अहमदाबाद की युवती ने आयुर्वेदिक दवाओ से जीती कोरोना से जंग!

जहां एक ओर बड़े बड़े देश कोरोना की रोकथाम के लिए दवा ढूंढ रहे है। वहीं अहमदाबाद में कोरोना संक्रमित एक युवती ने आयुर्वेद की दवा से ठीक होने का दावा किया है।


अहमदाबाद के अखंड आनंद आयुर्वेद कॉलेज के एमडी की स्टुडेन्ट डोली सोलंकी को कोरोना होने के बाद उसने सिर्फ आयुर्वेदिक दवाइयां ली। इससे कोरोना के लक्षण दूर हो गए थे।


कोरोना को लेकर लोग अपने अपने ढंग से भी देशी ढंग से उपचार कर रहे है। कई गर्म पानी पीने की सलाह देता है तो कई काढ़ा पीने की। सब अपनी तरफ़ से नए नए उपाय का इस्तेमाल कर रहे है। हालाँकि 45 डिग्री तापमान में जिन्होंने काढ़ा पिया हो और उन्हें लाभ मिला हो। ऐसे अनेक किस्से देखे जा रहे हैं।

अखंड आनंद आयुर्वेद कॉलेज में पंचकर्म में एमडी के दूसरे वर्ष की छात्रा डोली सोलंकी बीते दिनों समरस हॉस्टल में मेडिकल ऑफिसर के तौर पर कार्यरत थी।

उसके बाद उसे पुलिस कर्मचारी, फायर ब्रिगेड और डॉक्टर आयुर्वेदिक दवा पहुंचाने के कार्य में शामिल किया गया था। इस बीच से कहीं से कोरोनावायरस का संक्रमण लग गया। डोली को 16 तारीख की दोपहर को सूखी खांसी आने लगी। इसके बाद कमजोरी लगने लगी। उसके शरीर का तापमान 102.3 डिग्री से ऊपर पहुंच गया। उसके बदन में दर्द होने लगा।

दूसरे दिन बाद सिविल हॉस्पिटल गई और उसने एक्स-रे करवाया जिसकी रिपोर्ट नॉर्मल थी।
फिर भी कोरोना जैसे लक्षण होने के कारण डोली ने जांच करवाई। 17 जून को अखंड आनंद कॉलेज के प्रोफ़ेसर के कहने पर सिर्फ आयुर्वेदिक दवाइयां लेनी शुरू की। इसके 24 घंटों में उसे कोरोना के लक्षण दूर हो गए। इसके पश्चात 19 जून को उसका रिपोर्ट आया। जिसमें कि वह कोरोना पॉज़िटिव थी।


इसलिए सावधानी के कारण वह 14 दिनों तक सिर्फ आए तो आइसोलेट है। डोली का कहना है कि उसे कोई तकलीफ नहीं है उसने कोई एलोपैथिक दवाई नहीं ली।आयुर्वेदिक दवाइयों के कारण वह ठीक है।गुजरात सहित भारत मे कई स्थानो पर लोगों की रोग प्रतिकारक शक्ति बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय की ओर से सुझाई गई दवाइयाँ दी जा रही है।

सूरत में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या तीन हज़ार के पार,121 मौतें!

Posted by Business Patra on Friday, 19 June 2020

स्वाइन फ्लू की दवा से कोरोना का उपचार, चल रहा विचार

corona

कोरोना के उपचार के लिए दुनियाभर के देश दवा ढूंढने में लगे हैं।अभी तक कोरोना के उपचार के लिए कोई दवा नहीं मिल सकी है। सभी देश कुछ दवाओं के माध्यम से इसका उपचार जरूर कर रहे हैं। लेकिन कोरोना के लिए अभी तक सीधी कोई दवा नहीं मिल सकी।


इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने अभी तक कोरोना के उपचार के लिए हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वाइन नाम की दवा को मंजूरी दी है। इसके बाद इबोला के उपयोग के लिए उपचार में ली जाने वाली रेमिडिसिविल दवा को भी मंजूरी दी गई है।

पेरामवीर नाम की और एक दवा को मंजूरी मिल सकती है। अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने मंजूरी दे दी है। इस दवा का उपयोग स्वाइनफ़्लू जैसी बीमारियों को रोकने के लिए किया जाता है। यह एक एंटीवायरल दवा है, जिसका उपयोग इमरजेंसी में किया जाता है।

