पुलिस के डर से भागे युवक को लोगों ने समझा चोर!


सूरत
पुलिस का नाम सुनते ही अच्छे अच्छे को पसीना छूट जाता है, तो सामान्य आदमी की क्या हालत होगी समझ सकते होग। शनिवार को पुलिस के डर से एक युवक एक घर पर ऊपर चढ़ गया। उसकी हालत देखकर कुछ उसे लोग चोर समझने लगे। आसपास के लोगों के बुलाने के बाद घटनास्थल पर पहुंची और उसने चोर को उतारा तो उस युवक ने जो बताया वह सुनकर आप दंग रह जाएंगे।

युवक का कहना था कि वह गोडदरा क्षेत्र में रहता है और नौकरी पर बेगमपुरा क्षेत्र में जा रहा था। उस दौरान पुलिस ने उसे जांच के लिए रोक लिया। डर के मारे दौड़कर युवक नजदीक में बन रहे नए भवन की छत पर चढ़ गया। लोगों ने उसकी परिस्थिति देखकर उसे चोर समझ लिया और चिल्लाने लगे। कुछ लोग उसे नीचे उतारने के लिए ऊपर भी चढ़ गए।


पुलिस का ख़ौफ़ सामान्य आदमी में कितना है इस घटना से साबित हो रहा है। बताया जा रहा है कि इस युवक को पुलिस में पकड़कर हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को शक है कि युवक झूठ बढ़ रहा है। फ़िलहाल पुलिस में वहाँ जहां काम करता है वहाँ के लोगों से पूछताछ शुरू की है।

रेडजॉन के बाहर 585 यूनिट शुरू करने की ईजाजत मिली!!
सूरत के लोगों के लिए अच्छी खबर है।लॉकडाउन के कारण पचास दिन से अधिक दिनों तक कारख़ाने बंद रहने के बाद ज़िला उधोग केन्द्र के डिप्टी कमिश्नर के मंज़ूरी के बाद 485 यूनिट फिर से शुरू हो गए। इन्हें कई शर्तों के साथ मंज़ूरी दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत जिला उद्योग केंद्र के डिप्टी कमिश्नर ने सूरत के रेडजॉन के अलावा 585 इकाइयों को खोलने की अनुमति दी है। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए सचिन ने जीआईडीसी के पूर्व सचिव मयूर गोलवाला ने कहा कि जीआईडीसी में 185 इकाइयां चालू हैं। इसमें 20 लूम्स इकाइयां भी शामिल हैं। 15 मई को, सूरत जिले में 585 इकाइयाँ शुरू की गई हैं। यह यूनिट शुरू हो जाने से श्रमिकों के पलायन पर रोक लगेगा।


जिला उद्योग केंद्र को कुल 585 आवेदन इकाइयां शुरू करने के लिए मिला है। जिसमें शहर-जिले में कुल 310 इकाइयाँ शुरू की गई हैं। सचिन जीआईडीसी में मांगी गई 419 इकाइयों में से 185, पांडेसरा में 12 में से 11, इच्छापोर -भाटपोर में 61 में से 42, सूरत अेपेरल पार्क में 8 में से 6, हजीरा में 26 में से 17, बारडोली में 6 में से 6, ओलपाड में 8 में से 8 और सचिन सेज में 45 में से 35 इकाइयां चालू हैं। इन सभी इकाइयों में कुल 17,840 कर्मचारी काम कर रहे हैं।

कोरोना को लेकर WHO ने किया बड़ा खुलासा, बढ़ी चिंता


डेस्क
कोरोना को लेकर वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट में दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। रिपोर्ट मे कोरोना शायद कभी समाप्त नहीं हो ऐसा बताया गया है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक डॉ माइकल जे रिया ने संभावना जताई है कि दुनिया में कोरोना वायरस कभी खत्म नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह बीमारी शायद हमारे बीच ही रहेगी।
कोरोना वायरस ने दुनिया के लगभग सभी देशो मे बड़ी संख्या मे लोगों को को संक्रमित किया है कई लोगों की जान जा चुकी है। अभी भी संक्रमण बढ़ता जा कहा हैऔर इस घातक वायरस का कोई इलाज या टीका अभी तक नहीं मिला है।

