भारत ने 133 देशो मे कोरोना के दौरान भेजी दवाइयाँ!

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कोरोनावायरस में भारत में 133 देशो को दवाओं की मदद की। भारत ने एक बार फिर से कोरोना की आफत के समय में अपनी उदारता का परिचय दिया है।दुनिया के 133 देशों को दवाई निर्यात कर भारत की महानता का परिचय दिया है।

शांघाई कोर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन के महासचिव व्लादीमीर नौरोव का कहना है कि कोरोना के समय में भारत दुनिया भर में दवा की केंद्र का किरदार निभा रहा है। भारत ने दुनिया भर में अपना नाम एक अलग दिशा में तय कर दिया है।

दवा के क्षेत्र में भारत का विशाल अनुभव यहां पर काम आ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार कोरोनावायरस के दौरान बहुत बढ़िया काम कर रही है।घरेलू स्तर पर कोरोना से संघर्ष के बावजूद भारत ने 133 देशों को दवाइयां भेजी है।

भारत एक शक्तिशाली देश होते हुए भी भारत का यह जिम्मेदार कदम भारत की महानता बताता है। उज़्बेकिस्तान के पूर्व विदेश प्रधान नौरोव का कहना था कि भारत आज दुनिया के देशों को दिशा दिखाता है। भारत में बनने वाली सस्ती दवाइयां और मेडिकल साधन कई देशों को बड़ी मदद करते हैं। भारत जेनेरिक दवाइयों का सबसे बड़ा केंद्र है वैश्विक दवाओं के उत्पादन में भारत का हिस्सा 20% है वैश्विक हिस्से में से 60% से अधिक हिस्सा भारत बनाता है।

उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग की मजबूती बढ़ाने के लिए भारत की प्रशंसा की।उल्लेखनीय है कि भारत में अमरीका ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों को भारत में बनने वाली हाइड्रो क्लोरोक्वीन दवाई देकर भरत दवा के क्षेत्र में कितना आगे है। यह साबित कर दिया है।

सूरत के हॉटल एंड रेस्टोरेन्ट इंडस्ट्री को दो सौ करोड़ का नुक़सान

अनलॉक-1 के बावजूद दक्षिण गुजरात के होटल और रेस्टोरेन्ट उद्योग में अभी तक विशेष सुधार नहीं आयाहै। होटेल एसोसिएशन की कहना है कि 25 मार्च से लेकर 15 जून तक दक्षिण गुजरात में होटेल और रेस्टोरेन्ट उद्योग को 200 करोड रुपए का नुकसान हुआ है। सरकार को भी इससे लगभग 20 करोड़ रुपए से अधिक की जीएसटी आय गंवानी पड़ी है।
केन्द्र सरकार की ओर से आठ जून के बाद अनलॉक-1 में होटेल और रेस्टोरेन्टइन्ड्स्ट्री को कई छूट दी गई है, लेकिन रात्रि कर्फ्यू के कारण होटेलों में अब डिनर के स्थान पार्सल सेवा शुरू की गई है। बताया जा रहा है कि स्फ्र पचास प्रतिशत ग्राहकों को डिनर में बिठाया जाता है। पुलिस के भय के कारण शाम के सात बजे ही होटेल बंद हो जाते हैं।

 होटेल इन्डस्ट्री को यिद रात्रि करफ्यू से मुक्ति दी जाए तो अच्छा होगा। इसके अलावा दूसरी ब़ड़ी बात तो यह है कि श्रमिको की कमी सहित अन्य कई कारणो से अभी सिर्फ पचास फीसदी होटेल ही खुल  सके हैं। 350 होटल में से सिर्फ पांच प्रतिशत मे ही लंच अवर्स अच्छे से शुरू हो पाया है।


फिलहाल अन्य स्थानों के लोग भी खरीद आदि के लिए नहीं आ रहे है। सरकार के नियम के अनुसार अन्य स्थानों से आने वालों के लिए 14 दिन क्वोरन्टाइन अनिवार्य होने के कारण टैक्सटाइल मार्केट में खरीद के लिए आने वाले व्यापारी नहीं रहे हैं। इससे भी नुकसान हो रहा है। होटल में आय कम है लेकिन बिजली बिल, गैस बिल और स्टाफ का खर्च चुकाना प़ड रहा है।

दूसरी ओर ऑनलाइन सर्विस देने वाली कंपनिया कमा र ही है।सरकार यदि दक्षिण गुजरात के पर्यटन क्षेत्रों को खोल दे तो होटेल एन्ड रेस्टोरेन्ट इन्डस्ट्री को कुछ राहत हो सकती है।

कोरोना के कारण बारात में नहीं ले जाने से नाराज चाचा ने कुछ ऐसा किया कि….

