गुजरात में लॉकडाउन में इनको मिली छूट!

सूरत

केन्द्र सरकार की ओर से लॉकडाउन बढा देने के बाद गुजरात में भी लॉकडाउन 4.0 का अमल किस तरह होगा और किन सेवाओ को छूट मिलेगी, किन व्यापार-धंधा पर से प्रतिबंध हटेगा इसके लिए सोमवार को राज्य सरकार ने स्पष्टता की। 
 मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मीटिंग के बाद लॉकडाउन -4 के बारे में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। गुजरात में क्या खुलेगा और क्या नहीं खुलेगा, इस बारे में नियम बनाए गए हैं।


घोषणाएं
– पश्चिम अहमदाबाद में व्यापार खोलने की अनुमति दी। दुकानें सुबह 8-4 के दौरान विषम-सम संख्या के अनुसार खुली रहेंगी।
– कंटेनमेंट ज़ोन में आवश्यक सेवाओं के अलावा कोई अनुमति नहीं दी गई।
– राज्य को कन्टेनमेंट और नोन कन्टेनमेंट क्षेत्रों में विभाजित किया गया
– पूरे गुजरात में एसटी बस सेवा शुरू, पान के गल्ले खुलेगें।
– राज्य में शाम 7.00 बजे से सुबह 7.00 बजे तक सब कुछ बंद रहेगा।
– राज्य के केन्टेनमेंट ज़ोन के ज़ोन में 31 मई तक मात्र आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध होंगी
– अहमदाबाद और सूरत को छोड़कर ऑटो रिक्शा शुरू किए जाएंगे, एक रिक्शा में अधिकतम दो व्यक्ति बैठ सकते हैं
– टैक्सियाँ नोन कन्टेनमेंट क्षेत्र में चलेंगी, लेकिन ड्राइवर के साथ केवल दो लोग
– प्रदेश के सभी जिलों में एसटी बस सेवा की शुरुआत कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर शुरू की जाएगी
– अहमदाबाद के पश्चिम में नोन क्वारेंटाइन क्षेत्र क्षेत्र में दुकानें और कॉर्पोरेट कार्यालय शुरू होंगे
– राज्य में नोन कन्टेनमेंट क्षेत्र में, पान के गल्ले और बाल काटने की दुकान शुरू की जा सकती है।
– राज्य में नोन कन्टेनमेंट क्षेत्रों में सुबह 8 से शाम 4 बजे तकदुकानें खोली जा सकती हैं
– नोन कन्टेनमेंट में 33% कर्मचारियों के साथ कॉर्पोरेट कार्यालय और दुकानें खोली जा सकती हैं।
– कल से आपको अमूल के पार्लर में 3 लेयर्स और N 95 मास्क 65 रुपए में मिलेगा।
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– स्कूल-कॉलेज, जिम, स्विमिंग पूल, गार्डन, मॉल, सिनेमा, धार्मिक कार्यक्रम दोनों जोन में बंद रहेंगे, सिटी बस सर्विस, प्राइवेट सर्विसेज भी बंद रहेंगी।
– कन्टेनमेंट क्षेत्र को छोड़कर गैरेज और सर्विस स्टेशन खुले रहेंगे।

-हीरा और लूम्स कारख़ाने पचास प्रतिशत श्रमिकों के साथ कर सकेंगे शुरू

…तो इसलिए नहीं इजाज़त दे रही यूपी की सरकार! !