दुनिया में बड़ी संख्या में लोग कोरोना से पीड़ित है कई लोग कोरोना से मारे जा चुके है। दुनिया के आधे से अधिक देश वर्तमान में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन मे हैं, और लाखों लोग अपने घरों में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं।

ऐसे समय में जब दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना के लिए एक वैक्सीन खोजने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं।कुछ देशों को इस दिशा में सफलता मिलने की उम्मीद है।

उन्होंने आगे कहा कि चूंकि कोरोना मामलों की संख्या अभी भी बढ़ रही है, इसलिए वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों को हटाना उचित नहीं है। यदि इन प्रतिबंधों को हटा दिया जाता है, तो लॉकडाउन को और विस्तारित किए जाने की संभावना है क्योंकि बड़ी संख्या में वायरस फैल जाएंगे।

ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन के अनुसार, कोरोना वायरस के टीकाकरण में एक और साल लग सकता है। उन्होंने कहा कि वायरस को मिटाने के लिए वैक्सीन बनाना बहुत जरूरी है और इसके लिए हमें मिलकर काम करने की जरूरत है। हालांकि, उन्होंने टीका कब तक बनेगी यह बता पाने से इंकार किया।


उल्लेखनीय है कि दुनिया में कोरोना की महामारी के चलते लाखो लोग संक्रमित है और कइ लोगों की जान जा चुकी है। ऐसे में यदि कोरोना से बचने वाली टीका या दवा की खोज हो जाती है तो बड़ी राहत होगी। अब तक कई देशों ने कोरना की दवा के नज़दीक पहुँचने का दावा किया है।

सूरत में 25 प्रतिशत लोग होम क्वारेन्टाइन में


सूरत
कोरोना किस तरह से आगे बढ रहा है वह शायद आप को यह आंकडे जानकर पता चल जाएगा। सूरत महानगरपालिका ने शहर में 36 क्षेत्रों को क्लस्टर के रूप में घोषित किया है, जिसमें 3.39 घर शामिल हैं। इन घरों में रहने वाले 15.63 लाख लोगों को होम क्वारेन्टाइन गया है। सूरत की कुल आबादी लगभग 60 लाख के करीब मानी जाती है। इसके अनुसार सूरत की एक चौथाई आबादी क्वारेन्टाइन में है।


सूरत में अब तक कोरोना के कारण बीमार हुए लोगों के ठीक होने का दर 58.8 पहुंच गया है। सूरत में सोमवार को 22 कोरोना के  मरीज दर्ज हुए। इसके साथ ही अब तक सूरत में कोरोना के 898 मरीज हो गए है। इनमें से 38 की मौत हो चुकी है। 528 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।

जिस क्षेत्र में कोरोना के ज्यादा मरीज मिलते हैं उसे क्वारन्टाइन घोषित कर वहां के लोगों को बाहर निकलने से मना कर दिया जाता है। सूरत में सबसे पहले रांदेर क्षेत्र को मास क्वारंटाइन घोषित किया था। सूरत में कोरोना मामला सामने आने के बाद एक -एक कर अब तक 36 स्थानो को क्ल्स्टर क्वारन्टाइन घोषित किया गया है।

सूरत में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले लिंबायत, सेन्ट्रल और वराछा जोने से मिले है। मनपा ने स्लम क्षेत्रों में कोरोना के मरीजो की संख्या देखते हुए वहां पर 48 फीवर क्लीनिक शुरू किए है। साथ ही आयुर्वेदिक और होम्योपेथिक दवा का वितरण भी शुरू किया है।

पिता, पुत्र और माता तीनो का कोरोना रिपोर्ट पोजिटिव!!