एक ओर बारात की तैयारी चल रही थी और दूसरी ओर दूल्हे के चाचा ने खुद को लहूलुहहान कर लेने से उनकी की हालत गंभीर हो जाने से बाराती घबरा गए और शादी रद्द करने की नौबत आ गई।


घटना की जानकारी कुछ इस प्रकार है कि मिर्जापुर के के अहरौराडीह के ओमप्रकाश की बारात चंदौली के लिए सोमवार को निकलने की तैयारी कर रही थी कि उस दौरान यह तय हुआ कि सरकार की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की बात कही गई है।

इसलिए कन्या पक्ष के लोगों ने सिर्फ 5 लोगों को ही बराती के तौर पर बुलाया है।इसलिए सिर्फ 5 दिन ही बराती के तौर पर जाएंगे।इस बात पर चाचा को गुस्सा आ गया चाचा किसी भी कीमत पर दूल्हे का समधी बनकर जाने की जिद करने लगे।दूल्हे और घरवालों ने चाचा को बहुत समझाया लेकिन चर्चा जिद पर अड़े रहे।

अंत में जब किसी ने चाचा की बात नहीं मानी तो चाचा ने हथियारों से ही अपने आप को लहूलुहान कर लिया और बुरी तरह से घायल हो गए।चाचा की हालत देखकर दूल्हा ओमप्रकाश और परिवार जन घबरा गए। दूल्हे ने बारात ले जाने की ना कह दी। लेकिन आसपास के लोगों ने समझाया और समाज में बदनामी की बात कही। इस पर दूल्हा तैयार हो गया और चाचा को अस्पताल तक पहुंचाने के बाद बारात निकली।

उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण अब आगामी दिनों में भी इसी तरह के कम सदस्यों वाले आयोजन देखने को मिलेंगे। पहले की तरह भीड़ वाले आयोजन शायद कम ही देखने को मिले। क्योंकि कोरोना का संक्रमण तेजी से एक से दूसरे में फैलता है।

इसलिए सरकार ने भीड़भाड़ वाले आयोजन पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। जिसका असर अभी से देखने को मिल रहा है। देश के कई शहरों में तो लोगों ने प्रशासन की मंजूरी से मंदिर में जाकर सिर्फ पंडित की उपस्थिति में ही शादी कर ली।

महाराष्ट्र और गुजरात में निसारगा तूफ़ान की आशंका से अलर्ट
हवामान विभाग ने महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों में निसारगा तूफान के कारण रेड अलर्ट घोषित किया है। इस तूफान के कारण अभी से ही गुजरात के भावनगर में तेज बरसात हो रही है।


भारतीय हवामान विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह तूफान 3 जून को रात के समय महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के किनारे टकराने की संभावना है। जिसके चलते महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी बरसात भी हो सकती है। केरल कर्नाटक गोवा और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों के लिए 1 जून को ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। अरब सागर और लक्ष्यदीप के बीच समुद्र में कम दबाव वाले क्षेत्र इस तूफान को और तेज बना सकते हैं।

तेज हवा के चलते मछुआरों को आगामी 4 दिन तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। हाल में ही पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान के कारण बहुत नुकसान हुआ है। इसके बाद अब निसारगा के कारण फिर से एक बार नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही है। 4 जून तक वातावरण को भी खराब रहने की आशंका व्यक्त की गई है इसके अलावा बड़े जोरों से तूफान चल सकता है।
गुजरात सरकार ने भी समुद्र के किनारे के सभी क्षेत्रों में प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। बताया जा कहा है कि तूफ़ान के कारण सोमवार की सुबह भी सूरत में कुछ देर तेज हवा बही

आज से दौड़ेगी 200 स्पेशल ट्रेन, डेढ घंटे पहले पहुँचने के साथ क्या क्या है ज़रूरी जाने!


