गुजरात के उधोगों को कोरोना से हुए नुक़सान जानने के लिए होगा सर्वे

सूरत
दुनिया के लिए महामारी साबित हो रहाँ कोरोना के कुछ महीनों के बाद शायद चला जाए , लेकिन वह अपने पीछे आर्थिक बर्बादी छोड़कर जाएगा ।सूरत ,गुजरात सहित देशभर का कारोबार चौपट हो गया है।
सूरत और गुजरात आर्थिक नुक़सान का पता लगाने के लिए सी.एस रंजीत केजरीवाल ने ऑनलाइन सर्वे की शुरुआत की है ।

इस सर्वे में उधमियों से लॉकडाउन के दौरान व्यापार की परिस्थिति का फ़ीडबैक लिया जाएगा। इसे लॉकडाउन के दौरान सर्जित परिस्थिति के 10 सवालों को आधार बनाया गया है।सह सर्वे मैन्युफैक्चरिंग, ट्रेडिंग और सर्विस सर्विस सेक्टर पर हुए नुक़सान का आकलन करेगा ।

इसमें राय देने वाले उद्यमियों से कुछ जानकारी माँगी गई है, जिसमें की (1)लॉकडाउन के दौरान उन्हें सबसे बड़ी समस्या किस चीज़ की आ रही है यह पूछा गया है (2) इसके बाद उनके उद्योग पर लॉक डाउन के दौरान बाद ब्याज का कितना भार पड़ रहा है ।(3)लॉकडाउन के दौरान उन्होने वेतन के तौर पर श्रमिकों को कितनी राशि जुटायी उसमें क्या दिक्कतें आयी (4)उन्हें अपने प्रिमाइस का कितना किराया चुकाना पड़ा और क्या असुविधा हुई (5)लॉकडाउन के दौरान अन्दाज़न उन्हें कितना नुक़सान झेलना पड़ा (6) इसके अलावा सरकार से उन्हें किस प्रकार की मदद की अपेक्षा है ताकि लॉकडाउन के दौरान हुए नुक़सान का खामियाजा पूरा किया जा सके ।


इन सवालों के फीडबैक के आधार पर यह आर्थिक सर्वेक्षण किया जाएगा । सीएस रंजीत केजरीवाल ने बताया कि यह सर्वे ऑनलाइन है ।अभी तक इसके लिए 10 हज़ार लोगों वह फीडबैक माँगा गया है। अभी 2 सौ से अधिक लोगों ने अपने फीडबैक दिए हैं। बाद मे यह रिपोर्ट संबंधित विभाग को भेज दी जाएगी।