सूरत
लॉकडाउन के कारण सूरत में यूपी के लाखों श्रमिकों को यूपी सरकार से इजाज़त मिलने का इंतज़ार है, लेकिन अभी तक यूपी सरकार की ओर से मंज़ूरी नही मिलने के कारण उनकी हालत लाचार जैसे हो गई है ।बताया जा रहा है कि यूपी सरकार ने सूरत से श्रमिकों को यूपी भेजने के लिए गुजरात सरकार के समक्ष एक प्रस्ताव रखा है जिसमें कि यह बताया गया है कि यूपी जाने वाले लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखने के बाद यदि उनका रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव आता है तभी उन्हें यूपी भेजा जा सकता है ।इस प्रस्ताव ने गुजरात सरकार की समस्या बढ़ा दी है ।इसके चलते यूपी वाले लाखों श्रमिकों पर सूरत में ही रहना पड़ सकता है ।

मिली जानकारी के अनुसार सूरत में यूपी, बिहार ,ओडिशा ,छत्तीसगढ़, झारखंड मध्य प्रदेश ,राजस्थान ,महाराष्ट्र आदि कई राज्यों के लोग रहते हैं ।इन राज्यों में से ज़्यादातर राज्यों ने अपने श्रमिकों को वापस बुला लिया है लेकिन , यूपी सरकार अभी भी चुप है। बिहार और झारखंड के लिए आज से ट्रेन शुरू हो जाएगी ऐसे में यूपी वालों की धड़कन और बढ़ गयी है ।वह राज्य सरकार से यूपी जाने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन , गुजरात राज्य सरकार की भी अपनी मजबूरी है बताया जा रहा है कि यूपी सरकार ने गुजरात के समक्ष यह शर्त रखी है कि जो श्रमिक यूपी आना चाहते हैं ।उन्हें 14 दिन क्वारंटाइन किया जाए इसके बाद उनका कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आयी तभी उन्हें यूपी भेजा जाए।


यूपी सरकार से नाराज़ यूपीवासियों ने कराया मुंडन
यूपी बिहार और झारखंड के लोग कई दिनों से अपने गांव लौटने की मांग कर रहे हैं लेकिन, प्रशासन इसकी सुनवाई नहीं कर रहा है ।कई लोग उनकी इस लाचारी का फायदा उठा रहे हैं ।इन सब के विरोध के चलते रविवार को पांडेसरा में 50 अन्य राज्यों के लोगों ने मुंडन करवा कर अपना विरोध दर्शाया ।उनका कहना था कि लंबे समय से वह वतन जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन, उनकी इस मांग का कोई जवाब नहीं मिल रहा । ना ही स्थानीय प्रशासन जवाब दे रही है ना तो यूपी सरकार की ओर से कोई जवाब आ रहा है ।बस में हजारों रुपए लेकर भी हमें गांव ले जाने के बदले घुमा फिरा कर यही लाकर छोड़ दिया गया ।यह सब के चलते श्रमिकों में नाराजगी दिखी जिसका विरोध करने के लिए रविवार को 50 से अधिक पर प्रांतीय श्रमिकों ने मुंडन करा कर अपना विरोध व्यक्त किया।

लिंबायत में क्यों बढ़ानी पड़ी सर्वेलंस की टीम! कोरोना बेक़ाबू?

सूरत
लिंबायत में जिस तरह कोरोना बढ़ते जा रहा है उसके कारण प्रशासन की चिंता खूब बढ़ गई है ।रविवार को पूरे शहर में कोरोना के 19 मामले आए थे, जिसमें की नौ लिंबायत जॉन के थे ।अब तक शहर में कोरोना के 657 मामले सामने आ चुके हैं।इनमें से ढाई सौ मामले लिंबायत के हैं ।लिंबायत में इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं आंकड़ों ने प्रशासन की नींद हराम कर दी है ।प्रशासन ने लिंबायत में डोर टू डोर सर्वे करने के लिए 100 और टीमों को उतारने का फैसला किया है ।

लिंबायत मे मानदरवाजा मे अधिक केस
आपको बता दें कि लिंबायत के मान दरवाजा क्षेत्र में एक साथ 80 से अधिक लोगों को कोरोना पॉजिटिव आया था, जिसमें एक ही समाज के कई लोग थे ।अब प्रशासन चाहता है कि लिंबायत के क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण नहीं बढे ।इसलिए प्रशासन ने एहतियात के कदम उठाने शुरू कर दिए हैं ।कई स्लम क्षेत्रों में पालिका ने फीवर क्लीनिक बनाए हैं और कई क्षेत्रों में सामाजिक अग्रणी लोगों की मदद से लोगों को सामाजिक डिस्टेंस का पालन करने और मास्क पहनने के लिए समझाया जा रहा है ।इसके बावजूद लिंबायत में बढती मरीजों की संख्या में प्रशासन के लिए दिक्कत खड़ी कर दी है ।