लॉकडाउन के दो महीने से अधिक बीत जाने के बाद सरकार धीरे-धीरे सावधानी पूर्वक आगे बढ रही है। जन-जीवन को पुन: पहले की तरह सामान्य करने और पूरी सतर्कता बने रही इस तरह से देशभर में यात्रा सेवाओं को एक बार फिर धीरे-धीरे शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हो रही है।

लॉकडाउन के बाद हालात को फिर से पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार ‘अनलॉक वन’ में रेल सेवाओं को भी चालू कर रही है|श्रमिक स्पेशन ट्रेनों और शताब्दी ट्रेनों के बाद अब रेलवे कुछ रूट पर सामान्य ट्रेनों की भी शुरुआत कर रहा है! 1 जून से देश में 200 स्पेशल ट्रेनें शुरू हो जाएगी।

देश में 31 मई को लॉकडाउन 4 खत्म हो रहा है। केंद्र सरकार ने चौथा लॉकडाउन समाप्त होने के बाद पाँचवे चरण में सिर्फ कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन को 30 जून तक बढ़ाया है। वहीं रेलवे ने अपनी सभी सेवाओं को पहले ही 30 जून तक रद्द कर दिया था और सिर्फ स्पेशल ट्रेनें चलाने की शुरुआत की थी।इसी क्रम में ये 100 रूट पर 200 स्पेशल ट्रेन 1 जून से शुरू होगी। रेलवे ने इन सभी ट्रेनों की सूची और इनके चलने का कार्यक्रम जारी कर दिया है।


रेलवे के अनुसार पहले दिन 145000 से ज्यादा लोग यात्रा करेंगे। 30 जून तक 2600000 से अधिक लोगों ने ट्रेन से यात्रा की बुकिंग करवाई है। रेलवे ने यात्रियों के लिए इस दौरान कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं।


रेलवे स्टेशन पर यात्रियों डेढ़ घंटे पहले ही पहुंच जाना होगा जिनके पास कंफर्म या आरएसी टिकट होगा उन्हीं को रेलवे स्टेशन में प्रवेश दिया जाएगा। मुसाफिरों को यात्रा के दौरान मास्क अनिवार्य होगा मोबाइल में आरोग्य सेतु एप्लीकेशन भी डाउनलोड करना होगा।

बिना मेडिकल जांच के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। जिन लोगों को कोरोना के कोई लक्षण नहीं होंगे उन्हें ही यात्रा की स्वीकृति दी जाएगी
आज से टिकिट चेक करने वाले टीसी बाबु भी पीपीई किट में नज़र आएँगे

मुस्लिम दोस्त ने हिंदू दोस्त के लिए कुछ ऐसा किया कि आप बोलेगें… वाह!

मांगरोल तालुका के वांकल गांव में रहने वाले एक मुस्लिम दोस्त ने हिंदू दोस्त की मौत के बाद उसकी अंतिमक्रिया हिंदू विधी से कर दोस्ती की मिशाल कायम की है।


मली जानकारी के अनुसार वांकल तहसील के भराडिया गांव के प्रफुलभाई पटेल बीते दिनो संपन्न थे, लेकिन समय के साथ उनकी आर्थिक हालत दयनीय हो गई। बीते 18 साल से वह अपने दोस्त शब्बीर शाह के साथ रहते थे। अंतिम दिनों में भी वह उन्हीं के साथ थे। कुछ दिनो पहले प्रफुल भाई के मौत के बाद भी शब्बीर भाई ने मित्रता निभाई।

प्रफुल्ल भाई के परिवारजनो की ओर से कोई नहीं होने के कारण शब्बीर भाई ने ही पंडित से अंतिम विधि के लिए तमाम विधि करवाई और तेरही की विधी कर ब्राम्हणो को भोजन कराया। 


बताया जा रहा है कि प्रफुलभाई पहले संपन्न थे, लेकिन माता-पिता भाई के अवसान के बाद उनकी पत्नी भी छोडकर चली गई। इसके बाद से उनकी हालत खराब हो गई। कुछ दिनो पहले बच्ची की शादी के बाद वह अकेले हो गए थे।