सूरत:
सूरत महानगर पालिका की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए एडीचोटी का जोर लगाया जा रहा है, लेकिन शहर में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर में कोराना का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। शहर में कोरोना पॉजिटिव  कुल संख्या 841 तक पहुंच गई है। अब तक शहर के लगभग ज्यादातर क्षेत्रों से कोरोना के मरीज दर्ज हो चुके है। इन दिनों  भटार क्षेत्र क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से समग्र क्षेत्र मे भय का माहौल है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भटार क्षेत्र के बीके पार्क सोसायटी में रहने वाले एक ही परिवार के तीन सदस्यों की रिपोर्ट  पॉजिटिव है। बीके पार्क सोसायटी में रहने वाले इस परिवार मे पहले पिता की रिपोर्ट सकारात्मक थी। फिर उनके बेटे की रिपोर्ट भी सकारात्मक आई और फिर उनकी पत्नी की रिपोर्ट भी सकारात्मक आई। इस कारण स्थानीय क्षेत्र में में भय का माहौल है। बीके पार्क सोसायटी के 52 वर्षीय विष्णुभाई पटेल ने कोरोना का रिपोर्ट सबसे पहले पॉजिटिव आया था इसके बाद उनके पुत्र नमूने दिए। शनिवार को  उनकी पत्नी रामिलाबेन पटेल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की रिपोर्ट सकारात्मक थी और दहशत का माहौल बना। तंत्र द्वारा संपूर्ण बीके पार्क सोसायटी को अलग कर दिया गया है। सूरत शहर में कोरोना पॉजिटिव मामले बढ़ रहे हैं।

 शनिवार शाम को33 और सकारात्मक मामले सामने आए। और शहर में सकारात्मक मामलों की कुल संख्या 841 तक पहुंच गई है। साथ ही सूरत शहर में रिकवरी दर बढ़ रही है। इसलिए सिस्टम को थोड़ी राहत मिली है। लेकिन कोरोना के सकारात्मक मामले शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आ रहे हैं।

लॉकडाउन के कारण सूरत की मद्रेसा में रूके 670 विधार्थी पहुंचे वतन!


सूरत
कोरोना के कारण सूरत की मद्रेसा इस्लामिया वकफ में अभ्यास करने वाले 670 विधार्थी रूक गए थे। इनकी गुहार पर सूरत कलक्टर धवल पटेल ने उनकी मदद की। कलक्टर ने उनके लिए तत्काल स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था कर दी। इसके माध्यम से उन्हें नौ मई को रात के डेढ बजे बिहार उनके वतन भेजा गया।

इनके साथ अन्य श्रमिक मिलाकर कुल 1195 लोग ट्रेन में गए। यह ट्रेन 24 घंटे का नॉन स्टॉप सफर कर बिहार पहुंचेगी। बताया जा रहा है कि शहर की मद्रेसा इस्लामिया वकफ में शहर की अलग-अलग  शाखाओं में बिहार के गरीब परिवारों के 14 से 22 वर्ष के बच्चे अभ्यास कर रहे है।

23 और 24 मार्च की तारीख को ट्रेन बुक कराई गइ थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण वह फंस गए थे। बिहार में उनके माता-पिता को चिंता होने से वह बारबार फोन कर रहे थे। लॉक़डाउन के कारण वाहन व्यवहार बंद होने से संचालक भी चिंतित हो गए थे। ऐसे में बिहार के लिए वतन जाने की मंजूरी मिलने के बाद संचालकों ने कलक्टर से मुलाकात कर अपनी चिंता व्यक्त की।

कलक्टर ने इस पर तुरंत ही व्यवस्था कर दी। इसके बाद बच्चों को सोशल डिस्टैंस के पालन के साथ, मास्क की व्यवस्था के साथ और जरूरी चैक-अप के बाद बिहार के पूर्णिया की ट्रेन में बिठा दिया गया।

तो इस तरह बढ़ा सूरत में कोरोना से जीतने वालो का दर
जहां कुछ गुजरात सहित देश के कई शहरों में कोरोना के आंकड़े तेजी से बढ़े हैं, वहीं सूरत में कोरोना से रिकवरी 52.9फीसदी तक पहुंच गई है। नगर निगम आयुक्त ने कहा कि नगर निगम द्वारा शुरू की गई डोर-टू-डोर सर्वे और तमाम सावधानियों के कारण रिकवरी रेट बढ़ा है।


