कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए इतना करें!!


सूरत सहित देश के कई शहर इस समय कोरोना की दूसरी लहर से गुजर रहे है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज़ संक्रमित हो रहे है। राज्य की ज़्यादातर होस्पिटल में बेड और ऑक्सीजन की कमी हो जाने से मरीज़ों की हालत दयनीय हो गई थी।

सूरत की सिविल और स्मीमेर में गेट बंद करने पड़े थे जानकारों का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर और घातक हो सकती है। इसलिए लोगों को अभी से इसकी जानकारी रखनी चाहिए और सावधानी भी बरतनी चाहिए।सूरत के चेस्ट एंड स्लीप स्पेशलिस्ट डॉ समीर गामी ने वैक्सिनेशन पर ज़ोर दिया और लोगों से वैक्सिन का आग्रह किया।

उन्होंने बताया कि देश में करोना की दूसरी लहर चल रही हैं। यह दूसरी लहर पहली लहर की अपेक्षा 4 गुना अधिक घातक हैं। जिस तरह से परिस्थिति बदल रही है। जून महीने में कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव धीरे-धीरे कम होने लगेगा और कम होते होते लगभग समाप्त होने की संभावना है लेकिन मुसीबत या खत्म नहीं होगी। तीसरी लहर से जूझना पड़ सकता है। कोरोना के पहले लहर के बाद जिस प्रकार लोगों ने लापरवाही दिखाई थी।मास्क पहनना छोड़ दिया और सामाजिक दूरी का पालन करना छोड़ दिया,इस कारण बड़ीं संख्या में लोग संक्रमित हुए

ऐसे में जरुरी हैं कि लोग कोरोना की दूसरी लहर के बाद भी लापरवाही ना दिखाएं और कोरोना संबंधित दिशा निर्देशों का पालन करें। साथ ही डॉक्टर गामी ने वैक्सीनेशन पर जोर देते हुए कहा कि जनवरी में कोरोना की वैक्सीन के आ जाने के बाद से बुजुर्गों और मेडिकल स्टाफ सहित सफी फ्रंटलाइन वोर्रिएर्स को वैक्सीन लगाई गई। इसके कारण इस समय कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों में ये फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों की संख्या कम हैं बल्कि बुजुर्गों की अपेक्षा युवाओं पर कोरोना का अधिक असर देखने को मिल रहा है। वैक्सीन कोरोना को रोकने के लिए एक बहुत असरकारक हथियार है।मास्क और सामाजिक दूरी वाले नियम का पालन करना आवश्यक है। लोगों को अपना ख़्याल खुद रखना चाहिए। कोरोना की गाइडलाइन का पालन अवश्य करें।