सूरत से गाँव जा रहे बिहार के श्रमिक की बस में मौत

मंगलवार की रात सूरत से गया लौटने के बाद सिवान आने के क्रम में बस में एक श्रमिक की मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के कारण सूरत में व्यापार उधोग बंद होने से श्रमिक अपने राज्य लौट रहे है। ऐसे में उनके साथ कई घटनाएँ भी हो रही है। दो दिन पहले ओड़िशा के श्रमिक की ट्रेन में मोत होने के बाद बुधवार को बिहार के सिवान से श्रमिक की मौत की जानकारी सामने आ रही है।

बताया जा रहा है कि अनिल विश्वनाथ सिंह सूरत से श्रमिक ट्रेन से गया पहुँचने के बाद सीवान के लिए बस से जा रहा था उस दौरान गया से सिवान आने के दौरान रास्ते में ही अनिल की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बस में आ रहे श्रमिकों के अनुसार अनिल को तेज पसीना आया और उल्टी भी हुई। कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया।

इसके बाद बस में यात्रा कर रहे प्रवासी कामगारों में हलचल मच गई। जीरादेई में जिला स्तरीय रिसीविग सेंटर पर बस पहुंचने के बाद तैनात कर्मियों में हलचल मच गई। आनन-फानन में इसकी सूचना जीरादेई थाने को दी गई। कुछ ही देर में मृतक के स्वजन और मैरवा पुलिस भी वहां पहुंच गई। मृतक के स्वजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार नहीं थे। साथ आए मजदूरों से पूछताछ के बाद पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को मृतक के परिवार को दे दिया।


उल्लेखनीय है कि अनिल सिंह सूरत में मजदूरी करता था। लॉकडाउन के कारण काम बंद हो जाने से उनके समक्ष वहां रहने-खाने की समस्या उत्पन्न हो गई थी। कई दिनों तक सरकारी मदद और सामाजिक संस्थाएँ जो मदद कर रही थी इसके आधार पर वह टिका रहा। काफी जद्दोजहद के बाद क्षेत्र के दर्जनों लोगों के साथ घर आने का निर्णय लिया और दोस्तों के साथ मंगलवार को बिहार के लिए ट्रेन में बैठा।

भिखारियों को बाँटे 30 हज़ार रूपए पुलिस को संक्रमण का भय!


सूरत
लॉकडाउन के कारण जहां एक ओर बड़े बड़े पूँजीपतियों के पास पूँजी कम हो गई और वह पैसे बचाने के चक्कर में पड़े हैं वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश में घटी इस घटना ने सबका ध्यान आकर्षित किया है।
मिली जानकारी के अनुसार एक घटना मध्य प्रदेश के सतना में दो अजनबी जगतदेव झील के पास शिव मंदिर के आसपास आ कर वहाँ बैठे भिखारियों को 30,000 रुपए देकर चले गए। इस घटना से भिखारी ख़ुश है लेकिन प्रसाशन चिंतित है।

बताया जा रहा है कि दोनों ने भिखारियों को 100, 200, 500 के नोट दिए।इस घटना के चलते भीखारी शोर मचाने लगे। जब पास के पेट्रोल पंप के मालिक को इस बारे में पता चला, तो वह तुरंत वहां गया और नोटों को साफ करने की कोशिश की।

पुलिस को घटना की सूचना मिलने पर पुलिस आ गई और दोनों कौन थे पूछताछ मे जुट गई।

पर दोनों व्यक्ति कौन थे पता नही लगा। लेकिन पास के एक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे में वो दोनों क़ैद हो गए। कैमरा में दो लोगों को अपनी जेब से पैसे निकालते हुए, उसे गिनते हुए और फिर उसे भिखारियों को बांटते दिख रहे है। पुलिस इस बात पर भी संदेह जता रही है कि कोरोना वायरस के बीच इस तरह से पैसे बांटे जा रहे हैं। इसलिए पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।

देशभर में जिस तरह से कोरोना का भय फैला है उस कारण पुलिस विभाग पहले से ही चिंतित है। अब सवाल सतना में 30 हजार रुपये के वितरण को लेकर पैदा हो गया है कि संक्रमण फैलाने की कोई चाल तो नही।भिखारियों ने कहा कि दो लोग यहां आए और सभी को पैसे दिए।

अन्य राज्यों से पहुँचे लोगों के कारण यूपी में बढ़ा कोरोना का ख़तरा!!