इस दवा का उत्पादन अमेरिका में होता है। 2008 से इस दवा का ट्रायल शुरू किया गया था और 2014 में इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली थी। यह खूब असरकारक एन्टि वायरल है। दुनिया के कई देशों में इस दवा के उपयोग पर मुहर लगाई गई है। कई देशों में पेरामिफ्लू के तौर पर जानी जाती है। इस दवा के कई साइड इफेक्ट होने के कारण भी इसे डॉक्टर्स के निगरानी में लेना ही हितावह है।

आपको बता दें कि दुनिया के कई देश अभी तक कोरोना के लिए दवाई बनाने के प्रयास में जुटे हैं। और कुछ देशों ने तो इसमें बहुत सफलता हासिल कर लेने की भी दावा किया हैं। देखते हैं यह है कि नई दवाओं के उपयोग से कोरोना पर असर पड़ता है या नहीं यह तो समय ही बताएगा।

आज से दौड़ेगी 200 स्पेशल ट्रेन, डेढ घंटे पहले पहुँचने के साथ क्या क्या है ज़रूरी जाने!


लॉकडाउन के दो महीने से अधिक बीत जाने के बाद सरकार धीरे-धीरे सावधानी पूर्वक आगे बढ रही है। जन-जीवन को पुन: पहले की तरह सामान्य करने और पूरी सतर्कता बने रही इस तरह से देशभर में यात्रा सेवाओं को एक बार फिर धीरे-धीरे शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हो रही है।

लॉकडाउन के बाद हालात को फिर से पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार ‘अनलॉक वन’ में रेल सेवाओं को भी चालू कर रही है|श्रमिक स्पेशन ट्रेनों और शताब्दी ट्रेनों के बाद अब रेलवे कुछ रूट पर सामान्य ट्रेनों की भी शुरुआत कर रहा है! 1 जून से देश में 200 स्पेशल ट्रेनें शुरू हो जाएगी।

देश में 31 मई को लॉकडाउन 4 खत्म हो रहा है। केंद्र सरकार ने चौथा लॉकडाउन समाप्त होने के बाद पाँचवे चरण में सिर्फ कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन को 30 जून तक बढ़ाया है। वहीं रेलवे ने अपनी सभी सेवाओं को पहले ही 30 जून तक रद्द कर दिया था और सिर्फ स्पेशल ट्रेनें चलाने की शुरुआत की थी।इसी क्रम में ये 100 रूट पर 200 स्पेशल ट्रेन 1 जून से शुरू होगी। रेलवे ने इन सभी ट्रेनों की सूची और इनके चलने का कार्यक्रम जारी कर दिया है।


रेलवे के अनुसार पहले दिन 145000 से ज्यादा लोग यात्रा करेंगे। 30 जून तक 2600000 से अधिक लोगों ने ट्रेन से यात्रा की बुकिंग करवाई है। रेलवे ने यात्रियों के लिए इस दौरान कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं।


रेलवे स्टेशन पर यात्रियों डेढ़ घंटे पहले ही पहुंच जाना होगा जिनके पास कंफर्म या आरएसी टिकट होगा उन्हीं को रेलवे स्टेशन में प्रवेश दिया जाएगा। मुसाफिरों को यात्रा के दौरान मास्क अनिवार्य होगा मोबाइल में आरोग्य सेतु एप्लीकेशन भी डाउनलोड करना होगा।

बिना मेडिकल जांच के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। जिन लोगों को कोरोना के कोई लक्षण नहीं होंगे उन्हें ही यात्रा की स्वीकृति दी जाएगी
आज से टिकिट चेक करने वाले टीसी बाबु भी पीपीई किट में नज़र आएँगे

रेलवे के टीटीई अब कोट और टाइ में नही पर पीपीई किट में मिलेंगे!


सूरत
कोरोना ने बहुत कुछ बदल दिया है। कोरोना के कारण रेलवे के इतिहास में पहली बार टीटीई अब काले कोट और टाई में नहीं लेकिन पीपीई किट में देखने को मिलेंगे। 


कोरोना के कारण रेलवे ने ड्रेस कोड में परिवर्तन किया है। नए ड्रेस कोड के अनुसार टीटीई पीपीई ड्रेस, मास्क, ग्लबस पहन कर टिकिट चेंक करेंगे। यह नियम 1 जून से लागू होगा। 1 जूनसे शुरी होने वाली ट्रेन में टीटीई इसी ड्रेस मं मिलेंगे। कोरोना के कारण संक्रमण का भय देखते हुए रेलवे ने यहह कदम उठाया है।