इस बारे में जानकारी देते हुए सूरत के नगर निगम आयुक्त बंछानिधि पाणि ने कहा कि शनिवार शाम तक सूरत में 841 कोरोना के मरीज दर्ज हुए थे, इनमे से 37 मरीजों की मौत हो चुकी है। सूरत में, कोरोना के कारण मृत्यु दर 4.4 प्रतिशत है जबकि कुल 445 ठीक हो चुके है। सूरत में, कोरोना से ठीक होने वालों का रिकवरी रेट 52.9 प्रतिशत है। जो कि कल तक 49.5 प्रतिशत थी।

कमिश्नर ने कहा कि पालिका की टीम डोर टु डोर सर्वे के माध्यम से एआरआई के मरीजों के लगातार नजर बनाए हुए है। आज तक, कुल 25,000 मामलों का विश्लेषण किया गया है। ऐसे मामलों में लगातार फॉलो-अप किया जाता है। ऐसे मामलों में जो संदिग्ध दिखाई देते हैं, आरबीएक्सए डॉक्टर मरीज के घर-घर जाकर उसके लक्षणों के आधार पर परीक्षण शुरू करते हैं। नतीजतन, उनका इलाज जल्द से जल्द शुरू हो जाता है जैसे ही मामले मिलते हैं। जिससे रोगी के ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।

कोरोना ने इस क्षेत्र को बना दिया आइलैंड जैसा अलग

सूरत

शहर में कोरोना के पॉजिटिव केसो की संख्या लगातार  बढ़ रही है। सूरत शहर में ज्यादातर मामले स्लम क्षेत्रों से आ रहे हैं।  अभी तक कुल 782 मामले आए है इसमें से 40 प्रतिशत मामले लिम्बायत क्षेत्र से पाए गए हैं। सूरत नगर आयुक्त बंचनिधि पाणि ने कहा कि लिंबायत क्षेत्र को अब एक टापू की तरह सबसे अलग करने की रणनीती बनाकर वहां कोरोना नियंत्रण में लाने की दिशा में काम किया जाएगा।

सूरत शहर में गुरुवार को एक और 40 पॉज़िटिव मामले सामने आए। साथ ही शहर में गुरुवार को 2 और मौतें हुईं। नगर आयुक्त के अनुसार, लिम्बायत ज़ोन में 14, सेन्ट्ल ज़ोन में 11, वराछा-ए ज़ोन में 4, उधना में 7, अठवा में 1, रांदेर में 2 और कतारगाम में 14 सकारात्मक मामले सामने आए। लिम्बायत  ज़ोन में अधिक पॉज़िटिव मामले सामने आ रहे हैं। लिंबायत क्षेत्र में इतनी बडी संख्या में केस को देखते हुए अलग ढंग से वहां काम किया जाएगा।

मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणी ने बताया कि लिंबायत क्षेत्र को टापू जैसा कर शहर के अन्य क्षेत्रो से कुछ दिनो अलग कर वहां कोरोना नियंत्रण का काम किया जाएगा। अन्य क्षेत्रों के लोग लिंबायत में आ – जा नहीं सके ऐसा प्रयास किया जाएगा। इस बारे में पुलिस कमिश्नर से मिलकर योजना बनाई गई है।  काम के लिए बाहर जाने वालों पर लगातार नजर रखी जाएगी। मेयर की अध्यक्षता में लिम्बायत जोन के सभी नगरसेवकों के साथ आज एक बैठक भी आयोजित की गई।

लिम्बायत के कोर्पोरेटर्स के साथ बैठक के बाद, यहां गहन कार्य करने के आदेश दिए गए हैं। अब लिम्बायत में गहन डोर-टू-डोर निगरानी की जाएगी। और होम्योपैथिक दवाओं को लगातार 3 दिनों तक गहन रूप से वितरित किया जाएगा।। लिंबायत में और टीमें तैनात की गई हैं। जो सर्विलांस ऑपरेशन करेंगे। साथ ही 50 से अधिक टीमों को कल से लिम्बायत क्षेत्र में रखा जाएगा, जो लगातार डोर-टू-डोर निगरानी अभियान चलाएंगे।