स्लम क्षेत्र बने मनपा की मुसीबत

आपको बता दें कि लिंबायत के अलावा वराछा जोन सेंट्रल जोन आदि में जो क्षेत्र हैं उनके लिए मनपा विशेष फोकस कर रही है ।मनपा का कहना है कि स्लम क्षेत्रों में संक्रमण बढ़ने से रोकने के लिए उन्होंने पूरा जोर लगा दिया है । स्लम क्षेत्रों में फीवर क्लीनिक शुरू किए गए हैं ।डोर टू डोर सर्वे किया जा रहा है इसके अलावा कई क्षेत्रों के आगे तो बैरिकेड लगाकर उनके जाने आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है ।वहां पर मनपा के अधिकारी रजिस्टर लेकर बैठे हैं और वहां आने-जाने वालों के नाम भी रजिस्टर्ड कर रहे हैं ।फिलहाल मनपा की प्राथमिकता क्षेत्रों में से किस तरह रोका जाए इस पर है।

क्ल्स्टर क्षेत्रों मे सुपर स्प्रेडर का टैस्ट बढाया

रविवार को पालिका कमिश्नर ने कहा कि क्लस्टर क्षेत्रों में कोरोना फैलाने वाले सुपर स्प्रेडर जैसे कि सब्जी विक्रेता आदि के टेस्ट बड़ी संख्या में किए जा रहे हैं ।क्योंकि इन्हीं के माध्यम से करो ना तेजी से फैल रहा है ।सोमवार और आगामी दिनों में भी उनके टेस्ट जारी रहेंगे ।कमिश्नर का कहना था कि सर्विलेंस में अभी तक 149 टीमें काम कर रही है इसमें 100 का इजाफा करने से 249 टीमें सर्विलेंस में हो जाएंगी ।इंचार्ज जंतु नाशक अधिकारी वाघोडिया और डॉक्टर दिनेश पटेल को लिंबायत जॉन की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।

नाराज यूपीवासियों ने सरकार के विरोध में मुंडन कराया!!


सूरत
यूपी बिहार और झारखंड के लोग कई दिनों से अपने गांव लौटने की मांग कर रहे हैं लेकिन, प्रशासन इसकी सुनवाई नहीं कर रहा है ।कई लोग उनकी इस लाचारी का फायदा उठा रहे हैं ।इन सब के विरोध के चलते रविवार को पांडेसरा में 50 अन्य राज्यों के लोगों ने मुंडन करवा कर अपना विरोध दर्शाया ।उनका कहना था कि लंबे समय से वह वतन जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन ,उनकी इस मांग का कोई जवाब नहीं मिल रहा । ना ही स्थानीय प्रशासन जवाब दे रही है ना तो यूपी सरकार की ओर से कोई जवाब आ रहा है ।बस में हजारों रुपए लेकर भी हमें गांव ले जाने के बदले घुमा फिरा कर यही लाकर छोड़ दिया गया ।यह सब के चलते श्रमिकों में नाराजगी दिखी जिसका विरोध करने के लिए रविवार को 50 से अधिक पर प्रांतीय श्रमिकों ने मुंडन करा कर अपना विरोध व्यक्त किया।
मिली जानकारी के अनुसार पांडेसरा में कल बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के श्रमिकों ने अपने वतन जाने की मांग के साथ सरकार के रवैया का विरोध किया।उनका कहना था कि लोग उनके कारण उनका जीना मुश्किल हो गया है रोजगारी चली गई है उनके पास वतन जाने का पैसा नहीं है लेकिन,सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है वह भूखी पैसे कितने दिन बिता सकते हैं ऐसे में उनके पास विरोध करने का सिर्फ एक ही रास्ता बचा है इसलिए वह मुंडन करवा रहे हैं।

