पूजा, माँगे कोरोना से छुटकारा , फिर देखिए……

डेस्क
कोन सो संकट है मोर गरीब को, जो तुमसे नहीं जात है टारो।।
हनुमान भगवान से जुड़ी यह लाइन तो सभी भक्तों को याद होगी! इन्हीं लाइनों से ही हमें संकट से लड़ने के लिए दैविक शक्तियाँ मिलती है। कोरोना से लड़ने के लिए हमें शारीरिक और मानसिक दोनों तैयारी रखनी पड़ेगी। ऐसे में हनुमान जी की पूजापाठ भी मददगार साबित होगी।


गत तीन महीनों से पूरा विश्व कोरोना जैसे महामारी से जूझ रहा है। अमरीका में मृतकों की संख्या 11 हज़ार पहुँच गई है।चारो तरफ कोरोना का डर फैला है। इसकी कोई अब तक दवा नही बन पाई है।उपायों व नए प्रयोगों के आधार पर हम कोरोना को रोकने में लगे हैं।


हिंदू धर्म ग्रंथो में कई बार संकट के समय किस तरह से मुक्ति पाए जाए इसका वर्णन कुछ उदाहरण के साथ है। जैसे कि रामायण में हनुमान जी हमेशा संकट मोचक बने है।
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भगवान श्री हनुमानजी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस बार यह अवसर 8 अप्रैल 2020, बुधवार को आ रहा है। फिलहाल देशभर में लॉकडाउन है। इसलिए कार्यक्रम नही हो पाए। मंदिरों में भी भीड़ नहीं रहेगी, लेकिन भक्तों के यह दिन हनुमानजी को प्रसन्न करके उनसे मनचाहा वरदान पाने का सबसे सिद्ध दिन होता है।
हनुमानजी सप्त चिरंजीवी में से एक हैं यानी वे इस पृथ्वी पर आज भी मौजूद हैं और कहा जाता है, जहां आज भी रामायण या सुंदरकांड का पाठ होता है, वहां वे किसी न किसी रूप में अवश्य पहुंचते हैं।

हनुमानजी को अष्ट सिद्धि, नव निधि का दाता कहा जाता है। यानी उनकी पूजा-आराधना से समस्त सुखों की प्राप्ति की जा सकती है, शत्रुओं का नाश किया जा सकता है। हनुमानजी की आराधना से जीवन के बड़े से बड़े संकट को दूर किया जा सकता है।

हनुमान जयंती पर हनुमान जी को खुश करने के कई विधि विधान की पूजा बताई गई है, परंतु लॉकडाउन में सब कुछ इकट्ठा कर पाना मुश्किल है। इसलिए घर से ही जो साधन घर पर उपलब्ध हो उसी को लेकर भगवान हनुमान जी का बुधवार की सुबह पूजन करें और सुंदरकांड का पठन करें।व्रत करें तो और भी उत्तम है। हनुमान जी को चमेली के तेल के दिए पसंद है यदि आप के पास व्यवस्था हो तो चमेली के तेल के दीपक जलाएं लाल वस्त्र घर मे हो तो उस पर मूर्ति या फ़ोटो रखकर पूजा करें।
कुछ न होने पर भगवान भाव के भूखे है ।उनकी भावपूर्वक सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाए।

अंत में जय सिया जय जय सियाराम का कमसे कम 11 बार नाम लेकर कोरोना जैसे बीमारी से अपने बचने व देश को बचाने की प्रार्थना करें।भगवान हनुमान की कृपा से सब अच्छा ही होगा। इससे हमें मानसिक शांति मलेगी और कोरोना क ख़िलाफ़ लड़ने का विश्वास बढेगा । पूजा पाठ के दौरान लॉकडाउन प्रशासनिक नियमों का पालन करें।