यदि आवश्यकता पड़ी तो टीटीई को मेग्निफाइंग ग्लास भी दिया जाएगा। इमरजन्सी में बातचीत के लिए टिकिट चैकिंग स्टाफ को वॉकी-टॉकी भी दिया जाएगा।

बताया जा रहा है कि जो सिनियर टीटीई होंगे उन्हें इन-चार्ज की पोस्ट दी जाएगी। इसके अलावा रेलवे मंत्रालय ने इन दिनो देश में कोरोना की बढती संख्या को देखते हुए बिमार और वृध्ध लोगों से जरूरी नहीं हो तो रेल यात्रा नहीं करने की अपील की है।

लॉकडाउन 30 जून तक बढा, अनलॉक-1 में कुछ राहतें मिली
 लॉकडाउन 5 की घोषणा सरकार ने कर दी है। इसमें कुछ छूट भी दी गई है। कन्टेन्मेंट जोन के बाहर के क्षेत्रों में क्रमश: छूट दी जा रही है। इसे सरकार ने अनलॉक-1 का नाम दिया है।


मिली जानकारी के अनुसार ढाई महीने से अधिक समय बीत जाने के कारण लॉकडाउन से ऊब चुके लोग लॉकडाउन-4 के बाद लॉकडाउन से मुक्ति चाह रहे थे। ऐसे में सरकार ने एक बार फिर से लॉकडाउन बढ़ा दिया। लॉकडाउन-5 का समय 1 जून से 30 जून का होगा।

स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला राज्य सरकार का होगा। 8 जून से हॉटल खोल दिए जाएंगे। रात के नौ बजे से पांच बजे कर्फ्यू होगा। 
प्रथम चरण
गाइड लाइन के अनुसार प्रथम चरण में 8 जून से धार्मिक स्थान, होटेल,रेस्टोरेन्ट, शॉपिंग मॉल को खोलने की मंजूरी दी गई है। इसके लिए स्वास्थय मंत्रालय घोषणा करेगा
दूसरा चरण
इस चरण में स्कूल-कॉलेज और शैक्षणिक संस्थाए राज्य सरकारों से चर्चा के बाद खुलेंगी। 
तीसरा चरण
अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट, मेट्रो रेल का संचालन, सिनेमाहॉल, जिम, स्वीमिंग पुल, थियेटर, बार आदि बंद रहेंगे। जो कि समीक्षा के बाद खुलेंगे।

24 घंटे में छह हज़ार केस 140 से ज़्यादा मौतें!

डेस्क
एक ओर देश में सरकार रेल और हवाई जहाज़ यात्रा बहाल करने पर सोच रही है वहीं दूसरी ओर कोरोना के कारण मरीज़ों की संख्या तेज़ी से बढ रही है। कुछ राज्यों में तो चिंताजनक स्तर पर कोरोना की संख्या तेज़ी से बढ़ी है।
मिली जानकारी के अनुसार देश में कोरोना के मरीजों की संख्या 1 लाख 18 हजार को पार कर गई है। इनमें से 3583 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। राहत की बात यह है कि कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। अब तक 48,534 लोग ठीक हो चुके हैं।


देश में कोरोना से रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है इसके बावजूद कोरोना के मरीज़ों की संख्या में बढ़ोतरी में प्रशासन की चिंता बढ गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों में 6088 नए मामले सामने आए हैं और 148 लोगों की मौत हुई है। पिछले कई दिनों से हर दिन मरीजों की संख्या 5,000 का आंकड़ा पार कर रही है। बुधवार को 5,611 नए मामले और गुरुवार को 5,609 नए मामले सामने आए। वर्तमान में देश में 66,330 सक्रिय मामले हैं।

भारत में जिन राज्यों में कोरोना के संक्रमित ज़्यादा है उनमें सबसे अधिक महाराष्ट्र राज्य में है इसके बाद गुजरात का नंबर आता है। अब तक की बात करें तो महाराष्ट्र में सबसे अधिक 41,642 मामले हैं, जिनमें पिछले 24 घंटों में 2345 नए मामले सामने आए हैं।


गुजरात में भी परिस्थिति नियंत्रण के बाहर है। गुजरात के अहमदाबाद शहर में कोरोना के मरीज़ों की संख्या तेज़ी से बढ रही है। अब तक गुजरात में कुल 12,910 मामले हैं, यहां 24 घंटे में 371 मामले सामने आए हैं। जबकि गुजरात से तमिलनाडु में कुल 13,967 मामले सामने आए हैं, 24 घंटे में 776 नए मामले सामने आए हैं।