लाचार यूपीवासियों को ट्रेन शुरू होने का इंतज़ार
शहर में रहने वाले यूपी वासियों का सब्र का बांध टूटता जा रहा है। एक- एक कर अन्य कई राज्यों की सरकारों ने अपने श्रमिकों को वापिस बुला लेने की कार्रवाई शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश, ओड़िशा, राजस्थान की सरकार ने अपने राज्यों के श्रमिकों को वतन वापिस आने की अनुमति दे दी है। अभी तक बिहार और झारखंड बाक़ी थे, जहां कि ट्रेन के लिए सूरत में बड़ी संख्या में लोग डिमांड कर करे थे, लेकिन रविवार तो वहाँ की सरकार से भी ग्रीन झंडी मिलने के बाद सोमवार को बिहार और झारखंड के लिये ट्रेन शुरू हो जाएगी। इस खबर ने यूपी के लोगों को और बेचैन कर दिया है। वह हर चौखट जहां कि कुछ जवाब या जानकारी मिल सकती है वहाँ पूछताछ कर रहे है। कभी हेल्प लाइन तो कभी इन्टरनेट पर जाकर जवाब पाने की कोशिश कर रहे है।
यह सब तो ठीक है लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सूरत में आठ लाख से अधिक लोग है जो कि श्रमिक वर्ग है। लॉकडाउन के कारण उनकी रोजीरोटी चली गई है। इनमें से कइ तो सिर्फ़ सामाजिक संस्थाओं के भरोसे बैठे है। उनकी नज़र अब वतन जाने के लिए टिकी है।

सरकारों के बीच नही तालमेल, परेशान श्रमिक

उत्तरभारतीय समाज के अग्रणी नेता गुलाब सिंह राजपूत ने बताया कि यूपी, बिहार झारखंड आदि राज्यों के श्रमिक परेशान है।उनके पास भोजन की व्यवस्था नहीं है। बीते दिनों किसी ने घड़ी किसी ने गैस चुल्हा तो किसी ने प्राइमस बेचकर गाँव जाने के लिए बस से व्यवस्था की। लेकिन उन्हें बीच रास्ते से लौटा दिया। उनके पास अब कोई व्यवस्था नहीं बची। हम सरकार की इस लचर नीति का विरोध करते है और जल्दी इस समस्या के लिए व्यवस्था करने की माँग करते हैं।

कोरोना मरीज़ों के मामले में गुजरात नंबर दो पर!

सूरत
गुजरात के लोगों सोशल डिस्टैंस का पालन और मास्क का उपयोग ज़रूर करना चाहिए। क्योंकि कोरोना मरीज़ों के मामले में गुजरात दूसरे स्थान पर पहुँच चुका है।गुजरात में अब तक ९० लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें कि अहमदाबाद मे से 53 है। गुजरात में कोरोना के कारण दो हज़ार से अधिक पॉज़िटिव मामले सामने आ चुके है ।मंगलवार को एक ही दिन में 239 मामले दर्ज हुए।


मंगलवार को बढ़े मामले
मंगलवार को सबसे अधिक संक्रमण और कोरोना से मौत के मामले में दूसरे स्थान पर पहुँच गया । मिली जानकारी के अनुसार कोरोना पॉज़िटिव के मामले में महाराष्ट्र पांच हजार से अधिक आंकड़ों के साथ पहले स्थान पर है ।जबकि गुजरात में भी अब 2100 के क़रीब मामले आ चुके हैं ।इसके बाद दिल्ली का स्थान तीसरे नंबर पर आता है।
गुजरात सरकार ने परिस्थितियों को समझते हुए पहले से ही क़दम उठाना शुरू कर दिया था ।इसके बावजूद कोरोना के मामले बीते दिनों में तेज़ी से बढ़ रहा है ।