डेस्क
लॉकडाउन-4 मे छूटछाट मिलने के बाद अन्य राज्यों के श्रमिक अब गांव वापस लौटने लगे हैं। ऐसे में गांव में कोरोना की संख्या बढ़ने लगी है। ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं जिसमें की शहर से जाने के बाद गांव में लोगों का कोरोना का रिपोर्ट पॉजिटिव आ रहा है।


गुजरात की बात करें तो बीते दिनों सूरत से उड़ीसा गए कई लोगों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद मुंबई से यूपी जाने वाले कई लोगों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। इससे वहां हड़कंप मच गया है।


मिली जानकारी के अनुसार मुंबई से बस और ट्रक आदि साधनों से यूपी गए कई लोगों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है।बाराबंकी में 14, जौनपुर में 15, बरेली में 18, बनारस में चार और सिद्धार्थ नगर में 8 को रोना के रिपोर्ट पॉजिटिव आए हैं। मुंबई में से जाने वाले लोग यूपी, बिहार,पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के कई शहरों में गए है।

इसलिए उन राज्यों में भी कोरोना की संख्या बढ़ने की आशंका है। बताया जा रहा है कि इन श्रमिकों को जांच के बाद उनके वतन भेजा गया था। इसके बाद भी गांव पहुंचने के बाद इनका रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ रहा है। इससे कई तरह के तर्क वितर्क होने लगे हैं कुछ लोगों का कहना है कि इन्हें गांव आते समय ट्रेन, बस या अन्य स्थानों पर कोरोना का चेप लगा होगा।

गांव के लोगों को अब चिंता होने लगी है कि कोरोना के कारण पहले शहर में केस बढ़ रहे थे लेकिन, अब जब शहर के लोग गांव में आना शुरू हो गए हैं तो गांव में भी कोरोना की संख्या बढ़ गई है। शहरों की अपेक्षा गांव में कम सुविधाएं होने के कारण भी गांव के लोगों की चिंता और बढ़ गई है।

अब श्रमिकों को ट्रेन के लिए इंतज़ार नहीं करना होगा!


सूरत
सूरत में बसने वाले लाखों श्रमिकों को उनके गांव भेजने के लिए सूरत प्रशासन बड़ी संख्या में ट्रेन चलाने की व्यवस्था कर रहा है।इसके लिए कलक्टर ने गत रोज रेलवे अधिकारियों के साथ मीटिंग कर वर्तमान परिस्थिति का जायजा लिया। फ़िलहाल सूरत से 20 ट्रेन चल रही है आगामी दिनों में उधना रेलवे स्टेशन से 10 ट्रेन चलाने का प्रयास किया जा रहा है।


मिली जानकारी के अनुसार सूरत में लगभग 30 लाख से अधिक अन्य राज्यों के श्रमिक रहते हैं।जिनमें की यूपी, बिहार,झारखंड,उड़ीसा,मध्य प्रदेश राजस्थान आदि राज्यों के लोग हैं इनमें से अभी तक 5 लाख से सात लोग ट्रेन से, बस से, पैदल साइकिल या अन्य माध्यमों से अपने गांव जा चुके हैं।जबकि बड़ी संख्या में लोग अभी सूरत में है।

सूरत से प्रतिदिन 20 ट्रेनें अभी दौड़ रही हैं लेकिन श्रमिकों की संख्या इतनी ज्यादा है कि यह व्यवस्था नाकाफी है।इसे देखते हुए सोमवार को कलेक्टर और रेलवे के अधिकारियों की मीटिंग हुई। इसमें कलेक्टर ने ट्रेन बढ़ाने का प्रस्ताव रखा।जिस पर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल सूरत रेलवे स्टेशन से औसतन 20 ट्रेन जाती है।

जबकि उधना स्टेशन अभी ट्रेन पार्किंग का काम हो रहा है इसलिए वहां से थोड़ा मुश्किल है। कि रेलवे अधिकारियों ने कहा कि वहां जाकर देखने के बाद ही परिस्थिति पता चल पाएगी।यदि सब उचित रहा तो आगामी दिनों में सूरत रेलवे स्टेशन से उधना से दस ट्रेन चलाई जा सकती है।


उल्लेखनीय है कि यदि ट्रेनों की संख्या बढ़ती है तो अन्य राज्यों के श्रमिकों को अपने गांव जाने के लिए ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