दिल्ली में रोगियों की संख्या 11,659 तक पहुंच गई है। दिल्ली में अब तक 194 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 5,567 लोग ठीक हो चुके हैं। राजस्थान में कोरोना रोगियों की संख्या 6227 है। यहां अब तक 151 लोगों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश में रोगियों की कुल संख्या 5981 है, जिनमें से 270 लोगों ने अपनी जान गंवाई है।


उल्लेखनीय है कि अब तक दुनिया में कोरोना के कारण सबसे ज़्यादा संक्रमितों की संख्या अमरीका में है और मृतकों मे भी अमरीका कई देशों से आगे है।

कोरोना का सच अब होगा उजागर! 62 देश जुटे जाँच में!

डेस्क
कोरोना को लेकर दुनिया के सभी देश एकजुट होने लगे हैं।सभी देशों ने कोरोना का उद्भवकहां से हुआ यह जानने की लिए आवाज उठाना शुरू कर दी है।दुनिया के कई देश इस बारे में सक्रिय हो गए हैं।दुनियाभर में लाखो लोगों की जान ले चुके कोरोना की सच्चाई से पर्दा उठाने और इसकी पूरी सच्चाई जानने के लिए दुनिया के कई देशों ने गुट बनाया है। देशों ने यह प्रस्ताव रखा है गया है कि WHO महामारी को लेकर सही जानकारी दे रहा या नहीं इसकी जांच की जाए।


भारत के अलावा मैक्सिको, ब्राजील, जापान, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, तुर्की, रूस, इंडोनेशिया, और सभी 27 यूरोपीय संघ के सदस्यों द्वारा इसे समर्थन दिया गया है।

सोमवार को वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में यूरोपियन यूनियन की ओर से यह प्रस्ताव पेश किया जाएगा।इसमें डब्ल्यूएचओ के नेतृत्व में इंटरनेशनल हेल्थ की जांच की बात रखी जाएगी बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव पर अमेरिका और चीन को कोई विरोध नहीं है।


आपको बता दें कि कोरोना के कारण दुनिया में अब तक लाखों लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोगों को को रोना का संक्रमण लग चुका है।दुनिया में कई देशों में लोग गांव के कारण कई देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।

कोरोना पॉज़िटिव मरीज ग़ायब हो गया
जहां एक ओर कोरोना को लेकर प्रशासन चिंतित है, वहीं दूसरी ओर कई लोगों की रोग को लेकर लापरवाही सब के लिए सिरदर्द का कारण बन गई है
शहर के कमेला दरवाजा के क्षेत्र में हनुमान मंदिर में बाहर से आए साधु का कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आया है, लेकिन रिपोर्ट आने के पहले वह शहर छोड़ चुके थे।यह जानकारी प्रशासन को मिलने के बाद प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए है। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने उन्हें ढूढ्ने का प्रयास शुरू कर दिया है।


शेषमणिलाल मणिप्रसाद द्विवेदी (40 वर्ष मूल रूप से बुरहट्टा, जिला सतना, मध्य प्रदेश के हैं) पिछले कुछ दिनों में शहर के न्यू कमेला दरवाज़ा क्षेत्र में हनुमान मंदिर में आए थे। उन्हें सर्दी, खांसी की तकलीफ़ होने के कारण सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गत 12 मई पर मेडिकल टेस्ट किया गया। टा। 13 मई को साधु शेषमणिलाल की रिपोर्ट सकारात्मक आई। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए, मनपा के स्वास्थ्य विभाग की एक टीम साधु शेषमणिलाल को लेने के लिए तुरंत हनुमान मंदिर के लिए रवाना हुई। लेकिन भिक्षु वहां नहीं मिले।

स्वास्थ्य टीम ने मंदिर के महाराज महेंद्रसिंह राजपूत से पूछताछ की और पता चला कि जिस शाम उन्होंने ब्लड सैंपल दिया था, उसी दिन भिक्षु ने मंदिर को कहीं जाने के लिए छोड़ दिया था, जैसा कि कहा जाता है। जिसके बाद, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तुरंत निगम के उच्च अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया और उसके बाद आज पुणे पुलिस स्टेशन में साधु शीशमीलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई

लॉकडाउन 4.0 में क्या शर्ते हो सकती है! जानिए


सूरत
बीते 50 दिनों से अधिक समय से लॉकडाउन के कारण लोगों को रविवार को लॉकडाउन में क्या नया होने वाला है इसका इंतजार है। लोग यह जानना चाहते है कि वह जहां रहते हैं वहां लॉकडाउन से आजादी मिलेगी या नही। हालाकि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार के संकेत हैं कि लॉकडाउन 4.0 सोमवार से शुरू होगा और 31 मई तक चलेगा। सूत्रों के मुताबिक, लॉकडाउन 4.0 की सभी कवायद पूरी हो चुकी है और गृह मंत्रालय किसी भी समय नए दिशानिर्देशों की घोषणा कर सकता है। 

हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया और लोगों से लॉकडाउन बढ सकने का संकेत भी दिया। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण के दौरान लॉकडाउन बिल्कुल नया होगा यह भी कहा था। इसलिए लोगों को रविवार को क्या घोषणा होती है इसका इंतजार है।


बताया जा रहा है कि भारत में जिस तरह से कोरोना के केस बढ रहा है उसे देखते हुए लॉकडाउन से आजादी मिल पाना मुश्किल है। देश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 80 हजार के पार हो चुकी है। महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में से हर रोज ब़ड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं इसलिए सरकार फूंक फूक कर कदम उठा रही है। सरकार दूसरे देशों को देखकर सतर्क हो गई है। इसलिए सरकार लॉकडाउन में छूट तो देगी लेकिन कई शर्त रख सकती है।


माना जा रह है कि इस लॉकडाउन 4.0 में  राज्यों को केंद्र से छूट दी जा सकती है। ग्रीन जोन में वाहन लेनदेन और उद्योगों के साथ-साथ बसों और टैक्सियों की अनुमति दी जा सकती है।नागरिकों को अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखना होगा। मास्क पहन कर और सेनेटाइजर लेकर निकलना होगा।
घरेलू उड़ानों के लिए चयनित मार्गों पर विचार किया जाएगा। अर्थव्यवस्था पर जोर दिया जाएगा। पैसेंजर ट्रेन नहीं चलेगी लेकिन स्पेशल ट्रेन और लेबर ट्रेन पहले की तरह चलेंगी। रेड जॉन या ओरेंज जोन को छूट नहीं मिलेगी। बाजार या भी़डभाड वाली जगह आदि खोलने की छूट नहीं दी जाएगी। 

यूपी में पैदल या ट्रक में जाने पर नहीं मिलेगा प्रवेश!

उत्तर प्रदेश के ओरैया में शनिवार की हुई घटना के बाद यूपी सरकार ने अन्य राज्यों से आने वाले लोगों के लिए नियम और सख्त बना दिए है। मुख्यमंत्री योगी ने  किसी भी यात्रा करने वाले नागरिकों को पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों में यात्रा करने की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया है।

उत्तर प्रदेश में शनिवार तडके राजस्थान से जा रहे 16 श्रमिकों की मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई। इसके बाद से प्रशासन हरकत में आ गया है। फिलहाल इन दिनों प्रतिदिन हजारो की संख्या में लोग पैदल, सायकल, टु-व्हीलर या अन्य वाहनो से यूपी जा रहे हैं।

 प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने ओरैया सड़क दुर्घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे किसी भी यात्रा करने वाले नागरिक को अवैध रूप से प्रवेश नहीं करने दें।
उत्तर प्रदेश में अब तक 449 ट्रेनें आ चुकी हैं। यह पूरे देश में सबसे ज्यादा संख्या है। इन ट्रेनों से 5 लाख 64 हजार लोगों ने यात्रा की है। 75 ट्रेनें शनिवार को ही पहुंचेंगी। उल्लेखनीय है कि इन  दिनो कई राज्यों से श्रमिक वतन जा रहे है।

जिन लोगों को टिकिट नहीं  मिल रहा वह पैदल, साइकिल या ट्रक आदि में आ रहे है ऐसे में बीते दिनो मार्ग दुर्घटना आदि के मामलों में कई लोगों को जान गंवानी पडी है।इसके  चलते राज्य सरकार अब कड़े निर्णय ले रहे हैं।

पुरूष डिप्रेशन से बचने और महिलाएँ फिगर बनाए रखने के लिए कर रही योग!!


