सूरत
जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने हीरा श्रमिकों की मदद के लिए जारी फ़ॉर्म जारी किया है। लॉक डाउन के कारण हीरा उद्योग के हज़ारों कारख़ाने बंद हैं ऐसे में हीरा उद्योग में काम करने वाले लाखों श्रमिक बेरोज़गार हो गए हैं ।ज़्यादातर श्रमिक उत्तर गुजरात में अपने वतन की ओर चले गए हैं ।लेकिन जो श्रमिक सूरत में रह गए हैं उनकी हालत पतली हो गई है ।
कई श्रमिकों के पास भोजन के लिए भी रुपया नहीं बचाहैं।इस मुश्किल घड़ी में जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने उनकी मदद की सुध ली है। बीते दिनों जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ने हीरा श्रमिकों की मदद की घोषणा की थी ।
गुरुवार को काउंसिल के रीजनल प्रमुख दिनेश नावडिया ने बताया कि काउंसिल की ओर से जारी किया गया है ।जिन श्रमिकों को मदद की दरकार है वह फ़ॉर्म को काउंसिल के साइट पर से डाउनलोड कर सकते हैं ।इसे ऑनलाइन ही भरना है ।इसके लिए स्थानीय एसोसिएशन से वह मदद ले सकते हैं ।
जिन श्रमिकों ने काउंसिल का पहचान पत्र बनवाया है ।वह इसमें अपना पहचान पत्र भी लिखे।फ़िलहाल लॉकडाउन चल रहा है इसलिए है इसलिए ऑनलाइन फ़ॉर्म ही भरें ।
काउंसिल अध्ययन करने के बाद तय करेगा कि किस प्रकार से मदद पहुँचाई जा सकती है और बाद में उन्हें मत मदद पहुँचा दी जाएगी ।उल्लेखनीय है कि हीरा उद्योग में पहले से ही मंदी का दौर था ऐसे में कोरोना के कारण वैश्विक मंदी ने हीरा उद्योग की कमर तोड़ दी है।
भारत में तैयार होने वाले हीरो के लिए अमरीका सबसे बड़ा ख़रीदार है अमरीका इन दिनों कोरोना के कारण बुरे दौर से गुज़र रहा है ।इसके अलावा यूरोप भी बुरे दौर से गुज़र रहा है ऐसे में कोरोना के जाने के बाद भी हीरा उद्योग के लिए अच्छे संकेत नज़र नहीं आ रहे हैं ।सूरत के हीरा उद्योग को अच्छे दिनों के लिए अब लंबा इंतज़ार करना पड़ सकता है