यूपी के लाचार श्रमिकों को ठग रहे दो पकड़ाए!!!
यूपी जाने के लिए विवश श्रमिकों से टिकट की कीमत का दो से तीन गुना वसूल करने वाले दो जनों को पांडेसरा महादेव नगर में पकड़कर को सौंप पुलिस को दे दिया गया। पांडेसरा पुलिस ने दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जाँच शुरू की है।


देशभर में तालाबंदी का तीसरा चरण पूरा हो चुका है और चौथा चरण कल से शुरू हो चुका है।रोजगार के लिए सूरत आने वाले कर्मचारी उद्योग और व्यवसाय बंद होने के कारण अपने गाँव जाने के लिए तैयार हैं, कुछ ठग श्रमिकों को खुलेआम लूट रहे हैं। सोमवार को आधी रात के बाद ऐसा एक और मामला प्रकाश में आया है।

पांडेसरा के महादेव नगर बोर्ड क्षेत्र का मकान नं 486 में रहने वाले दीनानाथ मौर्य और विनय मौर्य ने यूपी जाने की इच्छा रखने वालों को टिकिट देने का भरोसा दिलाकर रूपए वसूलना शुरू कर दिया और कहा कि उन्हें जितना टिकट चाहिए उतना टिकिट मिलेगा। लेकिन तीन गुना किराया चुकाना पड़ेगा।

जिसमें अजय राजदेव मौर्य से 2 टिकट रु का 5600, विशाल अमरनाथ सरोज से 6 टिकट का 16,800, सरताज मुनीर अली इदरीस से 2 टिकट रु का 5600, चंदनकुमार सुरेशकुमार से 3 टिकट के रु 7800, गंगेला जोखेराम निषाद के पास 3 टिकट के 8400 वसूल किए थे। अनुमानित 150 लोगों ने टिकट के लिए लाइन लगाई थी।

गुजरात और महाराष्ट्र सहित चार राज्य के लोगों को इस राज्य में नो एन्ट्री!

डेस्क
भारत में कोरोना के मरीज़ों की संख्या एक लाख के क़रीब पहुँच गई है। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के लाखो प्रयास के बाद भी कई राज्यों में कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए कई राज्यों में कड़े नियम लागू किए जा रहे है। कई राज्यों ने लॉकडाउन में कोई छूट नही है तो कुछ अन्य राज्यों से आनेवाले लोगों पर प्रतिबंध लगा रहे है।


कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री बीएस येदियुरप्‍पा ने सोमवार कोरोना के ख़िलाफ़ बचाव में अपने राज्‍य में 31 मई तक चार स्‍टेट गुजरात, महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु लोगों को प्रवेश की इजाजत नहीं देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा ने बताया कि कर्नाटक के कंटेनमेंट ज़ोन्स में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा. इसके अलावा जहां पर मामले कम हैं और कोरोना के दायरे से बाहर हो चुके हैं वैसे क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी।

रेड जोन और कंटेनमेंट जोन को छोड़ कर राज्य के सभी चार परिवहन निगमों को बस सेवा शुरू करने की अनुमति दी। निजी बसों को भी परिचालन की अनुमति दी गई है।


बसों में केवल 30 यात्रियों को ही यात्रा की इजाजत है और मास्क लगाना और सामाजिक दूरी का पालन करना सबके लिए जरूरी होगा।कर्नाटक में कुल सक्रिय मामलों की संख्या अब 672 तक पहुंच गई. राज्‍य में अब तक मरने वालों की कुल संख्या 37 हैं।


उन्‍होंने बताया कि रविवार को पूरे राज्य में पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा।उन्‍होंने बताया कि राज्‍य में सभी दुकानों को खोलने की अनुमति होगी। इसके अलावा सभी ट्रेनों को भी राज्य के भीतर चलने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
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अंजनी इन्डस्ट्रियल एस्टेट के 20 लूम्स यूनिट मंज़ूरी के बाद खुले!!!
सूरत
लॉकडाउन 3 के दौरान धीरे धीरे कुछ औघोगिक इकाइयों को कड़ी शर्ते रखकर कारखाना शुरू करने की अनुमति दी जा रही है। दो दिन पहले सचिन जीआईडीसी में कलक्टर की मंज़ूरी के बाद कुछ कारख़ाने शुरू हुए थे। इसके बाद अब अंजनी इंडस्ट्रियल एस्टेट में कुछ लूम्स कारखाना शुरू होने की जानकारी सामने आ रही है।