इस क्षेत्र में कोरोना मामलों की संख्या को जल्द से जल्द कम करने के लिए लिम्बायत क्षेत्र में गहन कार्य किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मनपा कमिश्नर ने बीते दिनों कई बार लिबायत सहित कई क्षेत्रों में लोगों से सोशल डिस्टेेस का पालन करने और मास्क पहनने का अनुरोध किया 

सिर्फ़ कोरोना से बहुत कम लोग मरे, साथ में हो यह बिमारी तो…!!


सूरत
सूरत में बुधवार को करोना के 30 नए मामले सामने आए अब तक सूरत में रोना के 742 के आ चुके हैं। इसमें अब तक कोरोना के कारण 34 लोगों की मौत हो चुकी है| बुधवार को दो लोगों की मौत हो गई ।अब तक कुल 345 लोगों को छोड़ा जा चुका है।

सूरत महानगर पालिका के कमिश्नर बाज़ार में भी पानी ने बताया कि सूरत में कोरोना से ठीक होने वालों का रिकवरीरेट 46% से ऊपर है कोरोना की जाँच में पॉज़िटिव आने वालों का दर 5.4 प्रतिशत के क़रीब है जबकि सूरत में कोरोना से मरने वालों का दर साढ़े 4.6 प्रतिशत के क़रीब है!

कमिश्नर ने बताया कि सिर्फ़ कोरोना हो और मरीज़ की मौत हो जाए यह अनुपात बहुत ही कम है। जिन मरीज़ों को पहले से ही डायबिटीज़ या ब्लड प्रेशर आदि की बीमारी हो, उन्हें कोरोना के कारण ज़्यादा तक़लीफ़ होती है।पहले से ही बीमारी हो उन लोगों को कोरोना से भय ज़्यादा है। जिन मरीज़ों को सर्दी खासी या बुखार आदि के लक्षण ज़रा सा भी देखें उन्हें तुरंत ही नज़दीकी अस्पताल या फिर सिविल हॉस्पिटल में जाँच करा लेनी चाहिए। क्योंकि यदि शुरुआती दौर में ही कोरोना का पता चल जाता है तो उपचार बहूत ही असरकारक साबित होता है।

कोरोना वायरस के संक्रमण और फैलने से पहले तुरंत ही रोक लिया जाता है।मनपा कमिश्नर ने बताया कि लिंबायत ज़ोन मैं कोरोना के मरीज़ों की संख्या सब से ज़्यादा है। बुधवार को लिंबायत जॉन में कोरोना के 18 मामले सामने आए थे। इसके अलावा सेंट्रल जॉन में से और बाद में उधना झोन में कोरोना के मरीज़ों की संख्या ज्यादा है।

कमिशनर ने बताया कि बुधवार को सूरत में कोरोना से ठीक होने वाले 42 लोगों को डिस्चार्ज किया गया उन्होने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के मरीज 10 से अधिक है वहाँ पर एक दो दिन में शाकभाजी और किराना की दुकानें बंद करवा दी जाएगी। इसलिए लोगों को इंतज़ाम कर लेना चाहिए।

10 दिन की सब्जी रख लो! सरदार मार्केट 9 से 14 मई तक बंद रहेगा!