कई स्थानों पर हॉटस्पॉट घोषित

अहमदाबाद में 14, सूरत में सात और वड़ोदरा राजकोट में एक-एक स्थान को हॉट स्पॉट के तार पर घोषित किया गया है ।अहमदाबाद में घाट लोडिया, दरियापुर , चाँद खेड़ा . जमालपुर, जूहुपूरा शाहीबाग,बहरामपूरा,,मणिनगर, रायपुरदरवाज़ा,हाथीजण, वस्त्राल, नारायण पूरा दाडीलिमडा, और सूरत में लंबे हनुमान रोड, उधना, सलाबतपुर, पांडेसरा, कतारगाम और लिंबायतहॉट स्पॉट के तौर पर घोषित किया गया है ।

रैपिड टेस्ट स्थगित

सूरत सहित राज्य में कई स्थानों पर पॉज़िटिव केसों की जल्दी पहचान के लिए रेपिड टेस्ट करने की तैयारी थी । लेकिन रैपिड टेस्ट के परिणामों में वैरिएशन आने के कारण फ़िलहाल उसे रोक दिया गया है।

बढ़ाया गया कर्फ़्यू

सूरत के पाँच थाना क्षेत्रों में 22 तारीख़ को कर्फ्यू समाप्त हो जाना था , लेकिन परिस्थिति को देखते हुए प्रशासन ने 24अप्रेल तक सुबह छह बजे तक कर्फ्यू यथावत रखा है ।सूरत में अब तक कोरोना के 343 मामले सामने आ चुके हैं ! इनमें से 12 की मौत हो चुकी है!

48 घंटे में कोरोना ने मचाया हाहाकार !

सूरत
बीते ४८ घंटे मे कोरोना ने शहर में कोहराम मचा दिया है। जहां एक ओर १२० से अधिक पॉज़िटिव दाखिल हुए वहीं पाँच की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत में कोरोना के कारण बीते 48 घंटों में पाँच लोगों की मौत हो चुकी है ।कल रात तक तीन जनों की जान जा चुकी थी ।आज दो और लोंगो की कोरोना कारण मौत हो चुकी है। इसके अलावा अन्य एक की मौत हुई है। जिसकी कोरोना की रिपोर्ट करवाई गई है। यदि वह पॉज़िटिव आती है तो 48 घंटे में छह मौत हो जाएगी।
बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह तीन जनों की मौत हो गई ।इसमें से एक मरीज का नाम मंजू बहन भीखाभाई रावल है। जो कि मान दरवाजा क्षेत्र की निवासी हैं कुछ दिनों पहले उन्हें सर्दी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर सिविल अस्पताल में दाखिल किया गया था ।शाम के 6:00 बजे करीब मौत हो गई ।दूसरा मरीज सुफियान सैयद कादरी जोकि धरमपुर वलसाड के निवासी थे ।उन्हें 8 अप्रैल को बुखार की शिकायत होने पर सिविल अस्पताल लाया गया था ।उनकी आज मौत हो गई। कतारगाम क्षेत्र में रहने वाले 41 वर्षीय किशोर भाई बचुभाई देवनगिया को कल कोरोना के लक्षण दिखने के कारण सिविल अस्पताल में दाख़िल किया गया था ।किशोर भाई का कोरोना का रिपोर्ट करवाया गया है । रिपोर्ट आए इसके पहले ही उनकी मौत हो गई बीते । 48 घंटों में कोरोना के कारण पांच लोगों लोगों की मौत हो चुकी है। यदि किशोर भाई का रिपोर्ट पॉज़िटिव आया तो यह आँकड़ा छह हो जाएगा।

48 घंटे में जिनकी मौत हुई
(1) रिज़वाना रफीक, 56, गोराट, रांदेर,
(2) दयाकोर बेन हरिलाल चांपानेरिया,80, झांपाबाजार
(3) सैयद नियाज़ अहमद 70, रामनगर, लिंबायत
(4) मंजुबेन भीेखाभाई रावल, 55, पद्मानगर, मानदरवाजा
(5) सुफियान शब्बीर कादरी 21, वलसाड, धरमपुर
(6) किशोर बचु देवगनिया, 41, रमन नगर, कतारगाम( रिपोर्ट पेन्डिंग)