सरदार मार्केट (एपीएमसी) बुधवार से खुल जाएगा

सूरत
सूरत वासियों के लिए थोड़ी राहत के समाचार हैं।रविवार को प्रशासन ने सूरत में सब्ज़ी का वितरण करने वाले APMC मार्केट को 14 अप्रैल तक बंद करने का फ़ैसला किया था। इसके बाद सोमवार को इस फ़ैसले पर फिर से मोड़ आ गया। नए फ़ैसले के अनुसार बुधवार से APMC मार्केट पहले की तरह खुल जाएगा।
APMC मार्केट बंद होने के कारण सूरत के लाखों परिवारों को सब्ज़ी की सप्लाई पर गंभीर असर की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने यह फ़ैसला लिया है।
क्या था मामला?
लोकडाउन के दौरान लोग इकट्ठा नहीं हो और कोरोना का संक्रमण नहीं फैले इसलिए ज़िला कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर और ज़िला सहकारी रजिस्ट्रार की ओर से एपीएमसी मार्केट में किसानों का समय और व्यापारियों का समय अलग किया गया था।ज़िला कलक्टर के आदेश के बाद वाहन चालक, व्यापारियों तथा रिटेलर्स को कुल पाँच हज़ार पास जारी किए गए थे, लेकिन शनिवार की शाम को अन्य मार्केट में सब्ज़ी बेचने वाले, छूटक विक्रेता तथा टैम्पोचालक सहित कुल तीन हज़ार से अधिक लोग शाक सब्ज़ी लेने आ गए। इस कारण वहाँ अफ़रा तफ़री का माहौल बन गया था। कुछ लोगों ने वहाँ तोड़फोड़ भी मचा दी थी।
उल्लेखनीय है कि APMC मार्केट बंद होने के फ़ैसले के कारण हज़ारों लोगों के रोजीरोटी पर भी संकट आ गया था ।एक तो लॉकडाउन के कारण पहले से ही कपड़ा उद्योग हीरा उद्योग सहित तमाम कारख़ाने बंद होने के कारण लाखों लोग बेरोज़गार हैं ।ऐसे में APMC मार्केट बंद होने के कारण उसमें और हज़ारों लोगों की बढ़ोतरी हो जाती। प्रशासन के इस फ़ैसले के कारण सूरत के लोगों ने राहत की साँस ली है।

आपको बता दें कि सूरत में लॉकडाउन चल रहा है और लॉकडाउन को तोड़ने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है ।सूरत में अब से मास्क नहीं पहनने वालों के ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जाएगी ।सोमवार को सूरत में कोरोना के तीन नए मामले सामने आए हैं इनमें से तीनों को स्थानीय संक्रमण के कारण चेप लगे होने की आशंका है

गुजरात में कोरोना के कारण मृत्युदर सबसे ज़्यादा


डेस्क
कोरोना को लेकर गुजरात के लिए चिंताजनक बात सामने आ रही है। भारत के तमाम राज्यों के अपेक्षा गुजरात में कोरोना के कारण मृत्यु दर सबसे अधिक बताई जा रही है।पूरे देश में कोरोन के दर्ज हुए केस में मृत्यु दर 3 प्रतिशत के आसपास है, लेकिन गुजरात में यह 9% के पास बताया जा रहा है ।भारत भर में सभी राज्यों में कोरोना के दर्ज पॉजिटिव मामले और उसके कारण मरने वालों की संख्या अगर अनुपात में निकाली जाए तो गुजरात की सबसे ऊपर है ।


महाराष्ट्र में अब तक सबसे अधिक मामले दर्ज हुए हैं ।लेकिन वहां मृत्यु का दर 5 प्रतिशत आसपास है लेकिन गुजरात में यह दर 9% तक बताई जा रही है।
गुजरात में अब तक कोरोन के कारण 11 लोगों की जान जा चुकी है।पूरे देश के आंकड़े खंगाले तो अभी तक देश में कोरोना के कारण 107 लोगों की जान जा चुकी है।
गुजरात के बाद महाराष्ट्र मध्य प्रदेश तेलंगाना आदि राज्यों में भी मृतकों की संख्या ज्यादा है।आपको बता दें कि मृत्यु दर के मामले में जहां गुजरात में 9% बताई जा रही है वहीं मध्य प्रदेश मैं 6% ,महाराष्ट्र में 5 प्रतिशत, कर्नाटक में 3% और तेलंगाना में 4% मृत्यु दर है ।


उल्लेखनीय है कि गुजरात भारत के विकसित राज्यों में से माना जाता है ।गुजरात का विकास मॉडल भी देशभर में जाना माना जाता है ।गुजरात में कोरोना को लेकर राज्य सरकार ने सारी व्यवस्थाएं कर रखी हैं ।इसके बावजूद यहां 9% का मृत्यु दर चिंताजनक बात है ।

गुजरात में फिलहाल कोरना के कारण 128 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं ।इनमें अहमदाबाद सबसे ऊपर है जहां की 50 से अधिक पॉजिटिव मामले हैं। इसके बाद सूरत में पॉजिटिव दो मामले हैं। सूरत में अब तक 2 जनों की मौत हो चुकी है सूरत के झांपाबाजार और रांदेर को मास क्वॉरेंटाइन घोषित किया गया है ।इसके अलावा सूरत में 3000 से अधिक लोगों को होम क्वारन्टाइन में रहने की सूचना दी गई है