सूरत
शहर में कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या ने प्रशासन को चिंतित कर दिया है। शहर के मुख्य सब्जी बाजार सरदार मार्केट में भी कोरोना मामलों की संख्या देखते हुए सतर्कता के तौर पर  प्रशासन ने एपीएमसी को 9 मई से 14 मई तक बंद करने का फैसला किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहर में वर्तमान स्थिति में कोरोना के 673 पॉजिटिव मामले हैं, जिनमें से सबसे अधिक संख्या लिंबायत क्षेत्र में पाई गई है। इसके बाद सेन्ट्रल जोन  उधना क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में केस मिले है।

कई क्षेत्रों में सब्जी विक्रेताओ के कारण कोरोना संक्रमण अधिक लोगों में फैलने के कारण सूरत महानगर पालिका द्वारा शहर भर के सब्जी विक्रेताओं का एक सर्वेक्षण भी शुरू किया गया है।  जिस तरह से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उसे देखते हुए सूरत महानगर पालिका ने एपीएमसी को 9 से 14 मई तक बंद करने का निर्णय लिया है। नगर आयुक्त बंछानिधि पाणि ने कहा कि लिंबायत के साथ-साथ वराछा क्षेत्र कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या तेजी से बढ़ रही है ऐसे में एक या दो दिन में सब्जी और किराने की दुकानें बंद हो सकती हैं। इसलिए लोगों से 10 दिनों के लिए आवश्यक वस्तुओं को स्टोर करने की अपील की।

जिन क्षेत्र में 10 से अधिक कोरोना मरीज वहां पर किराना और शाकभाजी की दुकानें होगी बंद

सूरत महानगरपालिका ने शहर में कोरोना के बढते मरीजों की संख्या को देखते हुए मनपा ने जिन क्षेत्रों में बीते 10 से अधिक कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं वहां पर किराना और शाकभाजी की दुकाने बंद कराने के संकेत दिए हैं। इसलिए लोगों से एक-दो दिन में लोगों से जरूरत की चीजें खरीद लेने का आग्रह किया है।
सूरत के मनपा कमिशनर बंछानिधि पानी ने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के मरीज ज्यादा है वहां पर शाकभाजी, मे़डिकल स्टोर और डेरी तथा किराना विक्रेताओं की जांच की गई थी, जिनमें से अब तक 16 लोगों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। इनमें से चार लोग डेरी से जुड़ें है। एक भी दवाई विक्रेता नहीं है। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में कोरोना तेजी से आगे बढ रहा है।

लिंबायत क्षेत्र की बात करते हुए उन्होनें कहा कि बुधवार को भी लिंबायत से 18 मामले सामने आए। कमिश्नर ने कहा कि जिन क्षेत्रों में 10 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए है वहां पर लोग एक दो दिन मेंअपने लिए आवश्यक किराना और शाकभाजी ले ले क्योंकि वहां पर इन दुकानों को बंद कराया जाएगा। जो दुकानदार बात नहीं मानेगा उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। 

बीएसएफ की टीम सूरत में पहुंची!!


सूरत
शहर में कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए लॉकडाउन का अमल और सख्ती से कराने की तैयारी चल रही है। इसके कारण बीएसएफ की टीम को बंदोबस्त के लिए सूरत में बुलाई गई है। अंदाज़न 200 बीएसएफ़ जवानों की टीम शाम को सूरत एयरपोर्पट पर पहुँच गई।

मिली जानकारी के अनुसार सूरत में अब तक 742 कोरोना के पॉजिटिव मामले सामने आ चुके है। इनमें से 34 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज लिंबायत जोन से हैं इसके बाद वराछा और सेन्ट्रल जोन में है। कई क्षत्रों को रेड जोन घोषित किए जाने के बाद भी वहां लॉकडाउन का पालन सही से नहीं हो रहा। शायद इन परिस्थितियों को देखते हुए बीएसएफ की टुकडी बुलाइ गई  है। बताया जा रहा है कि  कन्टेन्मेंट कल्स्टर क्षेत्रों मे यह टुकडी भेजी जाएगी।


किराना और शाकभाजी की दुकानें होगी बंद
सूरत महानगरपालिका ने शहर में कोरोना के बढते मरीजों की संख्या को देखते हुए मनपा ने जिन क्षेत्रों में बीते 10 से अधिक कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं वहां पर किराना और शाकभाजी की दुकाने बंद कराने के संकेत दिए हैं। इसलिए लोगों से एक-दो दिन में लोगों से जरूरत की चीजें खरीद लेने का आग्रह किया है।