उल्लेखनीय है कि सूरत महानगर पालिका की ओर से कोरोना पॉज़िटिव लोगों को ढूंढने के लिए कई तरह से प्रयास शुरू किए गए हैं जिनका के कांट्रैक्ट ट्रैकिंग, सर्वे,प्राइवेट होस्पिटल से जानकारी जुटाना तथा स्लम क्षेत्रों में मनपा ने फीवर क्लीनिक भी शुरू किया है। मनपा ने बीते दिनों में कोरोना टेस्ट बढ़ाने के कारण पॉज़िटिव की संख्या भी तेज़ी से बढ़ी है।

सूरत में कोरोना के 38 मामले, दो की मौत

सूरत
सूरत शहर और जिले में मंगलवार को कोरोना के 38 पॉज़िटिव मामले सामने आने के बाद सूरत में गुजरात में कोरोना की कुल 338 हो चुके हैं। सूरत शहर में आज कोरोना के 35 मामले आए जिनमें कि दो की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत में कोरोना के कारण कल शाम तक पंचावन मरीज सूरत शहर में दर्ज हुए थे। जबकि मृतकों की संख्या 10 थी मंगलवार की सुबह शहर नए 35 और ज़िला में मिलाकर 38 नए मरीज दर्ज हुए हैं ।
आज जो मरीज मिले हैं उसमें तेरह मानदरवाजा से है।तीन उमरवाडा, एक मीठी खाड़ी, चार लिंबायत की अलग अलग सोसायटी सहित, कतारगाम, गोपीपुरा, सैयदपुरा आदि क्षेत्र के हैं।

बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह दो जनों की मौत भी हो गई इसमें से एक मरीज का नाम मंजू बहन भीखाभाई रावल है। जोकि मान दरवाजा क्षेत्र के निवासी हैं अप्रैल को उन्हें सर्दी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर सिविल अस्पताल में दाखिल किया गया था शाम के 6:00 बजे करीब मौत हो गई |
दूसरा मरीज सुफियान सैयद कादरी जोकि धरमपुर वलसाड के निवासी थे उन्हें 8 अप्रैल को बुखार की शिकायत होने पर सिविल अस्पताल लाया गया था ।उनकी आज मौत हो ।गई मैं पूरे गुजरात की बात करें तो अब तक 2066 मामले दर्ज हो चुके हैं जिनमें से कि 77 लोगों की जान जा चुकी है ।

आपको बता दें कि गुजरात में भी कोरोना पॉजिटिव के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं इसके चलते राज्य सरकार ने सभी बड़े शहरों में रोना के लिए अलग से अस्पताल की व्यवस्था भी की है ।सूरत में कोरोना पॉजिटिव की जल्दी पहचान हो सके इसलिए रैपिड टेस्ट शुरू किया गया है विशेष तौर पर हॉटस्पॉट क्षेत्र में रहने वाले तथा वहां काम करने वाले साफ सफाई कर्मचारियों के लिए है इसके अलावा और एंटीबॉडी टेस्ट भी शुरू किया गया है ।शहर में कोरोना की परिस्थिति को देखते हुए पुलिस ने पांच थाना क्षेत्रों में लगाया कर्फ्यू 24 अप्रेल सुबह 6 बजे तक बढ़ा दिया है|