मिली जानकारी के अनुसार सूरत से लगभग 20 किलोमीटर दूर अंजनी इंडस्ट्रियल एस्टेट में लगभग 20 लूम्स यूनिट शुरू की गईं। निर्माताओं ने दो दिन पहले कलेक्टर को सौंपकर इकाइयों को शुरू करने का आग्रह किया था।
अंजनी एस्टेट में और इसके आसपास कई औद्योगिक क्षेत्र हैं। यह क्षेत्र बड़ी संख्या में अन्य राज्यों कारीगरों के है। जो लोग अपने गृहनगर वापस नहीं जा सके। वीवर्स का कहना है कि उनके लिए रोजगार प्रदान करने के लिए विभिन्न इकाइयाँ शुरू की गई हैं।


अंजनी इंडस्ट्रियल एस्टेट के वीवर विजय मांगुकिया में बताया कि कलक्टर और ज़िला उधोग केन्द्र से मंज़ूरी लेने के बाद अब से वहाँ पर लगभग २० लूम्स कारख़ाने शुरू हो चुके है। यहाँ पर अंदाज़न १००० लूम्स यूनिट है।

लॉकडाउन 31 मई तक! जानिए कुछ छूट दी या नही!

डेस्क

  रविवार को लॉकडाउन 3 का आखिरी दिन था। देशभर में कोरोना के बढते मरीजों को देखते हुए केन्द्र सरकार की ओर से लॉकडाउन 31 मई तक बढा दिया गया है। लोगों को उम्मीद थी कि हॉटेल, रेस्टोरेन्ट आदि खुलने की छूट मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हॉटल, रेस्टोरेन्ट तथा स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे। इसमें कुछ छूटछाट नही दी है। रेस्टोरेन्ट से होम डिलिवरी हो सकेगी। इसके अलावा घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीूय उड़ान बंद रहेंगे। स्पोर्टस कॉम्पलेक्स और स्टेडिटम दर्शको के बिना खोले जा सकेंगे।         

केन्द्र सरकार के पहले ही कई राज्य सरकारों ने लॉकडाउन बढ़ाने का आग्रह किया था। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण महाराष्‍ट्र और तमिलनाडु ने 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा  कर दी। इससे पहले पंजाब, तेलंगाना और मिजोरम ने भी लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर दी है। तेलंगाना की सरकार ने 29 मई तक लॉकडाउन बढ़ाया है। वहीं पंजाब सरकार ने 18 मई से राज्‍य से कर्फ्यू हटाने की घोषणा कर दी है।

 इससे पहले पिछले मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि लॉकडाउन अभी पूरी तरह नहीं हटेगा। हालांकि उन्होंने चौथे चरण में ज्यादा छूट का संकेत भी दिया था। 

यह स्थान खुले रहेंगे
बताया जा रहा है कि स्थानीय प्रशासन कंटेनमेंट इलाकों और मॉल्स को छोड़कर बाकी जगहों पर सभी तरह की दुकानों और बाजारों को खोलने की इजाजत दे सकेंगे, लेकिन दुकानें और बाजार खोलने और बंद करने का वक्त तय रहेगा। 
इसके अलावा दुकानो पर भीड नहीं लग सके इसिलए दुकानों में एक वक्त पर 5 से ज्यादा लोग नहीं जा सकेंगे एक मीटर से अधिक की दूरी रखनी होगी। इसके लिए स्थानीय प्रशासन को ध्यान रखना पड़ेगा। इन दिनो बड़ी संख्या में श्रमिक एक राज्य से दूसरे राज्यों मे जा रहे है इसे देखते हुए भी गाइड लाइन जारी की गई है जैसे कि 
अगर राज्य सरकारों के बीच आपसी सहमति बन जाती है तो दो राज्यों के बीच यात्री बसों और गाड़ियों की आवाजाही हो सकेगी।
सरकारें अपने स्तर पर फैसला कर राज्यों के अंदर भी बसें शुरू कर सकेंगी।

सिर्फ वही होटल चालू रहेंगे, जहां हेल्थ, पुलिस, गवर्नमेंट ऑफिशियल्स, हेल्थ वर्कर्स और लॉकडाउन की वजह से फंसे पर्यटक रह रहे हैं।
बस डिपो पर चलने वाले कैंटीन, रेलवे स्टेशनों और एयरिपोर्ट पर खाने पीने की दुकानें खुली रहेगी।