सूरत के मनपा कमिशनर बंछानिधि पानी ने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के मरीज ज्यादा है वहां पर शाकभाजी, मे़डिकल स्टोर और डेरी तथा किराना विक्रेताओं की जांच की गई थी, जिनमें से अब तक 16 लोगों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। इनमें से चार लोग डेरी से जुड़ें है। एक भी दवाई विक्रेता नहीं है।

उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में कोरोना तेजी से आगे बढ रहा है। लिंबायत क्षेत्र की बात करते हुए उन्होनें कहा कि बुधवार को भी लिंबायत से 18 मामले सामने आए। कमिश्नर ने कहा कि जिन क्षेत्रों में 10 से अधिक कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए है वहां पर लोग एक दो दिन मेंअपने लिए आवश्यक किराना और शाकभाजी ले ले क्योंकि वहां पर इन दुकानों को बंद कराया जाएगा। जो दुकानदार बात नहीं मानेगा उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।

पूरे देश में कोरोना से ठीक होने वालों में सूरत कौन से नंबर पर? जानिए


सूरत
कोरोना जब से शुरू हुआ है तब से शायद पहली बार सूरत में कुछ अच्छी खबर आई है। सूरत में कोरोना के कारण बीमार लोगों के ठीक होने का रेशियो बढ़कर 43% पर पहुंच गया है जो कि ,पूरे देश में सबसे अधिक बताया जा रहा है। बुधवार की बात करें तो सूरत में बुधवार को कोरोना के 18 नए मरीज आए।अब तक सूरत में कुल 680 कोरोना के मरीज थे जो बढ़कर आज 698 पर पहुंच गए। अब तक इनमें 31 लोगों की मौत हो चुकी है।

महानगरपालिका कमिश्नर बंछानिधि पाणी ने बताया कि सूरत में कोरोना के कारण ठीक होने वाले की संख्या अब तक 301 है। बुधवार को 30 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। इसके पहले 271 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। सूरत में कोरोना बीमारी के बाद ठीक होने वाले लोगों का औषत 43% है जो कि, पूरे देश में सबसे अधिक है। वही मृत्यु दर की बात करें तो सूरत में कोरोना के कारण मरने वालों का औसत दर 4.6% है।

सूरत में अब तक 31 लोगों की जान जा चुकी है। कमिश्नर ने बताया कि सूरत में अब तक 13268 लोगों का टेस्ट किया जा चुका है जिसमें कि, 12403 लोगों का कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आया है। पूरे देश में सबसे अधिक कोरोना टेस्ट करने वाले शहरों में शामिल है। यहां पर प्रति 1000000 लोगों में 32 लोगों का टेस्ट किया जा रहा है। सूरत महानगरपालिका इन दिनों अपना पूरा ध्यान स्लम क्षेत्रों पर केंद्रित कर रही है।

स्लम क्षेत्रों में कोरोना के मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण वहां पर 26 फीवर क्लीनिक शुरू किए गए हैं।इसके अलावा कोविड योद्धा समिति के वालंटियर घर-घर जाकर होम्योपैथिक दवाई और काढा का वितरण कर रहे हैं। साथ ही वहां पर हैंड वाश बेसिन भी लगाए गए हैं। सूरत महानगर पालिका ने डोर टू डोर सर्वे करने वालों की संख्या बढ़ाकर 1288 कर दी है।

आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ाने के संकेत कमिश्नर ने दिए। सूरत महानगर पालिका की ओर से बार-बार लोगों से सोशल डिस्टेंस का पालन और मास्क पहनने के लिए किया जा रहा है। इसके बावजूद लोग इस बात को समझने के लिए तैयार नहीं हैं अब तक मनपा ने ऐसे लोगों से कुल ₹3000000 तक की वसूला की है।

सूरत में कोरोना के सबसे अधिक मरीज लिंबायत जोन में दर्ज हुए हैं।इसके बाद सेंट्रल जोन और वराछा जोन में भी कोरोना के मरीज बड़ी संख्या में मिले हैं। महानगरपालिका इन सब को देखते हुए क्षेत्रों में विशेष फोकस कर रही है।