कई कोरोना पॉजिटिव में नहीं दिख रहे लक्षण, छिपा खतरा

सूरत
जहां एक ओर दुनिया के देश कोरोना का ईलाज ढूंढने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कोरोना बिमारी के बदलते लक्षण ने दुनिया के लिए चिंता और बढा दी है। इस बीच सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि इन दिनों गुजरात में जो केस सामने आ रहे हैं उनमें ज्यादातर पॉजिटिव मामलों में जिन लोगों के रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुके हैं उनके अंदर कोरोना के कोई लक्षण हीं नहीं दिख रहे।
इस बात ने प्रशासन की चिंता बढा दी है। राज्य स्वास्थ्य सचिव जयंति रवि ने गुजरात में कोरोना की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गुजरात में इन दिनो टेस्ट की संख्या बढी है। जिन लोगों के रिपोर्ट पॉजिटिव हैं उनमें 80 प्रतिशत लोगों में कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखते।
उन्होंने कहा कि गुजरात में कोरोना की वास्तविक परिस्थिति क्या है यह जानने के लिए ज्यादा लोगों की जांच की जा रही है। रैपिड टेस्ट आ जाने के बाद रैपि़ड टेस्ट लैब टेस्टिंग के साथ किया जाएगा। यह टैस्ट विशेषतौर पर जहां कोरोना के पॉजिटिव मामले अधिक है वहां किया जाएगा। टेस्ट किट की विश्वसनीयता के मामले में समझौता नहीं किया जाएगा, इसलिए रैपिड टेस्ट किट के साथ एक दोहरी जांच की जाती है जैसे कि एक व्यक्ति रैपिड टेस्ट में सकारात्मक रहा है, यह फिर से प्रयोगशाला परीक्षण भी होगा।

कोरोना पीड़ितों के लिए क़ैदियों ने दिए १.११ लाख रूपए
सूरत सब जेल में क़ैद कैदियों ने कुछ ऐसा काम किया कि जो मानवता की मिसाल बन गया है ।जेल में क़ैद कैदियों ने कोरोना से लड़ने के लिए सरकार को 1,11, 111रुपए देकर मदद की।जेल के कैदियों का मानना है कि कोरोनी की महामारी दुनिया के सामने मुँह फाडकर खड़ी है । ऐसे में हर एक व्यक्ति का दायित्व है कि वह , देश के लिए कुछ समर्पण करें । इसलिए उन्होंने अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी समझते हुए देश के लिए 1,11,111 रुपया का दान दिया|

भारत में भी अब तक 15, हज़ार से अधिक लोग संक्रमित हैं और कोरोना की अभी कोई दवाई बाज़ार में उपलब्ध नहीं है आने वाले कितने दिनों तक कोरोना दुनिया का परेशान करेगा यह भी पता नहीं है ।ऐसे में कोरोना से बचाव ही एक सुरक्षा का साधन है ।

गुजरात में कोरोना से शनिवार को सात की मौत, कुल मृतांक 48

सूरत
गुजरात में शनिवार को कोरोना के कारण सात लोगों की जान चली गई ।अब तक गुजरात में कोरोना से मरनेवालों की संख्या 48 पर पहुँच चुकी है ।पूरे देश की बात करें तो अब तक पांच सौ से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। शनिवार को पूरे देश में दस लोगों की मौत हुई ।इसके सात गुजरातके . दो महाराष्ट्र और एक आंध्र प्रदेश से है।
इसके पहले शुक्रवार को 30लोगों की जान गई थी।

गुजरात में एक दिन में पाँच की मौत

गुजरात में अहमदाबाद में सबसे अधिक पाँच मौतें अहमदाबाद में हुई।वड़ोदरा और सूरत में एक एक मरीज़ की मौत हुई सूरत में 36 वर्षीय महिला के उपचार के दौरान मौत हो गई ।अब तक के आंकड़े देखें तो कोरोना के कारण मरने वालों में महाराष्ट्र सबसे आगे हैं ।यहाँ पर 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है ।इसके बाद मध्य प्रदेश में 69 और गुजरात में 48 लोगों की जान जा चुकी है ।गुजरात में अहमदाबाद और सूरत में उन्होंने पॉज़िटिव के मामलों में तेज़ी आ रही है ।सूरत की बात करें तो सूरत में शुक्रवार को 46 कोरोना पॉज़िटिव आए थे ।इसके बाद शनिवार को दोपहर 12 बजे तक16 के सामने आ चुके हैं ।