सूरत
लॉकडाउन ने पिछले डेढ़ महीने से कारोबार बंद करवा दिया है। इस कारण लोग बेरोज़गार हो गए है। उनकी आमदनी बंद है। वह कई तरह से परेशान हो गए है।

ज्यादातर लोगों की यही चिंता है कि पैसा कहां से लाएं। अधिकांश लोग योग गुरुओं से पूछ रहे हैं कि डिप्रेशन कम करने के लिए कौन सा योग करना चाहिए लेकिन युवा महिलाएं अपने फिगर को लेकर चिंतित हैं। वह उसके बारे में चिंतित है।

युवा महिलाएं अपने फिगर को बनाए रखने और पेट की चर्बी को कम करने के लिए योग पूछ रही है।लॉकडाउन के कारण, सभी योग कक्षाएं बंद हैं और अधिकांश योग गुरु ऑनलाइन योग भी कर रहे हैं। डिप्रेशन से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ी है क्योंकि सभी लोग लॉकडाउन में अपनी नौकरी खो चुके हैं। कुछ लोग डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए योग गुरुओं से संपर्क कर रहे हैं। वे सभी लॉकडाउन से बाहर कैसे निकलेंगे, आर्थिक समस्या से कैसे निपटे इसे लेकर डिप्रेशन में आ गए है।

जहां पुरूष डिप्रेशन की शिकायत कर रहे हैं वही युवतियां अपना फ़िगर बनाए रखने के लिए योग के बारे में पूछताछ कर रही हैं। योग गुरु हीना शाह ने कहा कि पुरूष मानसिक तनाव महिलाए फ़िगर बनाए रखने जैसी समस्याओं के बारे में पूछ रहे हैं। लोगों को प्राणायाम के साथ भस्त्रिका, उज्जाई और अनुलोम विलोम करने से शारीरिक ऊर्जा बढ़ती है। डिप्रेशन भी कम होता है।इसके अलावा, सूर्य नमस्कार सहित अन्य आसन करने से मानसिक तनाव कम करने में मददगार साबित होते है। उन्होंने बताया कि विटामिन सी वाले फल खाने से रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है।


कोरोना में आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं की बिक्री बढ़ गई
कोरोना में लोग एलोपैथिक दवा की तुलना में होम्योपैथिक दवाओं पर अधिक भरोसा करते हैं। आयुष मंत्रालय ने कोरोना में प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कुछ होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाओं को लेने की भी सलाह दी है। इसके अलावा, लोगों ने कुछ दवाओं को अपने तरीके से लेना शुरू कर दिया है जिससे होम्योपैथी और आयुर्वेदिक दवाओं की बिक्री भी बढ़ गई है।


यूपी के औरैया में मार्ग दुर्घटना में 24 की मौत!


डेस्क
लॉकडाउन के कारण वतन जा रहे श्रमिकों के साथ वारदातों की घटना रूकने का नाम नही ले रही। शनिवार को तड़के उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में प्रवासी मजदूरों से भरी डीसीएम में ट्रक ने टक्कर मार दी जिससे 24 मजदूरों की मौत हो गई|इस घटना में 25 लोग घायल हैं।घायलों को जिला अस्पताल व सैफ़ई पीजीआई भेजा गया है।

लॉकडाउन में काम धंधा बंद हो जाने के कारण श्रमिक अपने राज्य मे लौट रहे है।ऐसे में लगातार घटनाएँ बन रही है। महाराष्ट्र, यूपी ओड़िशा आदि राज्यों से मार्ग दुर्घटना की खबरे आ रही है। शनिवार सुबह उत्तरप्रदेश के औरैया में गंभीर दुर्घटना हो गई।

बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक ट्रक दूसरे ट्रक से टकरा गया, जिससे ये दुर्घटना हुई है। मारे गये सभी मजदूर यूपी, बिहार, बंगाल और झारखंड के हैं। बिहार के मजदूरों के बारे में जानकारी ली जा रही है।

बताया जा रहा है कि सबके डीसीएम रोककर इसमें बैठे लोग सड़क के किनारे चाय पी रहे थे। तब घटना हुई।ये सभी प्रवासी मजदूर थे, और लॉकडाउन में अपने घर जा रहे थे।
इस हादसे के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तुरंत अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने को कहा और जांच रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि सीएम कई बार श्रमिकों से अपील कर चुके हैं कि कोई भी पैदल या ट्रक में सफर ना करें। सरकार सभी को उनके घर पहुंचाएगी। इसके बाद भी पैदल या ट्रकों से लोगों का पलायन नहीं रूक रहा।

इस घटना में दो थाना अधिकारियों को निलंबित भी तक दिया। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि अधिकारी मुख्यमंत्री की बात नही सुन रहे इसलिए घटनाए हो रही है।हाल में ही औरंगाबाद में रेल से कट कर 16 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद लगातार घटनाएँ सामने आ रही है।