 इसके अलावा अभी तक मिली जानकारी के अनुसार रेडज़ॉन, ओरेंज जोन आदि के बारे मे राज्य सरकार फैसला लेंगे।

देश में कोरोना पॉज़िटिव केस की संख्या 85 हज़ार के क़रीब है और कई राज्यों में कोरोना पॉज़िटिव केस की संख्या लगातार बढ़ती जा रही। है। महाराष्ट्र और गुजरात आदि राज्यों में कोरोना तेज़ी से फैल रहा है। इसलिए भी सरकार चिंतित है। 

कोरोना में देरी से उपचार के लिए आ रहे लोग बिगाड़ रहे बाजी!!


सूरत
सूरत महानगर पालिका कमिश्नर ने आज लोगों से अपील की है कि यदि उन्हें सर्दी, खासी या बुखार जैसे कोई भी लक्षण दिखे तो स्थानीय अस्पताल या सिविल में तुरंत ही उपचार लें। मनपा कमिश्नर का कहना है कि जितनी जल्दी उपचार शुरू होगा उतना ही अच्छे होने की उम्मीद बढ जाती है।

सूरत में कोरोना से ठीक होने वालों का रेशियों इसलिए अच्छा है कि यहां पर डोर टु डोर सर्वे के कारण संदेहास्पद केस जल्दी मिल जाते हैं और उनका उपचार जल्दी शुरी हो जाता है। उन्होंने कहा कि सूरत में शनिवार को 29 मरीज आए और कुल मरीजों की संख्या अब तक 1020 है इसमें आज दो लोग की जान चली गई।

अब तक कुल 48 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आज जिनकी मौत हुई उसमें लिंबायत के आरिफ शाह और कतारगाम के हितेश जादव का नाम है। कमिश्नर ने कहा कि लोग कोरोना बीमारी के लक्ष्ण होते भी अवगणना करते हैं और जल्दी नहीं आते इसिलए ज्यादा दिक्कत हो जाती है। आज कोरोना पॉज़िटिव के नाम नीचे दिए है।

कतारगाम ज़ोन
शिवराम मथानिधि क्षमा, अमरोली अवास
 दिलहर बेन छसठिया , ओंकार रो-हाउस
 फुलचंद छबीललाल गुप्ता, कोसाड अवास
 रघुनाथ श्रीराम निवास पांडे कोसाड अवास
संगीता विजय संगता कोसाड अवास
 मीना हाड़गा कुंवर, रहमत नगर
लक्ष्मण अनिल कुंवर, रहमत नगर
 बबेला सुनील कालूसिंग, रहमत नगर
 खगेंद्र तिलक केसी, रहमत नगर

लिंबायत ज़ोन
आजाद कुमार शिवाजी यादव, अंजना फार्म
 कृष्णाबेन महादेवभाई बिसीकर, कल्पना रो-हाउस
 रामबिहारी श्रीरामपाल पांडे, सहजानंद सोसाइटी
 गणेश रामश्री पांडे, श्रीजी नगर सोसाइटी- II
अशोक क्यारू खारले, महाराणा प्रताप नगर
 कोकिला संजय पाटिल,नीलकंठ नगर
 विधा रावसाहेब पाटिल,मोदी स्ट्रीट
 संतोषी नागेश वशराम वर्ष मराली नगर
सलीम मुनीर शेख, प्रताप नगर
यसोदा लक्ष्मण चौधरी, आदर्श आवासीय विद्यालय
सरिता अजय वर्मा, गोकुल नगर

उधना जोन –
 समीम खानुन अख्तर सैयद,शोएब नगर
 प्रगति अशोक संकेत, संजय नगर
 रणजीतभाई भीमसिंगभाई वसावा,संजयनगर

वराछा जोन-ए
 मंगू नसवंत चौधरी, विशाल नगर
 पूजा अंगत भारती, गोविंद नगर सोसाइटी
स्नेहा राकेशभाई कटारिया, सीताराम सोसायटी
 शोभा गुलाब महाजन श्रीराम सोसायटी

सेन्ट्ल ज़ोन
दीया मनीषभाई चपड़िया, खराड़ी गली
निकुल हरीशभाई राणा, इंद्रपुरा