सूरत में सभी सब्ज़ी विक्रेताओं की होगी कोरोना जांच

सूरत में शुक्रवार को वराछा क्षेत्र में दो सब्ज़ी विक्रेता का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद शहर में सब्ज़ी बेचने वाले तमाम विक्रेताओं की स्क्रीनिंग की जाएगी ।यदि आवश्यकता पड़ी तो उनकी अधिक जांच भी होगी। शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित केंद्र सरकार ने तैयारियाँ और सख़्त कर दी है ।

देशभर में 600 से अधिक अस्पतालों में उपचार

केंद्र सरकार का दावा है कि भारत में 600 से अधिक अस्पतालों में कोरोना का उपचार किया जा सकता है । अस्पतालों में कोरोना के लिए 1, लाख बैड की व्यवस्था है ।और देश में कई लैबोरेटरी में कोरोना की जाँच की जा रही है ।रेलवे विभाग भी रेलगाड़ी के डिब्बों को आइसोलेशन वार्ड में बदलने की कार्रवाई शुरू कर दिया है।

बदल रहें है कोरोना के लक्षण! जान लीजिए

डेस्क
दुनिया भर में लगभग डेढ़ लाख लोंगो की जान ले चुका कोरोना और घातक बनते जा रहा है ।डॉक्टर इसका जितना अभ्यास कर रहे हैं वह उतना ही आगे बढ़ता जा रहा है ।कोरोना ने अपने लक्षण भी बदलना शुरू कर दिया है। भारत में कोरोना के अब तक 13 हज़ार से अधिक संक्रमित हैं।


अब तक क्या है लक्षण
अब तक जितने मरीज़ भारत में दर्ज हुए है उनमें खांसी, बुखार, थकान, फ्लू, जुकाम या फिर कुछ एलर्जी की शिकायत ज़्यादातर लोगों को थी। डाक्टर्स भी इन्हीं शिकायतों के आधार पर प्राथमिक निष्कर्ष निकालते थे और बाद में संबंधित जांच करवाते थे।


विदेश के डॉक्टर्स का दावा-कोरोना के बदले लक्षण
विदेश के डॉक्टर्स का दावा है कि कोरोना अपने लक्षण बदल रहा है। डॉक्टरों ने अपने यहां कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों में कोरोना वायरस का नया लक्षण देखा है। पहले के लक्षणों मे वायरस से ग्रसित व्यक्ति की सूंघने की क्षमता कम या खत्म हो जाती है लेकिन इस बार जो लक्षण बताया जा रहा है वह बेहद दर्दनाक और भयावह है। कोरोना पीड़ित मरीज़ों के पैरों में छोटे-छोटे घाव मिल रहे हैं। ख़ासकर यूरोप में भर्ती हो रहे ज्यादातर मरीजों के पैर में ये छोटे घाव देखने को मिल रहे हैं।

पैर के तलवे में घाव के निशान
डॉक्टरों ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव लोगों में पैरों की उंगलियों के ऊपर, उंगलियों के बीच में या फिर पैर के तलवे में ये छोटे-छोटे लाल या गुलाबी रंग के घाव देखने को मिल रहे हैं। हालांकि, ये घाव मरीज के ठीक होते ही गायब भी हो जा रहे हैं, लेकिन ये एक नया लक्षण है।

देश में कोरोना पॉज़िटिव 14 हज़ार के पार
देश में अब तक 14000 के क़रीब कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 11 हजार 620 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 1700 से अधिक ठीक हो चुके हैं। अब तक 450 से अधिक की मौतें हुई हैं। इस बीच राहत वाली खबर यह है कि देश में अब तक शुक्रवार के दिन सबसे ज्यादा 300 से अधिक कोरोना संक्रमितों की अस्पताल से छुट्‌टी हुई। तमिलनाडु में एक दिन में सबसे ज्यादा 103 मरीज, इसके बाद इंदौर में 35 मरीज ठीक हुए।।